जैसा कि सर्व विदित है कि हम भारत के लोगों के द्वारा 26 नवंबर 1949 को जो संविधान अंगीकृत,आत्मार्पित किया गया है जिसका एकमात्र उद्देश्य ऐसा लोकतांत्रिक गणराज्य बनाना है जिसमें आजादी की गरिमा को सामान्य नागरिक के लिए सुनिश्चित करना हो या यों उद्भाषित करें कि एक ऐसा समाज जहां नागरिक अपने मानव-सार या अपने स्वत्व को पहचान सके, …
Read More »संपादकीय
लेख @भारत में शक्ति उपासना की सर्वव्यापकता
सनातन धर्म की अनूठी परंपरा है जिसमे परमात्मा के दो रूप हैं-माता और पिता। सत्य, ज्ञान, प्रभुता, अनन्तता, न्याय, उत्कृष्टता, परात्परता और सर्वशक्तिमानता इत्यादि जैसे गुण ईश्वर के पिता स्वरूप से सम्बन्धित हैं। जबकि सुन्दरता, प्रेम, शक्ति, प्रखरता, करुणा, अनन्यता, शाश्वतता और कृपा जैसे गुण परमात्मा के माता से सम्बन्धित हैं। संसार में परमात्मा के इन दो पक्षों की पूजा …
Read More »नवरात्रि विशेष@ तुम खेलव दुलरवा रनबन रनबन हो
हमारे छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में नारी रुपेण दैवीय आस्था व जनविश्वास के प्रतिमूर्ति को देवी एवं माता की संज्ञा प्राप्त है। ग्राम्यांचल की लोक-आराध्य देवी मातादाई, बूढ़ीदाई, कंकालीन, शीतला, दुर्गादाई, बहीदाई, सतबहिनी, चंडीदाई, महामाई आदि रूप में सर्वत्र विराजित हैं, जिन पर लोगों की अपार श्रद्धा व भक्ति भाव देखते ही बनता है। ग्रामीण अपने हार्दिकभाव को श्रद्धापुष्प अर्पित …
Read More »लेख@ पेजर,मोबाइल,वॉकीटॉकी,लैपटॉप:टेक्नो बम का नया अवतार
CREATOR: gd-jpeg v1.0 (using IJG JPEG v80), quality = 82 लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के मोबाइल,लैपटौप और बॉकीटॉकी सहित अनेक वायरलेस डिवाइस में विस्फोट होने के बाद भारी तबाही मची है। इन हमलों में लगभग 40 लोगों की मौत हुई है और 5000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह ने आरोप लगाया है कि …
Read More »लेख@ देश को जरूरत है एक और गांधी की
NOVEMBER 1ST – 227 इतिहास में अपने आप में यह एक पहला उदाहरण है कि महात्मा गांधी ने देश के सभी समुदायों तथा क्षेत्र के लोगों को इकट्ठा करके शांतमई ढंग से अंग्रेजों से देश को आजाद कराया। अन्यथा संसार के अलग-अलग देशों में खून खराबा किए बिना सत्ता परिवर्तन नहीं होता। महात्मा गांधी एक बैरिस्टर थे अगर वह चाहते …
Read More »लेख@संस्कार,आधुनिक शिक्षा और विज्ञान से देश में सर्वांगीण विकास
देश को भारतवर्ष आदिकाल की सांस्कृतिक शिक्षा और विशाल ज्ञान के भरपूर स्रोतों के कारण ही कहा जाता रहा है। भारत के ऋ षि,भारत में प्रागैतिहासिक वैदिक तथा सनातनी शिक्षा तथा ज्ञान का स्वरूप बड़ा ही विस्तृत है। हमें अपनी वैदिक सनातनी परंपराओं शिक्षा के विराट स्वरूप एवं संस्कृति पर सदैव गर्व होना चाहिए। भारत को भारतवर्ष भी आदिकाल की …
Read More »लेख@ जलवायु परिवर्तन:दोस्ती चाहती हैं आक्रामक प्रजातियाँ
आक्रामक प्रजातियों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से किए गए कई प्रयास अप्रभावी और अत्यधिक समय की मांग करने वाले साबित हुए हैं। ये प्रजातियाँ अक्सर अपने पारिस्थितिकी तंत्र में गहराई से समा जाती हैं, जिससे उनका उन्मूलन मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के लिए, आक्रामक पौधों की प्रजातियों को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शाकनाशी अनजाने …
Read More »बाल कहानी @ कुणाल के चूजे
जैसे भी करके नन्हा कुणाल टेबल को सरकाते हुए दीवार तक ले गया। टेबल पर चढ़ा। गौरैये के घोंसले तक उसका हाथ भी चला गया। पता चला कि घोंसले में चार अण्डे हैं। बहुत खुशी हुई उसे। अंडों को पकड़-पकड़ कर देखा। फिर रख भी दिया। चूँकि घोंसला बैठक की दीवार पर दादाजी की तस्वीर के पीछे था। इसलिए उसे …
Read More »लेख श्रीलंका में राजनीतिक बदलाव कहीं भारत के लिए खतरे की घंटी तो नहीं
@ चीन के लिए, जे.वी.पी. के नेतृत्व वाला श्रीलंका उसके ‘मोतियों की माला’ में एक और रत्न होगा,जो क्षेत्र पर उसकी पकड़ को मजबूत करेगा…@ श्रीलंका दे सकता है टेंशन,भारत करे तो क्या@ चीन की ओर झुकाव से श्रीलंका कर्ज के जाल में फंस गया,नतीजा श्रीलंका के लिए विनाशकारी था और इस प्रक्रिया ने भारत के सुरक्षा हितों कोगंभीर रूप …
Read More »विश्व पर्यटन विशेष @ पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के बढ़ते अवसर
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) ने विश्व पर्यटन दिवस की स्थापना की। 1980 से हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। इसी दिन यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन के कानूनों को अपनाया गया था। विश्व पर्यटन दिवस 2024 की थीम पर्यटन और शांति है। इस थीम का उद्देश्य है कि पर्यटन समुदायों को बदल सकता …
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