- क्या पूरे 5 साल सीतापुर विधानसभा के लिए पिता-पुत्र दोनों मंत्री थे?
- सीतापुर छोड़ अंबिकापुर में अपनी पकड़ बनाने के चक्कर में सीतापुर वालों को ही मंत्री जी कर गए नाराज…
- तीन बार के विधायक एवं एक बार के मंत्री अमरजीत भगत पर नवयुवक रामकुमार टोप्पो पड़ रहा है भारी
- टीएस सिंहदेव से अपना कद ऊपर करने की फिराक में क्या सीतापुर विधायक व खाद्य मंत्री अपने ही विधानसभा में घिर गए…
- अपने क्षेत्र के नाराज लोगों को मनाने के बजाय पिता-पुत्र मीडिया मैनेज करके चुनाव जीतने के फिराक में
–भूपेन्द्र सिंह –
अंबिकापुर,14 नवम्बर 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ का विधानसभा क्रमांक 11 सीतापुर जहां पर चार बार के विधायक व एक बार के मंत्री अपने विधानसभा में इस बार जीत के लिए जूझते दिख रहे हैं…अपने ही सत्ता के 5 साल के कार्यकाल में उन्होंने अपने लिए ही मुसीबत खड़ी कर ली है, इस 5 साल में पिता-पुत्र दोनों विधानसभा के लिए मंत्री बने हुए थे जिससे लोगों के लिए परेशानी का सबब बना रहा…मंत्री बनते ही अमरजीत भगत सरगुजा के टी.एस.सिंहदेव से अपनी प्रतिस्पर्धा शुरू कर दी थी और उन्हें नीचा दिखाने के लिए उनके विधानसभा के लोगों पर ज्यादा ही प्यार लुटा रहे थे…अपने क्षेत्र को छोड़कर अंबिकापुर क्षेत्र के लोगों को अपना हितैषी मान बैठे थे जो इस समय उन्हें के विधानसभा के लिए मुसीबत बने हुए हैं…बताया जा रहा है कि उनके विधानसभा के कार्यकर्ता उनके पास नहीं है दूसरे विधानसभा के कार्यकर्ताओं के भरोसे हुए चुनाव मैदान में लड़ रहे हैं। 5 साल इन्होंने महाराज सरगुजा के साथ प्रतिस्पर्धा की आज उसीका खामियाजा है कि अपने विधानसभा में उनका नवयुवक भाजपा प्रत्याशी से मुकाबला कर रहे हैं और यह मुकाबला बराबरी पर है…हो सकता है कि नवयुवक प्रत्याशी इन्हें हार का मजा ना चखा दें…इस दहशत में भी वह देखे जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के पश्चात् दिग्गज कद्दावर नेताओं की सूची में अपना नाम दर्ज करवाने वाले विधायक अमरजीत भगत के पांचवी बार विधानसभा चुनाव जितने की संभावना अत्यंत कमजोर स्थिति में नजर आती दिख रही हैं ऐसा आम जनमानस के द्वारा अमरजीत भगत का लागातार विरोध करने के कारण माना जा सकता हैं। जिस हिसाब से सीतापुर विधानसभा में अमरजीत भगत की मुश्किल बढ़ाने के लिए भाजपा के पास कोई उम्मीदवार नहीं दिख रहा था ठीक उसी समय भाजपा पार्टी के सामने उनकी डूबती नैया कों पार लगाने वाले की तलाश राम कुमार टोप्पो के माध्यम से समाप्त हुई। उल्लेखनीय है कि सीतापुर विधानसभा में अमरजीत भगत का विरोध लगातार आम जनता के द्वारा किया जा रहा था ठीक उसी बीच सीतापुर विधानसभा में जीत दर्ज करवाने के लिए वहाँ की आमजनमानस ने ही अपना उम्मीदवार खोज लिया जिस मौका कों भुनाने में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी…आम जानता के रुझान और अमरजीत भगत के बढ़ते विरोध कों भापते हुए भाजपा ने आव देखा ना ताव तत्काल फ़ौज की नौकरी कों छोड़ कर आने की आग्रह जो वहाँ की आम जनता के द्वारा रामकुमार टोप्पो से लगातार किया जा रहा था उस आग्रह को मानते हुए रामकुमार टोप्पो अपने लोगों की बात को मानते हुए चुनाव लड़ने का मन बना लिया। राम कुमार टोप्पो ने अपनी फौज की नौकरी को छोड़ने का फैसला आम जानता के हित के लिए बना डाला…जिसका सीधा-सीधा फायदा उठाने के लिए भाजपा तैयार बैठी थी और तत्काल आम जनता की आवाज़ एवं ताकत के रूप में उभरने वाले राम कुमार टोप्पो को भाजपा ने प्रत्यासी बना दिया।
भाजपा के रामकुमार टोप्पो ने कांग्रेस के दिग्गज विधायक एवं मंत्री अमरजीत भगत की मुश्किले बढ़ाई
भाजपा के द्वारा रामकुमार टोप्पो को सीतापुर विधानसभा में प्रत्यासी बनाये जाने से कांग्रेस के दिग्गज विधायक एवं मंत्री अमरजीत भगत की काफ़ी मुस्किले बढ़ती नजर आने लगी,मिली जानकारी के अनुसार सीतापुर विधानसभा विधायक एवं खाद्य मंत्री के विरुद्ध मैदान में रामकुमार टोप्पो के होने से उनसे प्रभावित होकर कई अन्य समाज को लोग उनके समर्थन में भाजपा में शामिल हो रहे हैं जिससे कांग्रेस पार्टी के साथ साथ कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत की मुश्किले लागातार बढ़ती दिख रही हैं, जिसके पश्चात लागातार चार बार के विधायक एवं मंत्री अमरजीत भगत की परेशानी बढ़ती जा रही हैं और उन्हें अपने ही विधानसभा में जहाँ सिर्फ अपने नाम से जीत दर्ज करवा लेते थे उस विधानसभा में पूरा कुनबा जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी एक करने में लगा हुआ हैं।
अमरजीत भगत एवं उनके परिजनों का सीतापुर विधानसभा में लगातार विरोध देखने को मिल रहा हैं
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अमरजीत भगत एवं उनके परिजनों का सीतापुर विधानसभा में लगातार विरोध देखने को मिल रहा हैं जिसके बाद से ऐसा मना जा सकता हैं की राजनीति में अपना पहला कदम रखने वाले भाजपा प्रत्यासी राम कुमार टोप्पो ने अमरजीत भगत की नीव एवं कुर्सी में भूचाल ला दिया हैं जिसके कम्पन से मंत्री अमरजीत भगत के चेहरे की रंगत उड़ती एवं कुर्सी खिसकती दिख रही हैं।
भाजपा प्रत्यासी रामकुमार टोप्पो की लोकप्रियता आम जनता के सामने बढ़ने से अमरजीत भगत हैं परेशान
राजनतिक जानकारों की मानें तो सीतापुर विधानसभा में कांग्रेस पार्टी से विधायक एवं मंत्री अमरजीत भगत जमीनी स्तर को छोड़ आम जनता के जरूरतों एवं परेशानियों से मुँह मोड़ लिये थे जिसकी वजह से विधानसभा सीतापुर में मंत्री ज़ी का तगड़ा विरोध हो रहा हैं जिसका फायदा नए नवेले नेता रामकुमार टोप्पो को मिलना तय माना जा सकता हैं क्योंकि दिग्गज मंत्री को जितवाने के लिए मंत्री ज़ी के पुरे परिजनों ने एड़ी चोटी एक कर दी हैं उसके बाद भी भाजपा प्रत्यासी रामकुमार टोप्पो की लोकप्रियता आम जनता के सामने बढ़ती जा रही हैं।
क्या मंत्री अमरजीत भगत की दबंगई एवं रसूख वाली छवि ने बढाई मुसीबत?
मंत्री अमरजीत भगत की दबंगई एवं रसूख की बात की जाये तो मंत्री महोदय के दबंगई के सामने चुनाव आयोग भी शून्य होता दिख रहा हैं ऐसा माना जा सकता हैं क्योंकि अमरजीत भगत के नाम वाले सैकड़ो खेल सामग्री,जूते,साड़ी, झोला,झोला के साथ कई अन्य सामग्री पकड़ी गई परन्तु मंत्री महोदय को मात्र खानापूर्ति के नाम पर निर्वाचन ने सिर्फ नोटिश जारी कर दिया जबकि पकड़े गए सामग्रीयों में अमरजीत भगत का नाम अंकित था। जिसमें उचित कार्यवाही नहीं करने के कारण विधानसभा के आमजनमानस के बीच नाराजगी देखी जा रही है।