नाराज अखिलेश यादव बोले-कांग्रेस धोखेबाज है,पता होता तो नहीं करते गठबंधन
सीतापुर,19 अक्टूबर 2023(ए)। सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस से खासा नाराज हैं। बृहस्पतिवार को सीतापुर पहुंचे सपा मुखिया ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि कांग्रेस अपने चिरकुट नेताओं से सपा के लिए बयानबाजी न करवाए। अखिलेश ने कांग्रेस को धोखेबाज बताते हुए कहा कि अगर उन्हें पता होता इंडिया गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो वह कांग्रेस से बात ही नहीं करते। शाहजहांपुर जाते समय वह सपा जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव के आवास पर पत्रकारों से मुखातिब थे। अखिलेश ने कहा कि अगर वे (कांग्रेस) कहते हैं, कि विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं है तो हम स्वीकार करते हैं। शायद हमें ही कन्फ्यूजन रहा होगा। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के मध्य प्रदेश में सपा की कोई हैसियत नहीं है संबंधी बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश बोले कि उनकी हैसियत क्या है। इंडिया गठबंधन के बारे में वे कितना जानते हैं, क्या बैठकों में थे।
आजम मुस्लिम इसलिए हो रहा अन्याय
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खां मुस्लिम हैं, इसलिए उनके साथ अन्याय हो रहा है। सारी चीजों पर गौर करने से यही लगता है। अखिलेश बोले कि सवाल यह है, आजम खां के साथ साजिश कौन कर रहा है। भाजपा या उसके समर्थक। आजम से मिलने के सवाल पर बोले कि यह फैसला उन पर छोड़ दें। आजम उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पारिवारिक सदस्य हैं।
सीतापुर में सांड़ बहुत दिखते
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि सीतापुर में सांड़ बहुत दिखते हैं। हाईवे के डिवाइडर पर जगह-जगह सांड़ बैठे नजर आते हैं। भाजपा वाले क्या कर रहे हैं। धान खरीद केंद्र पर क्या किसी किसान की उपज खरीदी जा रही है। यह भी बड़ा सवाल है। देवरिया में पत्रकारों पर हुए लाठीचार्ज पर उन्होंने कहा हमें दुख बीजेपी सभी को पीट रही है। पत्रकार अगर सही लिखते हैं तो जांच हो जाएगी।
जैसा व्यवहार करेंगे वैसा ही देखने को मिलेगा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्व में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस नेता ने बैठक बुलाई थी। जिसमें हमने उन्हें समाजवादी पार्टी की पूरी रिपोर्ट दिखाई। रात एक बजे तक समाजवादी पार्टी के नेताओं को उन्होंने जगाया और आश्वासन दिया कि हम छह सीटों पर विचार करेंगे, लेकिन जब सीटें घोषित की गईं तो समाजवादी पार्टी शून्य रही। अगर मुझे पहले पता होता कि विधानसभा स्तर पर इंडिया का कोई गठबंधन नहीं है। तो हम उसमें कभी मिलने नहीं जाते। समाजवादी पार्टी के साथ जैसा व्यवहार होगा वैसा व्यवहार उनको (कांग्रेस) देखने को मिलेगा।