संपादकीय

कविता@ इंतजार में बैठी प्रियतमा

आज की चाँद की बात ही कुछ और होगीप्रियतम के इंतजार मे बैठी प्रियतमा होगीमधुर मुस्कान संग प्रियतम के ख्यालों मेमेहंदी,सिंदूर और गजरा सजा के बालों मेकरवा चौथ का रखी आज फिर व्रत होगीप्रियतम के इंतजार मे बैठी प्रियतमा होगीसजेगी दुल्हन सी आज पत्नि धर्म के लिएसोलह श्रृंगार करेगी अपने सुहाग के लिएहाथ मे कंगन,पाँव मे महावर सजाई होगीप्रियतम के …

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करवा चौथ लेख @ सुहागिनों का महापर्व करवा-चौथ

???????????? हमारी भारतीय सस्कृति में पर्व-अनुष्ठान आदि का हिंदुओ के जीवन में अत्यधिक महत्व रखता है। और इस पर्व-अनुष्ठानों में जन-मानस को मंगल कामना, जन कल्याण की भावना, साफ-साफ नजर आती है और इसी बहाने यह जन-मानस अपनी संस्कृति, परम्परा, रीति-रिवाज,को अक्षुण बनाये रखने में सतत प्रयास करता है।इसी परम्परा और संस्कृति में हिंदु सुहागन माताओं-बहनों का एक पर्व आता …

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करवा चौथ लेख @ सुहागिनों का सबसे बड़ा त्यौहार

करवा चौथ पर्व का हमारे देश में विशेष महत्व है क्योंकि विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन व्रत रखती हैं और रात को चांद देखकर पति के हाथ से जल पीकर व्रत खोलती हैं। भारतीय समाज में वैसे तो महिलाएं विभिन्न अवसरों पर अनेक व्रत रखती हैं लेकिन पति को परमेश्वर मानने वाली नारी के …

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करवा चौथ लेख @ करवा चौथ के व्रत की सार्थकता

पौराणिक परंपराओं के मुताबिक हमारे देश में पत्नियों द्वारा पत्तियों के कल्याण एवं दीर्घायु के लिए कार्तिक मास में करवा चौथ का व्रत रखने का रिवाज है। इस दिन पत्नियां सारा दिन खाना तो दूर की बात पानी की बूंद भी नहीं पीती। शाम को करवा चौथ की कथा सुनती हैं रात को चंद्रमा के निकलने पर उनका पति ही …

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करवा चौथ लेख @पति की दीर्घायु की कामना का पर्व है करवा चौथ

हमारा देश एक धर्म प्रधान देश हैं। यहां साल के सभी दिनो का महत्व होता है तथा साल का हर दिन पवित्र माना जाता है। भारत में करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह भारत के राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब का पर्व है। यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। …

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लेख @ आज भी अंग्रेज भारतीय-सोना लूट रहे हैं…

भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच ऐतिहासिक संबंध औपनिवेशिक शोषण की विरासत से गहराई से जुड़े हुए हैं, जिसका सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक ब्रिटिश शासन के दौरान भारत से बाहर ले जाए गए सोने और अन्य संपत्तियों की बड़ी मात्रा है। यह विरासत आज भी गूंजती रहती है, खासकर विदेशी बैंकों जैसे कि बैंक ऑफ इंग्लैंड और इंटरनेशनल बैंक ऑफ सेटलमेंट्स …

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लेख@ आधुनिकता से बिखरते परिवार,त्रासदी झेलते बच्चे और बुजुर्ग

भारत मूलतः परंपरावादी वैदिक तथा सनातनी देश है पर आधुनिकता ने देश के संयुक्त परिवारों को खंडित कर दिया है। अधिकांश परिवार अब एकल परिवार में परिवर्तित हो गए हैं ऐसे में बुजुर्ग तथा बच्चे सबसे ज्यादा इस त्रासदी के शिकार हुए हैं। आधुनिक जीवन शैली ने माता पिता को नन्हे बच्चों से दूर कर दिया है इसी तरह बुजुर्गों …

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लेख@ वाल्मीकि कृत,राम दर्शन का जीवंतमान

आश्विन माह में शरद पूर्णिमा के दिन महर्षि वाल्मीकि प्रगट हुए। वाल्मीकि वैदिक काल के महान गुरु, यथार्थवादी और चतुर्दशी ऋषि हैं। महर्षि वाल्मीकि को कई भाषाओं का ज्ञान था। संसार का पहला महाग्रंथ श्री रामायण रचकर आदि कवि होने का गौरव पाया। वाल्मीकि ने कठोर तप के पश्चात महर्षि की उपाधि प्राप्त की। उनके द्वारा रचित रामायण को पढ़ें …

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लेख@ सप्त सुवासित धाराएँ सहेजे नदी बहने लगी है…

नदियाँ जीवन का आधार हैं। सुखद शुभ स्रोत हैं, जीवन का उत्स हैं। नदियों के निकट ही मानव सभ्यता जन्मी, पल्लवित पुष्पित हो विकसित हुई। बस्तियां बसीं। नदियों ने ही प्राणिमात्र में जीवन का संचार किया। कहीं हरित कानन विकसित हुए तो कहीं सुरभित सुमनों के महकते उपवन मुसकाए। पशु-पक्षियों ने नदी नीर से जीवन रस लिया। नदी की जलधार …

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बाल कहानी@ मन्नत के पौधे

शिशिर नदी के किनारे बैठा था। आज उसका मन हमेशा की तरह बहुत विचलित था। थोड़ी देर बाद उसे एक संत नदी की ओर आते हुए दिखाई दिया। वे शिशिर के पास आ कर बैठे।शिशिर संत को बड़ी अचरज भरी निगाहों से देखने लगा। संत समझ गए कि यह बालक कुछ परेशान है।संत ने शिशिर से पूछा- बालक ! तुम …

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