एमसीबी@क्या विधायक प्रतिनिधि होना प्रेस क्लब अध्यक्ष पत्रकार होना शासकीय भूमि पर कब्जा करने का देता है किसी को अधिकार?

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  • गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला एमसीबी ने प्रेस क्लब अध्यक्ष एमसीबी पर शासकीय जमीन हथियाने के प्रयास का लगाया आरोप।
  • कलेक्टर एमसीबी को लिखा गोगपा जिला एमसीबी पार्टी ने पत्र,तत्काल शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराने को लेकर है पत्र।
  • शासकीय भूमि पत्रकारों के कब्जे से नहीं छुड़ाए जाने पर पार्टी करेगी कलेक्टर कार्यालय का घेराव,यह भी पत्र में गोगपा ने किया उल्लेखित।
  • क्या प्रशासन पत्रकारों से शासकीय भूमि को कराएगा कब्जा मुक्त,क्या प्रशासन गोगपा के पत्र पर लेगा सज्ञान?
  • विधायक प्रतिनिधि भी हैं पत्रकार जिनके ऊपर गोगपा ने शासकीय भूमि कब्जा करने का लगाया है आरोप।
  • दो अन्य पत्रकारों ने भी शासकीय भूमि पर किया हुआ है कब्जा,क्या उनसे भी प्रशासन कब्जा मुक्त करा पाएगा शासकीय भूमि?
  • जिला संयुक्त कार्यालय के समीप के शासकीय भूमि पर किया है पत्रकारों ने कब्जा,भूमि काफी किफायती।

-रवि सिंह-
एमसीबी 28 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। नवीन जिले में राजनीतिक दलों के निशाने पर अब विपक्षी दल के नेता और उसके प्रतिनिधि नहीं हैं बल्कि नवीन जिले में कई राजनीतिक दलों के निशाने पर जिले के पत्रकार हैं जिनको लेकर अब कई राजनीतिक दल नया नया खुलासा रोज कर रहे हैं। वहीं दूसरे नजरिए से यदि देखा जाए तो अब कई राजनीतिक दल नवीन जिले में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की तरह जिम्मेदारी निभा रहें हैं और वह भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं और ऐसे भ्रष्टाचार की वह पोल खोल रहे हैं जो पत्रकार कर रहे हैं जैसा की राजनीतिक दलों का आरोप भी है जिसका वह प्रमाण भी दे रहे हैं।
राष्ट्रीय पार्टी आम आदमी पार्टी जहां विधायक स्वेक्षानुदान मामले में पत्रकारों को निशाना बना रही है उनके ऊपर गलत तरीके से स्वेक्षानुदान प्राप्त का गरीबों, वंचितों, जरूरतमंदो का हक मारने का आरोप लगा रही है सबूत समाने रख रही है माइक चोँगा लगाकर सार्वजनिक रूप से पत्रकार की शहर में फजीहत कर रही है पत्रकार से पार्टी पदाधिकारियों को खतरा बता रही है प्रशासन से सुरक्षा मांग रही है वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पत्रकारों का एक नया कारनामा एक नया अनैतिक लाभ लेने का मामला लेकर आंदोलन करने जा रही है जिसका खुलासा भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कर चुकी है प्रशासन को मामले में चेतावनी भी दे चुकी है जिसमे कुछ पत्रकारों द्वारा खासकर प्रेस क्लब अध्यक्ष साथ ही विधायक प्रतिनिधि बनकर अनैतिक लाभ लेने की जुगत में लगे एक पत्रकार भी शामिल हैं जिन्हे लेकर नामजद शिकायत भी पार्टी ने की है और मामले में कार्यवाही की मांग समय सीमा के भीतर करने की मांग की है। मामला शासकीय भूमि से जुड़ा हुआ है और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने प्रशासन को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए बताया है की शासकीय भूमि जो जिला संयुक्त कार्यालय के पास की काफी महंगी भूमि बाजार मूल्य अनुसार है पर प्रेस क्लब अध्यक्ष जो विधायक प्रतिनिधि भी हैं सहित कुछ अन्य पत्रकारों ने कब्जा किया हुआ है और जिसे वह अपने नाम पर दर्ज कराकर भूमि स्वामी हक का पट्टा प्राप्त करने की कोशिश में लगे हुए हैं।
3 अक्टूबर तक कब्जा मुक्त नहीं हुआ तो आवेदक 4 अक्टूबर को पार्टी जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेगी
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कलेक्टर को लिखे गए पत्र में लिखा है की शासन सत्ता का दुरुपयोग करके शासकीय भूमि पर कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं कर चुके हैं जो अमाजनों द्वारा बताई गई बात है और शासकीय भूमि पर उक्त लोगों का नाम भी चढ़ाया गया है जो विलोपित करने योग्य है और यदि 3 अक्टूबर तक कब्जा मुक्त कराकर आवेदक अध्यक्ष गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला एमसीबी को अवगत प्रशासन ने नही कराया तो 4 अक्टूबर को पार्टी जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेगी। यदि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का आरोप सही है उनके द्वारा कलेक्टर को लिखे गए पत्र अनुसार सही मायने में पत्रकारों द्वारा शासकीय भूमि पर कब्जा किया गया है वह भी जिला मुख्यालय के करीब की भूमि पर तब ऐसे में यह गंभीर मामला है और कहीं न कहीं प्रशासन के लिए भी विचारणीय विषय है क्योंकि यदि शासन सत्ता के दबाव में जैसा की गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का आरोप है प्रशासन मजबूर है शासकीय भूमि पर पत्रकार विधायक प्रतिनिधि यदि कब्जा कर रहें हैं तो फिर प्रशासन की मौजूदगी पर ही सवाल खड़ा होता है क्योंकि कई मामलों में प्रशासन गरीब और भूमि विहीन लोगों का आशियाना उजाड़ने में तत्पर नजर आता रहा है और शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराता रहा है वहीं यदि प्रशासन पत्रकारों सहित विधायक प्रतिनिधियों के मामले में यदि मौन रहता है उन्हे मनमानी करने देता है तो माना जायेगा की प्रशासन पूरी तरह से सत्ता के दबाव में है पत्रकारों के दबाव में है और इसी वजह से अनैतिक लाभ लेने वाले खुलकर अनैतिक लाभ अर्जित करने में लगे हुए हैं वहीं यदि इस मामले में कार्यवाही नहीं हुई कब्जा मुक्त शासकीय भूमि नहीं कराई गई तो जिले में भूमाफियों का आतंक भी बढ़ेगा और शासकीय भूमि पर कोई भी कब्जा करने दौड़ पड़ेगा जो शायद प्रशासन को लेकर भी प्रश्न खड़े करने वाली बात साबित होगी।
पत्रकारों के भी नैतिकता पर सवाल खड़ा होगा
वहीं मामला यदि सही है शासकीय भूमि पर पत्रकारों ने कब्जा किया हुआ है और उसे अपने नाम से भू अभिलेखों में वह दर्ज कराने के प्रयास में जुटे हुए हैं तो पत्रकारों के भी नैतिकता पर सवाल खड़ा होगा की क्या उन्हे इसीलिए लोकतंत्र का चौथा स्तंभ घोषित किया गया है की वह अनैतिक लाभ अर्जित करें शासकीय भूमि पर कब्जा दर्ज करें। वैसे अब मामला तुल पकड़ चुका है और प्रशासन भी मामले में कहीं न कहीं कटघरे में है वहीं देखना है की प्रशासन मामले में क्या कार्यवाही करता है कार्यवाही करता भी है की नहीं ,कार्यवाही कर यदि प्रशासन शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराता है तो वह निश्चित रूप से अपनी मौजूदगी साबित करेगा वरना नवीन जिले में प्रशासन की मौजूदगी पर प्रश्नचिन्ह लगना तय है यदि भूमि कब्जा मुक्त नहीं कराया जाता।
मामला जिसको लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कलेक्टर को लिखा है पत्र कार्यवाही की है पार्टी की मांग,वहीं घेराव की है चेतावनी
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एमसीबी जिलाध्यक्ष ने कलेक्टर एमसीबी को पत्र लिखकर यह मांग की है उन्हे यह अवगत भी कराया है की ग्राम चैनपुर में स्थित शासकीय भूमि पर नियम विरूद्ध व अवैध तरीके से कुछ लोगों के द्वारा कब्जा किया गया है। जिसे तत्काल जांच कर हटाया जाए एवं कब्जाधारियों पर उचित कार्यवाही किया जाए। अवैध रूप से कब्जा दर्ज करा रहे लोगो में वहीं जिस भूमि पर कब्जा दर्ज कराया जा रहा है उसकी जानकारी अनुसार1. रंजीत सिंह (प्रेस क्लब अध्यक्ष एम.सी.बी.). पता-मनेन्द्रगढ़ जिला – एम.सी.बी. छ.ग. द्वारा काबिज भूमि खसरा नं. 83 / 1 रकवा 3.5780 हेक्टे. ग्राम चैनपुर धीरेन्द्र विश्वकर्मा, पता-मनेन्द्रगढ़ जिला-एम.सी.बी. छ.ग. द्वारा काबिज भूमि खसरा नं. 83/1 रकवा 3:5780 हेक्टे. ग्राम चैनपुर काबिज भूमि मो. अकील पता-मनेन्द्रगढ़ जिला-एम.सी.बी. छ.ग द्वारा अवैध खसरा नं. 83/1 रकवा 3.5780 हेक्टे ग्राम चैनपुर पर विधायक प्रतिनिधि साथ ही प्रेस क्लब अध्यक्ष साथ ही उनके साथियों द्वारा शासकीय भूमि पर कब्जे की बात आमजनों के द्वारा कही जा रही है। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पत्र में लिखा है की कलेक्टर के द्वारा यदि आज दिनांक 27.09.2023 से 03.10. 2023 तक उचित कार्यवाही करते हुए शासकीय भूमि से नाम विलोपित नहीं किया जाता क्रमांक 1से 3 तक जिसका उल्लेख पत्र में किया गया है का कब्जा  और शासकीय भूमि को खाली कराकर आवेदक को जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती है तो  04.10,2023 को कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जाएगा जिसकी समस्त जवाबदेही शासन-प्रशासन की होगी। वहीं अवैध रूप से कब्जा दर्ज कराने को लेकर कुछ दस्तावेज भी पार्टी ने पत्र के साथ कलेक्टर को उपलब्ध कराया है।
क्या पत्रकार होना,प्रेस क्लब अध्यक्ष होना, विधायक प्रतिनिधि होना देता है अवैध कब्जे का शासकीय भूमि पर अधिकार,अनैतिक कार्यों का अधिकार?
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जो शिकायत जो चेतावनी पत्र नवीन जिले के कलेक्टर को दिया है जिसमे पत्रकार प्रेस क्लब अध्यक्ष साथ ही विधायक प्रतिनिधि बतौर कई जिम्मेदारी निभा रहे एक व्यक्ति साथ ही उसके साथियों पर आरोप लगाया है की उनके द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है और शासन सत्ता का दुरुपयोग कर उसे अपने नाम से दर्ज कराने का प्रयास किया जा रहा है और यदि उसपर तत्काल कार्यवाही नही होती कब्जा खाली नहीं कराया जाता है तो पार्टी कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेगी,अब यदि आरोप सही हैं उपलब्ध दस्तावेज यदि सही हैं और यदि यह सच है की पत्रकार बनकर,प्रेस क्लब अध्यक्ष बनकर ,विधायक प्रतिनिधि बनकर वहीं पत्रकार का साथी बनकर अवैध तरीके से शासकीय जमीन हथियाई जा रही है तो सवाल उठता है की क्या पत्रकार होना,प्रेस क्लब अध्यक्ष होना,विधायक प्रतिनिधि होना , पत्रकार का साथी होना यही सब अधिकार देता है किसी को जो अनैतिक कार्य है अनुचित कार्य है। वैसे यदि ऐसा है तो फिर आने वाले समय में गलत कार्य में पत्रकार ही सबसे ज्यादा लिप्त नजर आयेंगे और अपना मूल धर्म छोड़कर वह अनैतिक कार्य के लिए पत्रकारिता पेशे से जुड़ने प्रयास करेंगे। वैसे यह गंभीर मामला है।
क्या प्रशासन कब्जा मुक्त कराएगा उस शासकीय भूमि को जिसको लेकर शिकायत मय सबूत दी गई है,क्या प्रशासन अपनी उपस्थिति भी साबित करेगा?
मामले में दूसरा बड़ा सवाल यह है की क्या जिस शासकीय भूमि पर अवैध रूप एस कब्जे की बात गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कर रहा है जिस मामले में वह प्रेस क्लब अध्यक्ष,विधायक प्रतिनिधि पत्रकार और उसके साथियों पर आरोप लगा रहा है क्या उस भूमि को प्रशासन कब्जा मुक्त कराएगा। क्या प्रशासन अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा मामले में साथ ही जिले की संपत्तियों की सुरक्षा मामले में जिसमे भूमि संपत्तियों की सुरक्षा उसी की जिम्मेदारी है या प्रशासन प्रेस क्लब अध्यक्ष, विधायक प्रतिनिधि, पत्रकार और उसके साथियों के समक्ष घुटने टेक देगा और आत्मसमर्पण कर देगा यह देखने वाली बात होगी। वहीं यदि प्रशासन मामले में कार्यवाही नही करता है तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का आंदोलन कार्यालय घेराव का भी होगा जो प्रशासन के हिसाब से उसकी छवि के लिए शायद ही अच्छी मानी जायेगी।
पत्रकारों को भी करना चाहिए आत्म चिंतन,अनैतिक अवैध कार्यों के लिए नहीं मिली है यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
पत्रकारों को भी आत्म चिंतन की जरूरत है उन्हे समाज में वह जिम्मेदारी मिली है उनके तरफ समाज उस निगाह से देखता है जहां समाज को विश्वास होता है की उसके साथ कुछ गलत होने पर उसकी आवाज पत्रकार बनेंगे उसे न्याय दिलाएंगे वहीं यदि पत्रकार ही अनैतिक कार्यों में अनुचित कार्यों में संलिप्त होंगे उनकी विश्वशनीयता समाप्त होगी और उनके प्रति लोगो का विश्वास कम होगा और लोग उन्हे हेय दृष्टि से देखेंगे ऐसे में अब आत्म चिंतन कर उन्हे यह समझने की कोशिश करनी चाहिए की अनैतिक लाभ से उन्हे क्षणिक सुख सम्पन्नता ज़रूर मिल पा रही है है लेकिन उनका सम्मान उस बीच समाप्त हो रहा है लोगों के बीच से जो अच्छा संकेत नहीं है,वहीं पत्रकार जगत को ऐसे लोगों से किनारा करना चाहिए जो इस पेशे को अनैतिक लाभ का पेशा साबित कर रहे हैं।


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