संपादकीय

लेख@ ग्राम्य लोक-संस्कृति की परम्परा में भुर्री का महत्व

किसी कवि ने क्या खूब कहा हैगाँव की माटी को सूँघो,गंध को एक नाम दे दो।एक मुस्कुराती सुबह दे दो,एक सुहानी शाम दे दो।।उक्त चरितार्थ पंक्तियों के सम्बंध में कुछ इस तरह की बातें कही जा सकती हैं कि तीन पहर का दिन और चार पहर की रात का सुहाना संगम छत्तीसगढ़ के ग्राम्य अंचलों में दिखता है। यहाँ के …

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लेख@ मिटाना होगा आत्महत्याओं का कलंक

भारत में आए दिन आत्महत्या की घटनाएं घटित होती रहती है। यहां हर चार मिनट में एक आत्महत्या की जाती है। यहां शायद ही कोई दिन ऐसा बीतता होगा जब किसी न किसी इलाके से गरीबी, भुखमरी, कुपोषण, बेरोजगारी, कर्ज जैसी तमाम आर्थिक तथा अन्य सामाजिक दुश्वारियों से परेशान लोगों के आत्महत्या करने की खबरें न आती हों। आत्महत्या करना …

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लेख@ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को मात दे पायेगा भारत?

भारत को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पहलों के माध्यम से निगरानी, निदान और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करके मानव मेटान्यूमोवायरस जैसे उभरते वायरल खतरों से निपटने के लिए अपने नियामक ढांचे को बढ़ाना चाहिए। वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ-साथ वैक्सीन और एंटीवायरल अनुसंधान में निवेश से ऐसे प्रकोपों को कम करने में मदद मिलेगी। कमजोर आबादी की सुरक्षा और एचएमपीवी …

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@महान वैज्ञानिक के जन्म दिन पर विशेष @महान वैज्ञानिकःस्टीफन विलियम हॉकिंग

स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को ऑक्सफोर्ड में फ्रैंक और इसाबेल एलेन हॉकिंग (नी वाकर; 1 915-2013) के घर हुआ था। हॉकिंग की मां का जन्म ग्लासगो, स्कॉटलैंड में डॉक्टरों के परिवार में हुआ था। यॉर्कशायर के उनके अमीर पैतृक दादाजी थे और फिर 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में उनके पैतृक दादी ने परिवार को अपने घर …

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लेख@ मानव,गिरि-कानन,सिंधु कर रहे धरा की सवारी

लेख का शीर्षक पाठक को आश्चर्यचकित कर रहा होगा कि आखिर हम मनुष्य, पहाड़, जंगल, पशु-पक्षी, विशाल महासागर और अन्यान्य छोटे-बड़े जीव-जंतु धरती की सवारी कैसे कर सकते हैं ? और यदि हम सवारी कर रहे हैं तो यह धरती हमें गति करते हुए दिखती क्यों नहीं और हम गतिमान पृथ्वी पर सवारी करते हुए स्थिर होकर दैनंदिन कार्य-व्यवहार सहजता …

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लेख@ ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस:फिर से चिंता में डूबी दुनिया

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, न्यूमोविरिडे परिवार का हिस्सा है, यह एक श्वसन वायरस है जो हल्की सर्दी से लेकर निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसे गंभीर फेफड़ों के संक्रमण तक की बीमारियों का कारण बनता है। हालाँकि फ्लू या रेस्पिरेटरी सिन्सिटियल वायरस की तुलना में कम पहचाना जाने वाला, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस दुनिया भर में श्वसन सम्बंधी बीमारियों का एक महत्त्वपूर्ण कारण है, खासकर सर्दियों …

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लेख@ संत सिपाही…गुरु गोविंद सिंह जी

सिख धर्म दुनिया के अलग-अलग धर्मों से सबसे अलग ही नहीं बल्कि मानवता का कल्याण करने वाला भी है। सिख धर्म के संस्थापक, श्री गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोविंद सिंह तक 10 गुरुओं ने धर्म और देश के लिए जो अलग-अलग कुर्बानियां दी और मुगल बादशाहों के जुल्म सहे उसके बावजूद भी उन्होंने धर्म तथा देश हित …

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लेख@ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा न होने से डिजिटल लेनदेन का जोखिम

केवल दो प्रमुख खिलाडç¸यों के वर्चस्व वाला बाजार स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में बाधा डालता है, उभरते बाजार में प्रवेश करने वालों द्वारा नवाचार और नई सुविधाओं या भुगतान सेवाओं के विकास को हतोत्साहित करता है। फोनपे और गूगल पे की बाजार में जबरदस्त मौजूदगी ने पेटीएम जैसे छोटे प्रतिस्पर्धियों के लिए विकास करना और बाजार में अभिनव समाधान लाना मुश्किल बना …

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लेख@सर्वोच्च बलिदान के पुण्य प्रतीक दशमेश गुरु गोबिंद सिंह

भारतवर्ष कर्म की भूमि है और धर्म की भी। इस पावन भूमि का कण-कण दैवीय ऊर्जा से अनुप्राणित है तो वहीं आत्मिक चेतना से उद्भाषित भी। यह पुण्य की तेजोमय अवनि है तो त्याग, बलिदान एवं पराक्रम की उदात्त संवाहक भी। त्यागमूर्ति दशमेश गुरु गोविंद सिंह के शौर्य एवं बलिदान की गाथा हर कंठ का अवलम्बन है। सिख गुरु परंपरा …

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लेख@ परमाणु वैज्ञानिक डॉ आर चिदंबरम ने दुनिया को कहा अलविदा

पोखरण-प्रथम और पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रख्यात परमाणु वैज्ञानिक और क्रिस्टलोग्राफर डॉ. आर चिदंबरम का शनिवार 4जनवरी 25 को निधन हो गया।वे 89 वर्ष के थे।वैज्ञानिक के रूप में अपने करियर में डॉ. चिदंबरम ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के निदेशक, परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष और परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव के रूप में काम …

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