@आइए जाने एक पत्रकार की कहानी… @जब पत्रकार अपना पक्ष तय करना बंद कर दे तभी पत्रकार वरना पक्षकार…! लेख@सच्ची पत्रकारिता में जीवनभर नुकसान अधिक उठाना पड़ता है और पत्रकारिता को माध्यम बनाने वाले हमेशा मौज में रहते है…पत्रकार को वैसे तो संविधान मे चौथा स्तंभ माना गया है लेकिन उसे लिखित तौर पर कोई भी विशेषाधिकार नही है। पत्रकार …
Read More »संपादकीय
लेख@अतिवाद की अवधारणा और औपनिवेशिक विस्तारवाद
लेख@वर्तमान परिपेक्ष में वैश्विक स्तर पर धार्मिक अतिवाद औपनिवेशिक विस्तारवाद के कारण कई देशों के मध्य युद्ध तथा हिंसा का तांडव मचा हुआ है जो वैश्विक शांति, मानवता, सौहार्द के लिए सर्वथा बहुत ज्यादा घातक एवं भविष्य में अप्रिय परिणाम देने वाले हैं। धर्म की अवधारणा परोपकार, जनकल्याण, अहिंसा तथा मानवता को निरंतर आगे बढ़ाना है। जबकि अतिवाद किसी मान्यता …
Read More »लेख@सरगुजा स्वार्थ के गड्ढे में गिर गया है अब यहां आतंक,अपराध और उत्पात एक आम बात हैःआदित्य
@हर तरफ उत्पात और आतंक का माहौल…@खौफ के साए में जी रहे लोग…@राजनीति पार्टी के नेताओं के लिए आरोप-प्रत्यारोप के दौर हुए शुरू… लेख@हर तरफ समस्या ही समस्या हो गई है। हर तरफ उत्पात और आतंक मचा हुआ है। कहीं किसी गली में आवारा कुत्तों का आतंक है तो कहीं किसी गांव में हाथियों ने उत्पात मचा रखा है। कहीं …
Read More »लेख@ नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने की तैयारी
लेख@अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए बढ़ेंगे अवसरभारत में वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का होगा उत्पादनविकास शर्माप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऊर्जा क्षेत्र में उनकी दूरगामी योजना को एक फिर दोहराया है। गुजरात के गांधीनगर में आयोजित चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट में सोमवार को उद्घाटन अवसर पर निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने …
Read More »स्वास्थ्य लेख@ हार्ट अटैक की दोषी पाम ऑयल
स्वास्थ्य लेख@हार्ट अटैक वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 50 साल से कम है। यदि आप सोच रहे हैं कि इस सबके पीछे आपकी जीवन शैली है तो ऐसा सही है। परंतु आपकी जीवन शैली में ऐसी कौनसी कमी है जो हार्ट अटैक का कारण बन रही है? आपको जानकर हैरानी होगी कि इसका दोषी पाम ऑयल है। साल 2022 में …
Read More »पितर पक्ष विशेष@हमर पितर अउ हमर कउँवा
पितर पक्ष विशेष@पितर पाख ह कुँवार महीना के अंधियारी पाख के एक्कम तिथि ले लेके अमावस तक चलथे। पंदरा दिन तक घरोघर बरा, सोहारी, गुलगुला भजिया, खीर बनाके पुरखा मन ला गुड़ अउ घींव के हुम दे जाथे।बताए हे की गुड़ अउ घी के हुम ला पितर पाथे। पितर पाख मा तो अबड़ नियम-धियम रहिथे, फेर आज कल के वातावरण …
Read More »लेख@ संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के अपने ही दावे को भाजपा ने हाईकोर्ट में नकारा : ये खेल है सांप्रदायिक धु्रवीकरण
लेख@ झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में यह बात कहकर सनसनी फैला दी थी कि राज्य में संथाल परगना क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण आदिवासियों की आबादी गिर रही है और उनकी जनसंख्या 16 प्रतिशत कम हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार के संरक्षण में ये घुसपैठिए …
Read More »ऐतिहासिक उपलब्धि साबित होगा बुजुर्गों के निःशुल्क इलाज का फैसला
केन्द्र सरकार ने 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों का निशुल्क इलाज कराने का जो फैसला लिया है, वह एक दूरगामी फैसला है, जिसकी सराहना की जानी चाहिए। यह एक ऐसा फैसला है, जिसकी वास्तव में जरूरत थी और अगर इसका यथार्थ के धरातल पर सुचारू क्रियान्वयन हो जाता है तो यह निर्णय बुजुर्गों के स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुरक्षा …
Read More »हमें भी हिसाब दो…
हमारे देश की राजनीति आजकल अजीब मोड़ पर आकर खड़ी हो गई है! किसी भी दल का कोई भी आदमी दूसरे दल के बारे में कुछ भी कहने में स्वतंत्र है! कहने को तो देश संविधान के अनुसार चल रहा है लेकिन संसद के अंदर तथा संसद के बाहर जिस तरह हमारे जन प्रतिनिधि अमर्यादित तथा अजीबो गरीब भाषा का …
Read More »पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में जोड़ती है हिन्दी भाषा
Untitled design – 1 किसी भी देश की भाषा और संस्कृति उस देश में लोगों को लोगों से जोड़े रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से हिन्दी और देवनागरी के मानकीकरण की दिशा में अनेक क्षेत्रों में प्रयास हुये हैं। हिन्दी भारत की सम्पर्क भाषा भी हैं। अतः हम कह सकते है की हिन्दी …
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