टनल के अंदर डाली गई छह इंच की पाइप
सुरंग हादसे में प्रशासन के हाथ लगी बड़ी सफलता
सिलक्यारा टनल के अंदर छह इंच पाइप हुई आर-पार
मजदूरों को 9 दिन बाद मिलेगा अब ये खाना
उत्तरकाशी,20 नवम्बर 2023 (ए)। सिलक्यारा सुरंग में चल रहे रेस्क्यू अभियान में आज एक महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाकर सेकेंडरी लाइफ लाइन बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग पूर्ण कर मलवे के आर पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन डाल कर इसके जरिये फंसे श्रमिकों तक खाद्य सामग्री पहुचाने की तैयारी की जा रही है।
रेस्क्यू की पहली कामयाबी
शाम लगभग साढ़े चार बजे एनएचएआईडीसीएल के निदेशक अंशुमनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि गत नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की इस पहली कामयाबी के बाद श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के प्रयास और तेजी से संचालित किए जाएंगे।
फंसे श्रमिकों के जीवन को सुरक्षित करने का बढ़ा भरोसा
सुरंग में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अबतक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी। अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइप लाइन मलवे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री व खाद्य पदार्थ तथा दवाएं और अन्य जरूरी साजो सामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी। जिससे अंदर फंसे श्रमिकों के जीवन को सुरक्षित बनाये रखने का भरोसा कई गुना बढ़ा है। इस अच्छी खबर के बाद श्रमिकों और उनके परिजनों साथ ही रेस्क्यू के मोर्चों पर खुशी और उत्साह देखने को मिल रहा है और रेस्क्यू के अन्य विकल्पों को लेकर अब उम्मीदें उफान पर हैं। इस बीच उत्तराखंड शासन के सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने आज परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को बधाई दी।
सिलक्यारा टनल के अंदर 12 नवंबर से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। अब तक सुरंग के अंदर मजदूरों को पाइपलाइन के माध्यम से खाने में सूखे मेवे ही दिए जा रहे हैं। जिसमें काजू,बादाम,पॉपकॉर्न, भूने चने व मुरमुरे आदि शामिल है। सुरंग में दो-दो घंटे के अंतराल पर मजदूरों को खाना दिया जा रहा है।