पदस्थ शिक्षक व व्याख्याता नहीं होना चाहते भारमुक्त,विद्यालय के प्रभारी व्याख्याता बनने लगी होड़,प्रभारी बनने विभाग में लगती है बोली?
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,14 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। कार्यालय कलेक्टर एवं दंडाधिकारी जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर छत्तीसगढ़ से आदेश क्रमांक2707/सथा0/शिक्षा /2023–24दिनांक 19/09/2023/ को मनीष व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खड़गवां (संलग्न ) कार्यरत संस्था अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यालयों द्वारा शिक्षकीय संवर्ग के कर्मचारियों को विभिन्न आदेशो के तहत अध्यापन एवं कार्यालयीन कार्यों हेतु व्यवस्था के तहत आदेशित किया गया था।वर्तमान में शासन द्वारा संलगनीकरण समाप्त किए जाने हेतु निर्देशित किए गए हैं उक्त निर्देशानुसार निम्नलिखित शिक्षकों /व्याख्याताओ को कलम नंबर 05 मे दर्शित उनके मूल पदस्थापना हेतु कार्य मुक्त किया जाता है यह आदेश तत्काल प्रभाव शील होंगा।
एकलव्य सयुंक्त आदर्श आवासीय विधालय पोडीडिह विकास खंड खडगवा में प्रभारी व्याख्याता मनीष एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह के दायित्व से मुक्त करते हुए उनके मूल पदस्थापना शा.उ.मा.वि खड़गवां हेतु वापस किया जाता है उसके बाद भी प्रभारी का मोह एकलव्य सयुंक्त आदर्श आवासीय विद्यालय पोडीडिह विकास खंड खडगवा से नहीं जा रहा है आखिर क्यों ? जबकि मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के कलेक्टर महोदय के आदेश के तहत सभी विकास खंडों में संलग्न शिक्षकों / व्याख्याताओ को भारमुक्त कर दिया गया है। मगर खड़गवां विकास खंड के एकलव्य संयुक्त आदर्श आवासीय विद्यालय में संलग्न शिक्षकों/ व्याख्याता आज भी संलग्न है उन्हें आज तक संस्था से भारमुक्त नहीं किया गया और आज भी उसी संस्था में पदस्थ रहते हुए कार्य कर रहे हैं।
संलग्नीकरण के लिए जोर-शोर से लगे है व्याख्यता
गौरतलब हो कि यह आदेश कलेक्टर महोदय का तत्काल प्रभावशील होगा उसके बाद भी प्रभारी व्याख्याता कलेक्टर के आदेश को दरकिनार करते हुए कार्य है। सूत्रों से मिली जानकारी से कि एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह में पुनः संलग्नीकरण के लिए व्याख्याता बड़े जोर शोर से जुगत में लगे हुए हैं ? आज भी उसी एकलव्य आवासीय विद्यालय में कार्य कर रहे है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में ही ये शिक्षक/व्याख्याता मनमाने तरीकें से एकलव्य सयुंक्त आदर्श विधालय मे डटे हुए हैं नहीं किया जाता है मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर कलेक्टर के आदेश का पालन जबकि कलेक्टर महोदय के आदेश में स्पष्ट लिखा है कि तत्काल प्रभाव शील होंगा आखिर ऐसा क्या है? इस एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह में जहां से भार मुक्त नहीं होना चाहते हैं प्रभारी व्याख्याता?
प्रभारी ने नहीं किया फोन रिसीव
आदिवासी विकास विभाग में मात्र अधिकारीओ का राज रह गया है जो मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर से एकलव्य सयुंक्त आदर्श विधालय के सफल संचालन करने का दावा कर रहे हैं? इस संबंध मे एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह के प्रभारी से उसके मोबाइल नंबर 9098975841 के माध्यम से उनका पक्ष जानने लिए संपर्क किया गया उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।