बैकुण्ठपुर@रेस्ट हाउस वाली भीड़ के जैसी ही दिखाई दी कोरिया के अंत करने वाले विधानसभा अध्यक्ष की पटना में आयोजित सभा की भीड़

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  • क्या क्षेत्रीय सांसद को भी बैकुंठपुर के कांग्रेस प्रत्याशी पर भरोसा नहीं उन्होंने कहना पड़ा मेरा चेहरा देखकर जीत दिलाएं?
  • क्षेत्रीय सांसद को भी लोगों ने क्षेत्र में देखने का पाया सौभाग्य,लोगों ने यह भी कहा सांसद कब आखिरी बार पटना आईं थीं याद नहीं।
  • कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी की पैरवी करने वाले विधानसभा अध्यक्ष के सभा में  कांग्रेस प्रत्याशी सहित उनके समर्थक नहीं जुटा पाए अपार भीड़।
  • शासन काल में जितनी भीड़ बैकुंठपुर आने पर रेस्ट हाउस में होती थी उतनी भीड़ भी नहीं दिखी आम सभा में।
  • कुछ सैकड़े की भीड़ में हुई सभा,नामांकन रैली से उत्साहित प्रत्याशी एवम उनके समर्थकों को देखा गया काफी मायूस।
  • एक दिन पूर्व से ही विधानसभा अध्यक्ष के आने की जगह हेलीकॉप्टर आने का किया जा रहा था प्रचार,हेलीकॉप्टर के नाम पर भी नहीं जुटा पाए समर्थक भीड़।

बैकुण्ठपुर 03 नवम्बर 2023 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर की कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन रैली और आमसभा में नहीं पहुंच सके छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष उनकी धर्मपत्नी साथ ही क्षेत्र की सांसद दोनों साथ पहुंचे साथ ही जिन्हे कोरिया जिले का विभाजनकारी लगातार बताया जा रहा है उनकी आमसभा गुरुवार को पटना करजी ग्राउंड में आयोजित हुई, आमसभा में जुटी या कहें जुटाई गई भीड़ यह साबित कर गई की कहीं न कहीं विधानसभा अध्यक्ष साथ ही सांसद का जिले में अब वह असर नहीं रह गया है जो हुआ करता था क्योंकि अब लोग उन्हे जिले का विभाजनकारी कहीं न कहीं मानकर चल रहे हैं और उनसे नाराज नजर आ रहे हैं। गुरुवार को करजी ग्राउंड में विधानसभा अध्यक्ष सांसद जब बैकुंठपुर की कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान विधायक के समर्थन में आमसभा करने पहुंचे तब उपस्थित लोगों की संख्या देखकर यही अंदाजा लगाया गया की कोरिया का विभाजन लोगों के मन में कहीं न कहीं घर कर गया है और लोग इसका कारण विधानसभा अध्यक्ष को ही मानते हैं और वह मानते हैं की उन्होंने कोरिया के भविष्य का कहीं न कहीं अंत कर दिया। कोरिया जिले के हिस्से में विभाजन के बाद जो हिस्सा आया उससे दुगना हिस्सा नए जिले को मिला और यही कारण है की लोग नाराज हैं।


भीड़ जुटाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष का हेलीकॉप्टर से आने का प्रचार किया
विधानसभा अध्यक्ष सांसद सहित जब पटना करजी ग्राउंड पहुंचे तब जो उपस्थित जन समूह दिखा वह कुल उतना ही माना जा सकता है जो किसी नेता या उनके स्वयं कभी जिले आने पर रेस्ट हाउस में जुटती है और वह भी तब जब वह सत्ता में रहने के दौरान आते हैं,इस भीड़ में भी अधिकांश लोग कांग्रेस के कार्यकर्ता थे जिनमे नाराज कार्यकर्ता अधिक थे। विधानसभा अध्यक्ष की गुरुवार को पटना में आयोजित आमसभा में जो प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित थी की तैयारी ऐसा नहीं है की विधायक समर्थकों ने नहीं की थी वह पूरे जोर शोर से तैयारियों में लगे हुए थे और उन्हे एक दिन पहले ही पता चल गया था की विधानसभा अध्यक्ष का आगमन हो रहा है प्रत्याशी समर्थक काफी मेहनत भी किए जैसा बताया जा रहा है यहां तक की भीड़ जुटाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से ज्यादा हेलीकॉप्टर आने का प्रचार किया उन्होंने जिससे कम से कम हेलीकॉप्टर के नाम से ही लोग जुट सकें लेकिन उसमे भी समर्थकों को प्रत्याशी के सफलता नहीं मिली और कुछ सैकड़े की भीड़ में विधानसभा अध्यक्ष सांसद अपना उद्बोधन देकर चलते बने। विधायक समर्थक साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी समर्थक पहले से जानते थे की विधानसभा अध्यक्ष के नाम से भीड़ नहीं जुटने वाली इसलिए उन्होंने हेलीकॉप्टर का प्रचार ज्यादा किया था जिससे हेलीकॉप्टर के नाम से लोग पहुंचे आमसभा मैदान में लेकिन उनकी वह युक्ति भी कारगर साबित नहीं हुई और हेलीकॉप्टर देखने भी लोग नहीं जुटे।
क्या क्षेत्रीय सांसद को भी बैकुंठपुर के प्रत्याशी पर भरोसा नहीं उन्होंने कहना पड़ा मेरा चेहरा देखकर जीत दिलाएं?
सांसद चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एक बात कही की आप मेरा चेहरा देखकर कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिलाएं जिस पर सवाल यह उठता है क्या सांसद जी को भी बैकुंठपुर के कांग्रेस प्रत्याशी पर भरोसा नहीं है? जिस वजह से वह अपने चेहरे पर बैकुंठपुर प्रत्याशी के लिए वोट मांग रही हैं? क्या कांग्रेस  प्रत्याशी का चेहरा कहीं ना कहीं विवादों से घिरा हुआ है जिस वजह से उन्हें यह बात बोलना पड़ा? पटना क्षेत्र के लोग सांसद को पहली बार अपने सामने देखकर सबसे पहले उन्हे पहचानने में लगे रहे वहीं उन्होंने प्रत्याशी के समर्थन में मतदान की अपील करते हुए कहा की प्रत्याशी की जगह उनका चेहरा देखकर प्रत्याशी को जिताना है, इस पर कुछ लोग चुटकियां भी लेते सुने गए और उनका कहना था सांसद को ही जब पहली बार देख रहे हैं तो उनका चेहरा कैसे देखकर मतदान करें जबकि उनका चेहरा ही याद नहीं वहीं यह भी बात लोगों के बीच से सामने आई की क्या सांसद मान चुकी हैं की कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान विधायक को अपने चेहरे अपने कार्यकाल के कारण जनता नहीं चुनने जा रही है। वैसे बता दें क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में वर्तमान सांसद खुद कई हजार मतों से पीछे रह चुकी हैं और ऐसे में क्या वह अपना चेहरा सामने रखकर उसी तरह का समर्थन मांग रही हैं। उन्होंने पुराना चावल नया चावल की भी परिभाषा दी, उन्होंने कहा की पुराना चावल गीला नहीं होता नया गिला होता है इसलिए पुराना चुनना है नया नहीं, इसपर भी लोगों की प्रतिक्रिया आई की ऐसे में क्या वह क्या कहना चाहती हैं समझ में नहीं आया क्योंकि माना जाता है की चावल जितना पुराना होता है वह उतना गिला होने की प्रवृति छोड़ देता है ऐसे में क्या वह कितना पुराना चुनने को कह गईं कहीं पुराने वाले की तरफ तो उनका इशारा नहीं था।
विधानसभा अध्यक्ष का उद्बोधन,लाल बत्ती बांटकर जाने वाला हुआ साबित
विधानसभा अध्यक्ष ने जो उद्बोधन दिया यदि उसका पूरा संदेश समझा जाए तो यही निष्कर्ष निकला की वह लाल बत्ती लेकर आए थे और बांटकर चले गए, कहा भी जाता है उनको लेकर की वह असंतुष्ट स्थिति का आंकलन जब कर लेते हैं अपने झोले से लालबत्ती निकालते हैं जो ढेर सारा वह लेकर चलते हैं उनका यह पुराना अंदाज है, जब उन्हे किसी को मनाना होता है या किसी के लिए समर्थन जुटाना होता है वह अपना झोला निकालते हैं और लालबत्ती बांटना  शुरू करते हैं, पटना में भी उन्होंने यही किया उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को लालबत्ती जितने से पहले दे दिया और उन्हे मंत्री बनने का आशीर्वाद देकर जनता के सामने चले गए। मंत्री का प्रलोभन जनता के लिए था यह कांग्रेसी ही कहते सुने गए उनका भी मानना है की उनके झोले में लालबत्ती असंख्य है वह पहले भी बांटते थे आज भी बांटकर चले गए लेकिन उन्होंने आज तक जिसे कहा उसे शायद ही लालबत्ती मिला हो।वर्तमान विधायक कांग्रेस प्रत्याशी पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं उनके नाम से कोई किया हो बात अलग है,यह कहकर भी पेंच फंसा गए महंत
विधानसभा अध्यक्ष महंत ने कहा की वर्तमान विधायक साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी का कार्यकाल बेदाग रहा है उनके ऊपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है,उन्होंने आगे एक बात कहकर बात में पेंच फंसा दी वह यह की विधायक साथ ही वर्तमान प्रत्याशी ने तो भ्रष्टाचार नहीं किया उनके नाम से कोई किया हो तो अलग बात है,कुल मिलाकर इसे लोगों ने ऐसे समझा की भ्रष्टाचार हुआ जरूर यह खुद विधानसभा अध्यक्ष ने मान लिया ठीकरा दूसरों पर फोड़ दिया।
बैकुंठपुर से कांग्रेस प्रत्याशी के लिए पहले पहुंचे स्टार प्रचारक विधानसभा अध्यक्ष साथ ही सांसद का पहला ही कार्यक्रम साबित हुआ फ्लॉप शो
बैकुंठपुर से कांग्रेस प्रत्याशी के लिए विधानसभा अध्यक्ष साथ ही क्षेत्र की सांसद का पहला कार्यक्रम जो उनके समर्थन में मतदान की अपील करने के लिए आयोजित थी वह फ्लॉप शो साबित हुई, स्टार प्रचारक बतौर विधानसभा अध्यक्ष के लिए भी यह काफी खराब अनुभव रहा। स्टार प्रचारक की आमसभा में भीड़ नहीं जुटना साबित करता है की जनता फिलहाल शांत है वहीं कम से कम वह कोरिया जिले के विभाजन का कारण बने किस व्यक्ति को सुनना कतई पसंद नहीं करती। पहले ही आमसभा में भीड़ की संख्या नगण्य दिखने से आगे की सभाओं के लिए भी अब सोचने वाली स्थिति है कांग्रेस के लिए क्योंकि आगाज ही जब कमजोर साबित हुआ अंजाम का अंदाजा लगाया जा सकता है।
कांग्रेस प्रत्याशी की नामांकन रैली में जुटाई गई भीड़ से उत्साहित थे विधायक प्रत्याशी समर्थक,विधानसभा अध्यक्ष सांसद के कार्यक्रम में लोगों के नहीं पहुंचने से वह भी हुए मायूस
विधायक के वह समर्थक खासे उदास नजर आए जिन्होंने काफी मशक्कत कर कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान विधायक की नामांकन रैली में किसी तरह अच्छी भीड़ जुटाई थी,विधानसभा अध्यक्ष सांसद के कार्यक्रम में भी भीड़ जुटाने का जिम्मा उन्हीं का था लेकिन इस बार लोग नहीं पहुंचे और इसके पीछे की वजह यह मानी जा रही है की नामांकन दिवस गाड़ी में तेल और नाश्ते पानी की व्यवस्था थी इसलिए भीड़ जुट गई थी लेकिन आमसभा में खुद आने और अपना खर्च करके आने से लोग बचते नजर आए।विधानसभा अध्यक्ष सांसद के पटना करजी ग्राउंड में आयोजित सभा में स्कूली बच्चों की भी दिखी संख्या,उनको जोड़कर भीड़ पहुंची कुछ हद तक कई सैकड़ों में
पटना के करजी स्कूल ग्राउंड में विधानसभा अध्यक्ष सांसद की आमसभा हुई,आमसभा में आम लोग तो नजर नहीं आए लेकिन स्कूली बच्चे जरूर नजर आए। स्कूली बच्चों की संख्या से सभा की कुछ इज्जत बच गई वरना सैकड़ा भी पार बमुश्किल हो पाता।वैसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्कूली बच्चों सहित शिक्षकों का भी उद्बोधन में जिक्र किया जो साबित करता है की भीड़ इतनी थी की लोग पहचाने जा सकते थे।
आसपास तीन चार गांव मिलाकर ही है कई हजारों की जनसंख्या,फिर भी भीड़ नहीं पहुंच सकी चार अंको के आंकड़े तक
पटना की बात की जाए वहीं करजी ग्राउंड की बात की जाए तो इसके आसपास तीन चार गांव ऐसे हैं जहां से लोग पैदल भी आ सकते थे और इन गांवों की संख्या सभी की जोड़कर लगभग 7 हजार के आसपास है फिर भी आमसभा के हजार का आंकड़ा पार नहीं हुआ,कुल मिलाकर विधानसभा अध्यक्ष जो स्टार प्रचारक बनकर पहुंचे थे उन्हे भीड़ देखकर ही अंदाजा हो गया होगा की स्थिति फिलहाल कैसी है।
अंबिका सिंहदेव अन्य दावेदारों से मजबूत सभी मेहनत करेंगे तो वह जीत जाएंगी,यह चर्चा हुई राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित राहुल गांधी सोनिया गांधी से,महंत
विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा की टिकट के कई दावेदार होते हैं यहां के दावेदार तो मुझसे दूर वाले थे मेरी जेब वाले भी दावेदार थे, उन्होंने यह भी कहा की अंबिका सिंहदेव को लेकर एक ही बात राष्ट्रीय अध्यक्ष, सोनिया गांधी राहुल गांधी से हुई की वही मजबूत हैं सभी मेहनत करेंगे तो वह जीत ही जाएंगी।
वेदांती तिवारी पर कटाक्ष करना नहीं भूले विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस के बैकुंठपुर विधानसभा से प्रबल दावेदार सर्वे में सबसे ऊपर रहने वाले वेदांती तिवारी पर भी कटाक्ष करना नहीं भूले, उन्होंने बातों ही बातों में उन्हे यह एहसाह करा दिया की उन्हे पार्टी ने दो बार मौका दिया और वह जीत दर्ज नहीं कर सके। विधानसभा अध्यक्ष की वेदांती तिवारी को लेकर की गई बात पर वेदांती तिवारी समर्थक नाराज दिखे उनका कहना है की यह कहना शायद जरूरी नहीं था। जबकि वह वर्तमान प्रत्याशी के लिए वोट की अपील करने आए थे।भरतपुर सोनहत विधायक साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी को पहले ही दे चुके हैं लालबत्ती का आशीर्वाद
विधानसभा अध्यक्ष लालबत्ती बांटने में माहिर हैं यह इस बात से भी समझा जा सकता है की उन्होंने पहले ही भरतपुर सोनहत विधायक साथ ही प्रत्याशी को लालबत्ती का आशीर्वाद दे दिया है। अब बैकुंठपुर से कांग्रेस प्रत्याशी को भी लालबत्ती वह देकर चले गए इस तरह 12 से 13 मंत्रीमंडल सदस्यों में दो लालबत्ती विभाजित कोरिया जिले में ही वह दे गए जबकि अभी पूरा प्रदेश बाकी है।
क्षेत्र की सांसद को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ पटना क्षेत्र के लोगों को
क्षेत्र की सांसद भी मंच पर मौजूद रहीं उद्बोधन भी दिया। क्षेत्र के लोगों ने भले ही चुनाव के समय अपने सांसद को देखने का सौभाग्य प्राप्त किया जिससे वह उत्साहित दिखे और आपस में बात भी करते देखे गए की आखिरी बार कब उनका आगमन हुआ था यह तो याद नहीं इस बार का उनका आगमन याद रहेगा।
क्या झूठ बोलकर चले गए विधानसभा अध्यक्ष?
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की उनका पहला चुनावी सभा बैकुंठपुर विधानसभा में हुआ है,यह कहीं झूठ तो नहीं कह गए विधानसभा अध्यक्ष,उन्होंने भरतपुर सोनहत सहित मनेंद्रगढ़ में नामांकन के दौरान रैली को संबोधित किया था और उसे चुनावी सभा ही कहा जा सकता है।
वरिष्ठ कांग्रेसियों सहित प्रबल दावेदारों को मंच पर बैठाया गया सबसे किनारे,जोगी कांग्रेस से आए नेताओं ने यहां भी मंच किया हाइजैक
मंच पर यह भी देखने को मिला की जो कांग्रेस नेता टिकट के दावेदार थे उन्हे मंच पर सबसे किनारे की जगह दी गई,जोगी कांग्रेस से कांग्रेस में शामिल लोगों ने मंच को हाइजैक किए रखा यह देखने को मिला,जिला पंचायत उपाध्यक्ष टिकट के प्रबल दावेदार पीसीसी सदस्य वेदांती तिवारी,वरिष्ठ नेता योगेश शुक्ला मंच पर किनारे बैठाए देखे गए।
क्या बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस परिवारवाद की राजनीति ही करने वाली है,विधानसभा अध्यक्ष के बयान से उठे सवाल
विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा की स्व कोरिया कुमार की भतीजी हैं और उन्होंने अंतिम समय में अपनी भतीजी के लिए उनकी जिम्मेदारी उन्हे दी थी, अब उन्हे आगे बढ़ाना उन्हे जीत दिलाना मेरी जिम्मेदारी है,ऐसा कहकर उन्होंने यह भी साबित किया की एक तरह से वह परिवारवाद की बात कर रहे हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस बैकुंठपुर विधानसभा में परिवारवाद के सहारे ही राजनीति करने वाली है यह सवाल भी उठने लगा है।


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