पिछले वर्ष की तुलाना में इस वर्ष मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोारी
अंबिकापुर,01 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। विश्व एड्स दिवस पर 1 दिसंबर को महाविद्यालयों में संगोष्ठी का आयोजन किया गया व एडस बिमारी के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान एड्स कंट्रोल सोसाइटी सरगुजा प्रभारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 95 प्रतिशत जनसंख्या का एड्स के प्रति जागरूक करना, एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति को एआरटी की दवाई उपलध कराना व संक्रमण का स्तर वायरललोड के माध्यम से एचआईव्ही सक्रमित व्यक्ति की संख्या के 95 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेडक्रॉस सोसायटी, बिहान, संगता, आहना के माध्यम से जन जागरूकता का कार्यक्रम व एचआईव्ही संक्रमित मरीजों को मुख्य धारा से जोडऩे का काम किया जा रहा है। सरगुजा संभाग में वर्तमान में एचआईव्ही के एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 1884 है। जिसमें सरगुजा जिले के 502 मरीज है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष एचआईव्ही मरीजों की संख्या में बढ़ोारी हुई है। एचआईव्ही के मरीज संक्रमण के पश्चात् पूरी तरह से सामान्य रहते है। 4 से 12 सप्ताह तक एचआईच्ही संक्रमण होने के बावजूद भी एचआईव्ही के सामान्य जांच में बिमारी की पहचान नहीं हो पाती जिसे विडो पिरीएड कहते हैं। एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति 5 से 10 वर्ष तक बिना किसी लक्षण के रह सकता है। यदि एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हुई है तो उस समय एचआइव्ही नरीज एमर्ड इम्यूनो डेफिसियेंसी सिड्रोम से पीडि़त हो जाता है। जिसे एड्स के नाम से जानते है। जो कि जानलेवा बिमारी साबित होता है। वर्तमान में एड्स से बचाव के लिए कोई भी वैक्सीन उपलध नहीं है। जागरूकता व बचाव से इस लाईलाज बिमारी से बचा जा सकता है। एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति में टीबी होने की संभावना सर्वाधिक होती है। वर्तमान में सभी एचआईव्ही मरीज को एड्स से बचाव के लिये एआरटी दवाई देने का प्रावधान है व 6 महीने में संक्रमण का स्तर जानने के लिये वायरललोड की सुविधा मेडिकल कॉलेज स्तर पर उपलध है। ये सभी सुविधा पूर्णत: नि:शुल्क हैं। कार्यक्रम में एआरटी से सतीश कुशवाहा, सुशील तिवारी, प्रवीण चामंत्री राजवाडे, आराधना तिर्की, अभिजित चटर्जी, राखी चटर्जी, पिंकी श्रीवास्तव, दीपिका कश्यप, सबीना, बनवासी यादव, संजय श्रीवास्तव, हनी गोटलीब, नवनीत, महेन्द्र तिवारी पिरामल फाउडेशन से उपस्थित रहे।