- पहले भाजपा सरकार में भईयालाल राजवाड़े के राज में हुआ था मालामाल…फिर कांग्रेस सरकार में वनांचल जनकपुर में जमकर किया ठेकेदारी का काम
- कांग्रेसी सत्ता में मलाई खाया ठेकेदार अब बन रहा भाजपाइयों का खास
- विष्णुदेव साय के साथ पहले हुई मुलाकात का फोटो सोशल मीडिया में डालकर बता रहा है मैं भी हूं भाजपा में खास…
- क्या ऐसे मौका परस्त लोगों को मिलेगा भाजपा सरकार में भी मौका?
- अब फिर भाजपा में जुगाड़ जमाने की फिराक में… ठेकेदार कहता भी है कि सरकार किसी की भी हो मेरा जलवा बरकरार रहेगा।
- कांग्रेस की सत्ता में भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों का था खास,जमकर किया है ठेकेदारी का काम।
-रवि सिंह-
बैकुंठपुर,13 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। राजनीति में फोटोग्राफी का अलग ही महत्व है और जब जब सत्ता परिवर्तित होती है तब तब फोटोग्राफी ज्यादा देखी जाती है और इसे भविष्य के लिए कुछ लोग अपने सफलता का हथियार बनाते हैं और इसी फोटो के सहारे वह अपनी धाक जमाते हैं, बड़े नेताओं के साथ फोटो कुछ लोग पहले से भी खिंचवाकर रखते हैं और जब जरूरत आती है मतलब साधने की उसे आगे करते हैं और अपना हित साधने का प्रयास करते हैं। पार्टी से जुड़े मेहनती और ईमानदार कार्यकर्ता इस मामले में भले ही पीछे रह जाएं फोटो खिंचाने में वह भले ही शर्मा जाएं लेकिन जिन्हे सत्ता की मलाई खाने की आदत होती है वह बेशर्मी से इस हुनर में जुड़े रहते हैं और वह पहले की फोटो भी सहेजकर रखे हुए रहते हैं जिससे उन्हें भविष्य में सत्ता परिवर्तन की स्थिति में फायदा हो सके,ऐसे मतलबी और स्वार्थी लोगों की वजह से पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता अक्सर पीछे रह जाता है और सत्ता किसी की भी हो फोटो खिंचाने वाले अपना मतलब निकाल लेते हैं और फिर सत्ता से जुड़कर मलाई खाने के काम में जुट जाते हैं ऐसा ही एक मामला बैकुंठपुर के एक ठेकेदार का भी समाने आया है। बैकुंठपुर का उक्त ठेकेदार फोटोग्राफी मामले में नेताओं के साथ काफी होशियार रहता है और वह पक्ष विपक्ष सभी नेताओ के साथ अपनी फोटो सहेजकर रखता है और जब जैसी जरूरत पड़ती है वह फोटो आगे करता है नेताओं का और फिर अपने स्वार्थ पूर्ति में भीड़ जाता है।
ज्ञात हो की पहले वह भाजपा शासनकाल में पूर्व मंत्री भईयालाल राजवाड़े का खास बनकर काफी मलाई अपने लिए बटोर चुका था लेकिन जैसे ही सत्ता परिवर्तन हुआ वह भरतपुर सोनहत विधायक का खास हो गया बैकुंठपुर के कांग्रेस नेताओं का खास हो गया फिर उसने कांग्रेस शासनकाल में भी पांच साल जमकर अपने लिए मलाई बटोरी, बताते हैं की वह केवल भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में ही करोड़ों का काम पूरे पांच साल तक करता रहा और इस चुनाव में भी भरतपुर सोनहत विधानसभा में केंद्रीय राज्यमंत्री और भाजपा से विधानसभा प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव प्रचार के अंतिम दिवस तक भरतपुर सोनहत विधानसभा के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में कांग्रेस विधायक और प्रत्याशी के प्रचार में सक्रिय बना रहा। उक्त ठेकेदार ने भाजपा प्रत्याशी की हार सुनिश्चित करने के लिए काफी मशक्कत की काफी खर्चा भी अपनी तरफ से किया लेकिन वहां कांग्रेस प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा और अब उक्त ठेकेदार फिर भाजपा नेताओं के ऊपर डोरे डालना शुरू कर चुका है।
ठेकेदार फिर भाजपा नेताओं के ऊपर डोरे डालना शुरू कर चुका है
उक्त ठेकेदार ने एक सोशल मिडिया पोस्ट में वर्तमान मुख्यमंत्री के साथ अपनी तस्वीर साझा की है और उसने यह साबित करने का प्रयास किया है की वह वर्तमान मुख्यमंत्री का काफी करीबी है और भाजपाई है, वैसे यह तश्वीर पुरानी बताई जा रही है और माना जा रहा है की वह अब भाजपा में अपना जुगाड बनाने की फिराक में लगा हुआ है। वैसे ऐसे ही मतलब परस्त लोगों के कारण राजनीतिक दलों को विपक्ष में बैठना पड़ता है क्योंकि जिस कार्यकर्ता की मेहनत के दम पर राजनीतिक दलों को सत्ता का सुख मिलता है उन्हे राजनीतिक दलों के निर्वाचित नेता भूल जाते हैं और ऐसे ही मतलब परस्त लोगों से घिर जाते हैं और जब तक सत्ता रहती है ऐसे लोग अपने लिए मलाई जुटाते हैं और जब सत्ता चली जाती है यह दूसरे दल जिसे सत्ता मिलती है उसकी तरफ चले जाते हैं। वैसे बैकुंठपुर का यह ठेकेदार काफी होशियार है और माना जा रहा है की वह फिर अपना जुगाड लगा ही लेगा लेकिन अब भाजपा नेताओं को भी समझना होगा की क्या उन्हे ठेकेदारों ने चुनाव जिताया है या आम कार्यकर्ताओं ने पार्टी के। वैसे ठेकेदार की पोस्ट सीधे मुख्यमंत्री चुने गए विष्णु देव से के साथ साझा हुई है और ऐसा माना जा रहा है की वह स्थानीय नेताओं पर दबाव बनाने के लिए ऐसी पोस्ट साझा किए हैं जिससे स्थानीय नेता उसकी अनदेखी न कर सकें।
क्या भरतपुर सोनहत की वर्तमान भाजपा विधायक उक्त ठेकेदार को भाजपा शासनकाल में भी खाने देंगी मलाई,जबकि ठेकेदार ने उन्ही के विरुद्ध किया है चुनाव प्रचार?
बैकुंठपुर के जिस ठेकेदार ने वर्तमान मुख्यमंत्री के साथ अपनी तस्वीर साझा की है वह इस चुनाव में भरतपुर सोनहत क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराने सिद्धत से जुटा हुआ था। भरतपुर सोनहत क्षेत्र में वह चुनाव प्रचार के अंतिम दिवस तक डटा भी हुआ था वहीं वह पूरी तरह से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह की हार के लिए प्रयासरत था। अब देखना है की क्या भरतपुर सोनहत विधायक वर्तमान उक्त ठेकेदार को भाजपा में स्वीकार करती हैं क्या वह उसे मुख्यमंत्री के साथ तस्वीर साझा करने के बाद अपने लिए उचित मानती हैं। वैसे यदि वह ऐसा करती हैं तो वह कहीं न कहीं उन कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करती हैं जिन्होंने या जिनकी मेहनत की वजह से वह चुनाव जीत सकी हैं वहीं ठेकेदार तो उन्हे निपटाने में ही लगा हुआ था।
पूरे पांच साल कांग्रेस नेताओं के साथ तस्वीर डालकर ठेकेदार बना हुआ था कांग्रेसी
बैकुंठपुर के जिस ठेकेदार की बात की जा रही है वह पूरे पांच साल तक कांग्रेसी बना हुआ था,कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ उसकी तस्वीर लगातार सोशल मीडिया में छाई रहती थी और वह कांग्रेसी बनकर घुमा करता था। भरतपुर सोनहत विधायक का तो वह खास था कई करोड़ के काम वह वनांचल क्षेत्र में कर भी रहा था जो चल भी रहे हैं। कांग्रेस नेताओं के जन्मदिवस अवसर पर बधाई देना उनसे प्रवास के दौरान जिले के मुलाकात करना उसकी नियमित आदत थी,कई मंत्रियों के साथ वह कांग्रेस के कई अवसरों पर फोटो खिंचवाकर साझा करता था और खुद के लिए मलाई बटोरता था।
क्या भाजपा नेता पिछली हार से लेंगे सीख,मतलबी लोगों से करेंगे किनारा,क्या अपने कार्यकर्ताओं को देंगे तवज्जो?
बैकुंठपुर के ठेकेदार ने मुख्यमंत्री वर्तमान के साथ तस्वीर साझा करके यह जता दिया है की वह अब भाजपा से नाता जोड़ चुका है कांग्रेस से वह पीछा छुड़ा चुका है। वैसे ऐसा वह अपना स्वार्थ साधने के लिए कर रहा है,अब देखना है की क्या भाजपा नेता ठेकेदार के स्वार्थ को समझ पाते हैं क्या उसे किनारे लगाते हैं क्योंकि यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो कर्मठ भाजपा कार्यकर्ता का मनोबल जरूर टूटेगा और भविष्य में पार्टी के लिए यह अच्छा संकेत नहीं होगा। अब सब कुछ भाजपा नेताओं पर निर्भर है की उन्हे कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाना है या उन्हे अभी भी स्वार्थी ठेकेदारों से घिरे रहना है।