- संदर्भ बैकुंठपुर विधानसभा,कोयला कारोबार ही रहा है बैकुंठपुर विधानसभा में किसी प्रत्याशी के पीछे कार्यकर्ता की संख्या का आधार।
- अवैध कारोबारियों ने बैकुंठपुर विधायक के जीत का उठाया है जिम्मा,कई अलग अलग गुट हैं सक्रिय।
- जीत के बाद किस गुट को मिलेगी अवैध कारोबार करने की हरी झंडी?
- अब बैकुंठपुर विधानसभा के मतदाताओं का निर्णय होगा अंतिम निर्णय,अवैध कारोबार को मिलेगा जनमत या मिलेगा किसी जनसेवक को अवसर।
- कोयला सहित अवैध कारोबार से जुड़े लोग राजनीतिक मंचों की बनेंगे शोभा यह अब तय नजर आने लगा।
- बैकुंठपुर विधानसभा में अवैध कारोबारी ही प्रत्याशियों के इर्द गिर्द नजर आएंगे यही अब समझ में आने लगा।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 26 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर विधानसभा में विधानसभा चुनाव 2023 का आगाज हो चुका है भाजपा कांग्रेस दोनो प्रमुख दलों ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं अब केवल शक्ति प्रदर्शन शेष बचा है जो दोनो राजनीतिक दल साबित करने की जुगत में लगे हुए हैं वहीं अब बैकुंठपुर विधानसभा में यह देखने को मिल रहा है की अवैध कारोबारी कोयला कारोबारी राजनीतिक मंचों राजनेताओं सहित दलों के घोषित प्रत्याशियों के लिए जोर आजमाइश कर रहें हैं वहीं वह माहौल देखकर जिधर संभावना है जीत की उधर अपने अपने आंकलन अनुसार अपना पैर जमा रहे हैं,इस बार देखने को मिल रहा है की कोयला कारोबारी पूरी तरह बैकुंठपुर विधायक की तरफ एकजुट हैं,अवैध कोयला का कारोबार बैकुंठपुर विधानसभा में किसी प्रत्याशी के लिए एक बड़ा सहयोगी आधार रहा है हमेशा से इस बार वह आधार बैकुंठपुर विधायक के साथ जाता नजर आ रहा है इसकी वजह भी यह मानी जा रही है की बीते वर्षों में कारोबार सबसे ज्यादा सफल रहा है कोयले का हो रेत का हो या अन्य कोई अवैध कारोबार सभी फलते फूलते नजर आए इस बार कोयला कारोबारी विधायक के जीत का जिम्मा सम्हाले हुए हैं यह बताया जा रहा है।
अब उन्हे सफलता मिलती है या उन्हे असफलता मिलती है यह तो जनता को तय करना है लेकिन बताया जा रहा है की इस बार मंचों पर अवैध कारोबार करने वाले हावी होंगे वह मंच के लिए सभी तरह से जिम्मेदारी संभालेंगे यह तय किया जा चुका है।वैसे अवैध कारोबारी कभी एक तरफ नहीं रहते वह समय अनुसार अपना पाला बदलते हैं यह भी माना जाता है लेकिन इस बार वह एक तरफा चल रहे हैं उन्हे भविष्य के लिए आश्वाशन है यह बताया जा रहा है।अब देखना है की अवैध कारोबार को सहारा देने के नाम पर उन्हे कौन अपने साथ कर पाता है जबकि अभी उनका झुकाव वर्तमान की तरफ है।
क्या अवैध कारोबारियों के सहारे सत्ता की कुर्सी तक का रास्ता तय करने वाले हैं बैकुंठपुर विधानसभा के प्रत्याशी?
बैकुंठपुर विधानसभा में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सबसे अधिक सक्रिय अवैध कारोबारी हैं,कोयले सहित रेत का अवैध कारोबार करने वाले प्रत्याशियों के साथ हर पल नजर आ रहे हैं वहीं वही मंच का संयोजन कर रहे हैं और हर तैयारी वह कर रहे हैं वह चिंतित भी हैं और लगे हुए हैं अपने प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने में,अवैध कारोबारियों की सक्रियता देखकर यह सवाल उठता है की क्या सत्ता की कुर्सी तक का रास्ता क्या अवैध कारोबारियों के सहारे तय करेंगे प्रत्याशी वैसे देखकर यही लगता है असली जीत का दारोमदार अवैध कारोबारियों के ही जिम्मे है जिसमे वह लगे हुए हैं पूरे मनोयोग से।
अवैध कारोबारियों का गई गुट है सक्रिय वह लगातार कर रहा है प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार
अवैध कारोबारियों का कई गुट सक्रिय हो गया है,वह जगह जगह जाकर प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने में लगा हुआ है वही वह किसी भी स्थिति में अपने प्रत्याशी के लिए जीत का रास्ता तय करने में लगा हुआ है।अवैध कारोबारी सभी सबसे ज्यादा चिंतित हैं,उन्हे यह मालूम है उनका प्रत्याशी जीतकर आएगा तभी उनका कारोबार फलेगा फूलेगा वरना उनका कारोबार प्रभावित होगा इसलिए वह लगे हुए हैं हर तरह से प्रचार कर अपने प्रत्याशी के लिए माहौल बनाने में लगे हुए हैं।
मंचो पर भी नजर आयेंगे अवैध कारोबारी,मंच का जिम्मा भी होगा उनका ही,कार्यकर्ताओं से ज्यादा जिम्मेदारी उनकी होगी यह भी देखने को मिलेगा
इस बार के चुनाव में अवैध कारोबारी ही सर्वे सर्वा होंगे वह मंच का जिम्मा भी खुद देखेंगे वही सर्वे सर्वा होंगे पार्टी के वह कार्यकर्ता जो पार्टी की रीढ़ होते हैं वह उनके पीछे होंगे यह इस बार देखा जायेगा। कार्यकर्ताओं के ज्यादा जिम्मेदारी उन्ही की होगी क्योंकि उन्ही पर प्रत्याशी ज्यादा विश्वास कर रहे हैं जो देखने को भी मिलने लगा है। कुल मिलाकर प्रत्याशी अब अवैध कारोबारियों के सहारे मैदान में उतर चुके हैं वहीं वह उन्ही पर विश्वास भी कर पा रहे हैं कार्यकर्ताओं पर नहीं।
आशा साहू को भाजपा का साबित करने में भी भूमिका निभा चुके हैं अवैध कारोबारी,आशा साहू की प्रबल दावेदारी समाप्त करने में उनकी भूमिका अहम
इस बार कांग्रेस से आशा साहू प्रबल दावेदार थीं,वहीं उनकी टिकट अंतिम समय तक तय भी नजर आ रही थी ,यह जानकर की विधायक का टिकट कट रहा है विधायक समर्थक अवैध कारोबारी ही वह थे जिन्होंने आशा साहू को भाजपाई साबित किया था,आशा साहू की वह तस्वीरें जो वह सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान जहां हर दल के नेता मौजूद थे या सामाजिक कार्यक्रम जहां भाजपा नेता मौजूद थे उसे पार्टी फोरम तक यह बताकर पहुंचाना की वह भाजपा मानसिकता की हैं यह उन्ही लोगों की सोच थी जो अवैध कारोबार से जुड़े हुए हैं।आशा साहू की दावेदारी तो वह उन्हे भाजपाई साबित कर समाप्त कर दिए जबकि वह अभी तक भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं थीं लेकिन विधायक के लिए भी साहु समाज को उकसाने का काम कर दिया जो उनके लिए समस्या का विषय बन गया है क्योंकि साहू समाज भी यह सोच रहा है की टिकट काटने के लिए जब कांग्रेस सदस्य साहू समाज की महिला दावेदार को भाजपा बताने से भी परहेज नहीं किया विधायक समर्थकों ने तो क्यों न साहू समाज भाजपा की तरफ ही जाए कांग्रेस का साथ छोड़ दें।
अवैध कारोबार को मिलेगा जनमत या होगी जन सेवक किसी नेता की जीत यह तय करेंगे अब बैकुंठपुर विधानसभा के मतदाता
बैकुंठपुर विधानसभा में अवैध कारोबार काफी बड़े स्तर पर होता आया है,कोयले का रेत का कारोबार यहां प्रमुख है वहीं इन्ही कारोबार से जुड़े लोग अब प्रत्याशियों के लिए जनमत जुटाने में लगे हुए हैं,इस कारोबार से जुड़े लोग ज्यादा नहीं हैं लेकिन उन्हे विश्वास है की उनका जनाधार ज्यादा है और वह किसी का भी भविष्य राजनीतिक तय कर सकते हैं। अब देखना है की यहां जनता की जीत होती है जनसेवा के नाम पर कोई जीत दर्ज करता है या फिर अवैध कारोबारी जिसके पक्ष में जायेंगे उसकी जीत होगी,वैसे हर मंच पर अवैध कारोबारी नजर आएंगे यह तय माना जा रहा है।