- दोनों राष्ट्रीय पार्टी से बोर होने वाले,वादाखिलाफी करने वाले पार्टियों को वोटर सीखा सकते हैं सबक।
- क्या युवा व शिक्षित प्रत्याशी को मौका देगी क्षेत्र की जनता?
- पटना 84 के पास अपना प्रत्याशी, पर दो स्थापित पार्टियों से सीधी टक्कर।
- आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी युवा,बुजुर्ग सभी तक पहुंच कर मांग रहे उनसे अपना आशीर्वाद।
बैकुण्ठपुर 25 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। देश की राजधानी दिल्ली में तीन बार धमाकेदार परचम फहराने के बाद एक बड़े राज्य पंजाब में विपक्षियों का सुपड़ा साफ करते हुए सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी ने जब गुजरात विधानसभा चुनाव जोर-शोर से लड़ा और आजादी के बाद से ही स्थापित कांग्रेस से भी अच्छा प्रदर्शन कर दिखाया। जबकि गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की एकतरफा चली थी, बावजूद इसके आम आदमी पार्टी के पांच प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे। इसके बाद हुए दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी का भी सफाया करते हुए अपना कब्जा जमाया, तब देश की नजरें इस पार्टी की ओर उठ चली और लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिरकार कोई तो बात होगी इस पार्टी के सरकार के काम करने के तौर तरीकों में, जिस कारण अल्प समय में ही पार्टी ने उम्मीद से अधिक सफलता का स्वाद चखा और देश की राजधानी दिल्ली में तीन बार लगातार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस का सुपड़ा साफ कर दिया। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी प्रदेश के सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, और पार्टी की और से बनाए गए विधानसभा प्रत्याशियों की ओर नजर डालें, तो यहां भी पार्टी स्वच्छ छवि वाले युवाओं को नेतृत्व का मौका दे रही है। इसी तारतम्य में बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 से आम आदमी पार्टी ने पेशे से युवा चिकित्सक जो पटना 84 क्षेत्र के ग्राम छिंदिया से आते हैं, डॉक्टर आकाश जायसवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। हालांकि डॉक्टर आकाश जायसवाल का अब तक का अधिकांश समय प्रदेश की राजधानी रायपुर में बीता है। परंतु उनको व्यक्तिगत रूप से जानने वालों की संख्या भी क्षेत्र में बहुतायत है। क्योंकि पेशे से चिकित्सक होने के नाते बहुत से क्षेत्रीय लोगों को उन्होंने राजधानी रायपुर में चिकित्सा सुविधा प्रदान करने में महती भूमिका निभाई है। डॉक्टर आकाश जायसवाल विगत एक वर्ष से आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने के बाद क्षेत्र में सक्रिय हैं, और लोगों को आम आदमी पार्टी के विचारधारा से जोड़ने का अनथक प्रयास किया है। जिसके एवज में पार्टी ने उन्हें अपना विधानसभा प्रत्याशी बनाया है।
प्रदेश में और क्षेत्र में तीसरे विकल्प की मांग वर्षो से,क्या आम आदमी पार्टी प्रत्याशी बन सकते हैं बेहतर विकल्प
छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद ही प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से अलग तीसरी विकल्प की मांग ने समय-समय पर बहुत जोर पकड़ा। कई क्षेत्रीय दलों ने इसका प्रयास भी किया। प्रदेश के कई कद्दावर नेताओं ने तीसरे मोर्चे को सफल बनाने का प्रयास किया, परंतु अभी तक सफलता किसी को भी नहीं मिल पाई। प्रदेश के साथ ही बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में भी दोनों राष्ट्रीय पार्टियों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेताओं से अपेक्षित जन कल्याण पूर्ण ना होने की एवज में तीसरे विकल्प के बारे में सोचने वाले लोगों की भी संख्या मौजूद है। परंतु उपरोक्त दोनों दलों के अलावा अन्य पार्टियां जिन्होंने अपने उम्मीदवार तो उतारे, परंतु जातिगत और क्षेत्रीय पार्टी होने का करण उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली। इस बार एक और तीसरे राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी आम आदमी पार्टी से बैकुंठपुर विधानसभा में शिक्षित और युवा डॉक्टर आकाश जायसवाल आम आदमी पार्टी से मैदान में हैं।अब देखने वाली बात यह है कि बहुप्रतीक्षित तीसरे विकल्प की मांग पूरी हो पाती है या नहीं?? हालांकि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में रुष्ट नेताओं की संख्या इस विधानसभा चुनाव में स्पष्ट परिलक्षित हो रही है, इन रुष्ट नेताओं का रुख किस ओर रहेगा, यह भी देखने वाली बात होगी।
पटना 84 के पास अपना प्रत्याशी, पर दो स्थापित पार्टियों से सीधी टक्कर
पटना 84 जो बैकुंठपुर विधानसभा का सबसे महत्वपूर्ण भूभाग और हिस्सा है, और जिस क्षेत्र में पूरे विधानसभा के एक तिहाई से ज्यादा वोटर निवासरत हैं। यहां के निवासियों को उम्मीद थी कि इस बार प्रदेश में स्थापित दोनों राजनीतिक पार्टियों में से कोई एक पार्टी पटना 84 के वोटरों को ध्यान में रखते हुए यहां से अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। परंतु क्षेत्र के विकास के लिए सोचने वाले बुद्धिजीवियों की इस मंशा पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने पानी फेर दिया। जबकि इन दोनों पार्टियों से पटना 84 के कद्दावर नेताओं ने दावेदारी प्रस्तुत की थी। समय-समय पर पटना 84 के बुद्धिजीवी वर्ग द्वारा इस क्षेत्र के विकास के लिए राजनीतिक पार्टियों की ओर मुंह ताकना पड़ा है, जिस पर तीसरी राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी आम आदमी पार्टी ने मुहर लगाया और एक शिक्षक परिवार के युवा चिकित्सक को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिनकी सीधी टक्कर भाजपा और कांग्रेस के दो स्थापित नेताओं से है। इस विधानसभा चुनाव में अब देखने वाली बात यह होगी, कि क्या पटना के 84 ग्रामों का बुद्धिजीवी वर्ग एकमत होकर अपने क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को विधानसभा तक भेजता है या नहीं?
आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी युवा, बुजुर्ग,महिलाएं सभी तक पहुंच कर मांग रहे उनसे अपना आशीर्वाद
आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर आकाश जायसवाल ने अपना जनसंपर्क काफी पहले से प्रारंभ कर दिया था। परंतु बड़ा क्षेत्र और अल्प समय होने के कारण अभी तक बहुतायत जगह में उनकी पैठ नहीं बन पाई है। बावजूद इसके विधानसभा प्रत्याशी घोषित होने के पूर्व से ही उन्होंने गांव-गांव, घर-घर दस्तक देना प्रारंभ कर दिया था, जो वर्तमान तक जारी है। अपने चुनावी कैंपेन में आम आदमी पार्टी प्रत्याशी 24 घंटे जुटे हुए हैं। क्योंकि यह पार्टी और उसके प्रत्याशी क्षेत्र के लिए नये हैं। और इनके पास जन-धन संसाधन की भी अन्य प्रत्याशियों की तुलना में कमी है। बावजूद इसके अपना पूरा जोर पार्टी प्रत्याशी लोगों को रिझाने में लगे हुए हैं। क्षेत्र के लिए नए होने के बावजूद भी युवा होना, उच्च शिक्षित होना, पेशे से डॉक्टर होना इनके बहुत काम आ रहा है। साथ ही प्रखर वक्ता होने के कारण लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में ये सफल होते हुए दिखाई दे रहे हैं। सीमित और कम संसाधन में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की चाह रखने वाले युवा डॉक्टर आकाश जायसवाल का चुनाव नतीजा क्या होगा, यह तो समय के गर्भ में है। परंतु जिस ऊर्जा के साथ आम आदमी पार्टी प्रत्याशी ने अपना कैंपेन प्रारंभ किया है, वह अन्य पार्टी प्रत्याशियों के लिए सोचनीय विषय बनेगा, यह तय है।