गणगौर एक प्रमुख त्योहार है। यह मुख्य रूप से राजस्थान,हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र में मनाया जाता है। गणगौर दो शब्दों गण और गौर से बना है। इसमें गण का अर्थ भगवान शिव और गौर का अर्थ माता पार्वती से है। इस दिन अविवाहित कन्याएं और विवाहित स्ति्रयां भगवान शिव, माता पार्वती की पूजा करती हैं। …
Read More »संपादकीय
लेख@ नौ माताओं के इस महापर्व के साथ हिंदू नव वर्ष का शुभारंभ
पवित्र चैत्र नवरात्रि के शुभारंभ के साथ हिंदू नव वर्ष की आप सभी को शुभकामनाएं अनंत बधाइयां…नवरात्रि का पहला दिन यानी प्रतिपदा तिथि मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री को समर्पित माना जाता है। इस दिन जौ (जवार) बोने तथा कलश स्थापना पूजन के साथ ही देवी का पूजन किया जाना शुभ माना जाता है। यह भी शास्त्रों में …
Read More »लेख@ माता सेवा के प्रतीक जस-जोत जंवाराःनवरात्रि परब
?????????????? हमर छत्तीसगढ म नवरात के विशेष महत्व होथे। ए परब के आय म हमर राज के जम्मों देवी मंदिर म उछाह आ जाथे। हमर छत्तीसगढ म देवी माता मन के अलग-अलग नाम अउ उनकर पीठ हावय।जेमन सुग्घर मजा के ऊँचा-ऊँचा पहडि़या म बिराजित हावय।जईसे कि रायगढ़ के डोकरी दाई,चंदरपुर के चंद्रासैनी, रतनपुर के महामाई,धमतरी के बिलाई माता, गंगरेल के …
Read More »लेख@ हुमारा की दर्द भरी दास्तां:क्या पाकिस्तान में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं?
हाल में राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से लगती भारत-पाकिस्तान सीमा को पार कर 32 वर्षीय हुमारा नामक एक पाकिस्तानी महिला भारत में घुस आई। इस महिला ने भारत में घुसपैठ की जो वजह बताई, उसने पाकिस्तान में औरतों की हालत का आइना दिखा दिया है। जब बीएसएफ ने उसे पकड़ा तो उसके उदास चेहरे, थकी हुई आंखों और दर्द भरी …
Read More »लेख@ अभिव्यक्ति की आजादी पर कभी सख्त तो कभी नरम सुप्रीम कोर्ट
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी को सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम राहत के बाद विभिन्न क्षेत्रों से मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता,सांप्रदायिक सौहार्द, और न्यायिक प्रक्रियाओं के बीच संतुलन को लेकर महत्वपूर्ण बहस का केंद्र बन गया है। बता दें 21 जनवरी 2025 को, सुप्रीम कोर्ट ने इमरान प्रतापगढ़ी के खिलाफ गुजरात के जामनगर में दर्ज …
Read More »लेख@ गड़े मुर्दे उखाड़ने से बहुत कुछ होता है
लोकतंत्र में सबको आजादी है। इसलिए कोई कुछ भी करे,कुछ भी कहे,कैसे भी रहे,कुछ खाए,कुछ पीए,जिसकी मर्जी पूजा-अर्चना करे और जहाँ उसका मन करे,वहाँ करें क्योंकि याद रखो भाई यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र सबको आजादी का प्रमाणपत्र देता है? अतः गड़े मुर्दे भी उखाड़े जा सकते हैं और हम तो कहते हैं कि गड़े मुर्दे उखाड़ने ही चाहिए क्योंकि …
Read More »लेख@ प्रकृति व धरा की नव स्वरूप ही नूतन वर्ष को गढ़ता है…
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार एक जनवरी को पाश्चात्य संस्कृति और पाश्चात्य देशों में नववर्ष मनाया जाता है। इकत्तीस दिसंबर को पूरे रात जग कर एक जनवरी का स्वागत किया जाता है।नुतन वर्ष के रूप में एक जनवरी को लोग खुब इंज्वॉय करते हैं।पर विश्लेषण योग्य बात यह है की क्या एक जनवरी को प्रकृति में,मौसम में या धरा और वातावरण …
Read More »लेख@त्याग ही आपको महान बनाती है…
जब भी आप किसी चीज से जकड़ जाते हैं तो उससे आपको मोह पैदा होता है इसलिए कई राजा या किसी देश के प्रमुख अपना पद छोड़ना नहीं चाहते हैं और यही आपके कष्ट का सबसे बड़ा कारण है। भगवान राम पिता की आज्ञा पर जब सबकुछ त्याग कर 14वर्ष का वनवास धारण किया तो उन्हें ध्यान करने का अवसर …
Read More »लेख@ जोत-जँवारा अउ देवता-धामी
जोत जलाय के परब चइत अउ कुँवार महीना मा आथे। जोत अउ जावरा मा अंतर हाबे, एक खाली जोत अउ दुसर जोत के संग मा जँवारा।जोत ल बाहिर के देवी-देवता ल परसन करे बर जलाय जाथे अउ जोत -जँवारा ल अपन कुल के देवी-देवता ला भूल-चूक ल छिमा करे बर अर्जी -बिनती कर जलाय जाथे। एक जोत जँवारा गाँव के …
Read More »लेख@ कुआँ सूखने पर ही पता चलता है पानी की कीमत
कहावत जब तक कुआँ सूख नहीं जाता, हमें पानी की कीमत का पता नहीं चलता हमें इस बात की याद दिलाती है कि हमें अपने जीवन और संसाधनों के प्रति जागरूक और कृतज्ञ रहना चाहिए। चाहे वह जल हो, प्रेम हो, स्वतंत्रता हो या स्वास्थ्य, हमें इनका सम्मान और संरक्षण करना चाहिए ताकि आने वाली पीढि़यों के लिए वे उपलब्ध …
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