विधायक और महापौर नहीं दिख रहे हैं चुनाव प्रचार में उनके कट्टर समर्थक कुछ तो बीजेपी प्रवेश कर लिए और कुछ बैक डोर से भाजपा के लिए कर रहे काम।
कांग्रेस प्रत्याशी और उनके समर्थकों का उत्साह सातवे आसमान पर,,जीत के लिए पूर्णत:आश्वस्त।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को समर्थन मिलता दिख रहा,भाजपा और कांग्रेस दोनों के बागी कर रहे हैं लोकल प्रत्याशी का समर्थन,मुस्लिम और आदिवासी मतदाता करेंगे खेला।
-रवि सिंह-
मनेन्द्रगढ़ 11 नवम्बर 2023 (घटती-घटना)। मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में कांग्रेस की डगर बहुत आसान नहीं लग रही है, आसन शब्दों में यूं कहें तो सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है कुछ पार्षदों को छोड़ दें तो लगभग पार्षद अभी भी कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं कुछ तो खुलकर के कर रहे हैं, सूत्रों की यदि मने तो कांग्रेस के लिए चिरमिरी में अभी अच्छा माहौल नहीं बन पाया है वरिष्ठ वरिष्ठ कांग्रेस के लोग तो रमेश सिंह से अच्छे संबंध होने के नाते चाहते हैं कि कांग्रेस का प्रत्याशी विजई हो लेकिन इन 5 सालों में उत्पन्न नए नवले कथित कांग्रेसी पूरी तरह से विरोध में उतर आए हैं प्रत्याशी या उनके समर्थक आते हैं तो बिल्कुल सही काम चल रहा है सब कुछ अच्छा चल रहा है कहकर उन्हें संतुष्ट करने का प्रयास करते हैं लेकिन उनके जाने के बाद पुनः विरोध फिर से चालू हो जाता है इस तरह से कांग्रेस पार्टी चिरमिरी से काफी कमजोर बताई जाती है जयचंद और हरिराम नाई सक्रिय हैं लेकिन प्रत्याशी द्वारा प्रदत्त पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलने के कारण उन लोगों में काफ़ी असंतोष दिख रहा है, हर बार डॉक्टर साहब के द्वारा दी जाने वाली ऊर्जा के बारे में जिक्र कर प्रत्याशी समर्थकों के हौसले बढ़ाने का काम हरिराम नाई कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी रमेश सिंह के समर्थको का ओवर कॉन्फिडेंस साथ में आसमान पर चल रहा है लगभग अपने आप को जीता हुआ कैंडिडेट मानकर चल रहे हैं, उनके समर्थकों का मानना है कि लगभग दश बारह हजार मत यदि चिरमिरी से मिल जानें में कामयाब होते हैं उन्हें फिर किसी बात का डर नहीं है और वह आराम से चुनाव जीत रहे हैं लगभग कांग्रेस प्रत्याशी समर्थित कार्यकर्ता लगभग सभी इसी फॉर्मूले में काम कर रहे हैं, कांग्रेस अर्थशास्त्रियों का समूह हर पान ठेलों एवम चौक चौराहों पर ईसी प्रकार की चर्चा करता फिर रहा है। चिरमिरी में गोगपा के प्रत्याशी शेख ईस्माइल की दखल काफी जमीनी दिख रही है, लोकल का फैक्टर यदि चला तो गोगापा प्रत्याशी को इसका खूब फायदा मिलेगा, इस्माइल भी इसी आस में सभी घरों वार्डो मोहल्ले में घूम कर अपने पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं लोगों का मानना है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने चिरमिरी को इस लाइक नहीं समझा कि वह वहां से प्रत्याशी दे सके जबकि चिरमिरी नगर निगम है वहां पर दोनों पार्टियों से बड़े-बड़े लीडर अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे थे, जनसंख्या से की दृष्टि से भी चिरमिरी काफी बड़ा है लेकिन दोनों पार्टियों के आला कमान को चिरमिरी में कोई भी कार्यकर्ता उसे स्तर का नहीं दिखा जिसे वे विधानसभा का उम्मीदवार बनाते, इस बात को लेकर भी लोगों में आक्रोश व्याप्त है, जन चर्चाओं के बीच यह भी खबर आ रही है कि शेख इस्माइल को कांग्रेस पार्टी का वोट काटने के लिए श्याम बिहारी जायसवाल और डॉक्टर विनय जायसवाल के आपसिक सहमति से टिकट दिलाया गया है ताकि मुस्लिम मतों को वे काटते हैं तो भारतीय जनता पार्टी को फायदा होता दिख रहा है, भाजपा और कांग्रेस के पूर्व और वर्तमान विधायक जायसवाल बंधुओं का यह मानना है कि मनेद्रगढ़ विधानसभा में बीजेपी हो या कांग्रेस कलचुरी समाज का ही विधायक होना चाहिए, देखना यह है कि इस बार यह विधानसभा किस करवट बैठती है मतदाता अपना रुख यथावत रखते हैं या परिवर्तित करते हैं।
महापौर तो टिकट वितरण के बाद से ही रायपुर शिफ्ट
वही विधायक और विधायक के कट्टर समर्थक कुछ तो भाजपा में चले गए हैं और कुछ बैक डोर से भाजपा का समर्थन कर रहे हैं पूर्व विधायक और विधायक दोनों एक ही समाज से आते हैं कुछ दिनों को सामाजिक बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि समाज के व्यक्ति को ही मनेन्द्रगढ़ का प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए या भी एक कारण है कि रायपुर से बैठकर विधायक और उनकी पत्नी इन दोनों कांग्रेस के पक्ष में प्रचार ना कर समाज के लोगों को और अपने समर्थकों को बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने के आरोप लग रहे हैं महापौर तो टिकट वितरण के बाद जैसे रायपुर शिफ्ट होती हैं ऐसा लगता है कि उनका इस शहर से कोई वास्ता ही नहीं रहा यही वजह है कि महापौर और विधायक समर्थक कहीं पर भी कांग्रेस हित में कार्य करते नहीं दिख रहे हैं, हाला कि कांग्रेस के कुछ दूरदर्शी युवा नेता जो कभी विधायक के करीब थे वे चंद लोग अपना भविष्य अच्छा बनाए रखने के लिए वह कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं डॉक्टर समर्थक पुरी तरह से विलुप्त दिख रहे है।