- अपनी ही जुबान से पलटने में माहिर हो गए हैं आजकल राजनीति से जुड़े लोग,जबान की अपनी कीमत ही भुला बैठे नेता।
- पार्षद पत्नी भतीजे के साथ लौटे कांग्रेस में कांग्रेस प्रत्याशी की नामांकन रैली के दौरान कराई गई घर वापसी।
- उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के सामने खड़े होकर पुनः कांग्रेसी होने की दी गवाही,बैकुंठपुर से कांग्रेस प्रत्याशी भी रही मौजूद।
- बैकुंठपुर विधानसभा की जिम्मेदारी सम्हाल रहे जोगी कांग्रेस से कांग्रेस में आए दानिश रफीक के प्रयासों से हुई आफताब अहमद छोटे खान की घर वापसी।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 30 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। हांथी घोड़ा कहीं भी रह लूंगा कांग्रेस में नहीं रहूंगा कहने वाले बड़बोले पूर्व कांग्रेसी नेता आफताब अहमद छोटे खान जिन्होंने नगरपालिका चुनाव में अध्यक्ष पद का दावेदार न बनाए जाने के कारण नाराज होकर कांग्रेस छोड़ दी थी ने बैकुंठपुर कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन के दिन खुद से आकर फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया और अब वह फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए।
आफताब अहमद उर्फ छोटे खान को जैसा की माना जा रहा था और सूत्रों से पता भी चल रहा था की अंबिकापुर के एक हाल ही में जोगी कांग्रेस से कांग्रेस में शामिल हुए नेता दानिश रफीक अपनी गिरफ्त में लेने का प्रयास कर रहे हैं और वह उन्हे कांग्रेस में वापस ले ही आयेंगे और हुआ भी वैसा ही कांग्रेस में कभी वापसी नहीं करने का बोलकर कांग्रेस छोड़कर गए आफताब अहमद छोटे खान ने कांग्रेस में फिर से वापसी कर ली। आफताब अहमद छोटे खान की वापसी भी बेहद दिलचप्स रही वह जिस कद का नेता खुद को मानते थे उसके विपरीत हुई क्योंकि उनकी वापसी कराने वाले नेताओं में से अधिकांश वह नजर आए जो जोगी कांग्रेस में जाकर एक चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की हार के लिए प्रयास करने के बाद कांग्रेस में खुद वापसी की है और उन्ही लोगों ने आफताब अहमद को उप मुख्यमंत्री के कोरिया जिला आगमन पर हेलीपैड ले जाकर गले में कांग्रेस चिन्ह का गमछा उप मुख्यमंत्री से डलवा दिया और जिसके बाद उनकी वापसी कांग्रेस में मान ली गई। आफताब अहमद छोटे खान की कांग्रेस वापसी के बाद ही यह भी तय हो गया की उनकी पार्षद पत्नी साथ ही उनके भतीजे जो भी पार्षद हैं की भी वापसी हो गई क्योंकि दोनो छोटे खान की वजह से ही कांग्रेस से दूर हुए थे और अब फिर वह कांग्रेस में शामिल हुए तो वह भी शामिल मान लिए गए। आफताब अहमद छोटे खान की कांग्रेस वापसी के बाद अब बैकुंठपुर शहर में कांग्रेस के मजबूत होने का दावा किया जा रहा है क्योंकि माना जाता है की वह एक बड़े वोट बैंक के मालिक हैं और वह उधर ही पड़ता है जिधर आफताब खान का इशारा होता है।
क्या मुस्लिम मतदाताओं नेताओं को मनाने और उनकी नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी अंबिकापुर के दानिश रफीक सम्हालने वाले हैं?
सरगुजा से कोरिया के बैकुंठपुर विधानसभा की जिम्मेदारी सम्हालने पहुंचे दानिश रफीक पहले से ही इसी चक्कर में लगे हुए थे की किसी तरह वह आफताब अहमद की घर वापसी करा सकें और वह ऐसा करा पाने में सफल हुए वरना जैसा आफताब अहमद कहकर गए थे कोंग्रेस से की हांथी घोड़ा कहीं जाऊंगा कांग्रेस में नहीं रहूंगा लगता नही था वह लौटेंगे वैसे राजनीति में सबकुछ जायज है राजनीति में जिधर बम उधर हम वाली कहावत काफी ज्यादा देखने और समझने को मिलती है उनकी पार्टी में वापसी कराने वाले भी कभी जोगी कांग्रेस में थे जब उधर लाभ की संभावना कम हुई कांग्रेस में लौट आए और अब दूसरों को प्रेरित कर रहे हैं। वैसे अब एक मामले में बैकुंठपुर विधानसभा का समीकरण कांग्रेस को लेकर तय हो गया वह यह की मुस्लिम मतदाताओं नेताओं को मनाने और उनकी नाराजगी दूर करने के लिए अंबिकापुर के दानिश रफीक जिम्मेदारी सम्हालने वाले हैं और वह मुस्लिम मतदाताओं को कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में करने का हर प्रयास करेंगे क्योंकि समुदाय की नाराजगी पार्टी से कभी नहीं रही विधायक से नाराजगी बनी हुई है जिसे वह धीरे धीरे दूर कर चुनाव तक पक्ष में लाने का प्रयास करेंगे जिसमे वह सफल हो चुके हैं यह माना भी जा रहा है।
राजनीति में जबान की कीमत कुछ नहीं,स्वार्थ से बढ़कर सिद्धांत नहीं देखा जाता रहा है
आफताब अहमद की कांग्रेस पार्टी में वापसी के बाद यह स्पष्ट हो गया की राजनीति में न तो जबान की कीमत होती है और न सिद्धांत कोई नेता लेकर चलता है सबकुछ निज स्वार्थ तक सीमित मामला रहता है जैसे ही स्वार्थ पूर्ति का एहसास होने लगता है वैसे ही सब कुछ छोड़कर जबान सिद्धांत नेता स्वार्थ से जुड़ जाते हैं और अपना हित साधने में ही रत हो जाते हैं,वह यह भी भूल जाते हैं की उन्होंने जो जबान दी थी उसे लोग याद रखे हुए हैं और उनके पलटी मारने को लेकर लोग उनके स्वार्थ मामले से ही जोड़ेंगे मात्र।
उप मुख्यमंत्री के सामने हेलीपैड पर पुनः कराई गई छोटे खान की कांग्रेस वापसी,गले में गमछा डालकर बनाए गए कांग्रेसी
आफताब अहमद छोटे खान की कांग्रेस वापसी बैकुंठपुर से कांग्रेस प्रत्याशी अंबिका सिंहदेव के नामांकन दिवस कराई गई वह भी हेलीपैड में वापसी कराई गई जहां उप मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे,छोटे खान को राह चलते ही उप मुख्यमंत्री ने एक कांग्रेस चिन्ह का गमछा पहना दिया और उन्हे कांग्रेस में वापस मान लिया गया,माना जा रहा था की पहले मंच पर कांग्रेस में वापसी कराई जानी थी लेकिन उप मुख्यमंत्री मंच पर गए ही नहीं वह सीधे नामांकन के लिए रैली में शामिल हो गए और यही वजह हुई जो छोटे खान को रास्ते चलते कांग्रेस में प्रवेश करा दिया गया।
आफताब की कांग्रेस में वापसी के दौरान यह लोग रहे मौजूद
आफताब अहमद छोटे खान की कांग्रेस वापसी के दौरान मुख्य सूत्रधार अंबिकापुर के दानिश रफीक मौजूद रहे वहीं इस दौरान विकास श्रीवास्तव,रियाज कुरैशी सहित विधायक एवम कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी मौजूद रहे।मुख्य सूत्रधार दानिश रफीक जहां आफताब अहमद को लेकर सबसे आगे नजर आए वहीं अन्य ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।