एक करोड़ में सिर्फ 11 सौ मीटर ही बनाई सड़क
- ओंकार पांडेय-
सूरजपुर,21 सितम्बर 2023(घटती-घटना)। सूरजपुर जिले के बैजनपाठ गांव तक सड़क बनाने में 1 करोड़ खर्च हो गए, फिर भी ऐसी सड़क नहीं बन पाई कि एम्बुलेंस गांव तक जा सके। इतना खर्च होने के बाद सिर्फ 11 सौ मीटर में घाट कटिंग कर सीसी रोड ही बनाई जा सकी है, जबकि यहां 11 किमी. सड़क में मुरमीकरण के साथ घाट कटिंग और सीसी रोड का निर्माण भी अब तक हो जाना था। अफसरों का कहना है कि अब सिर्फ तीन पुलिया का काम बाकी है, जबकि हकीकत यह है कि घाट कटिंग में सिर्फ एक फीट हाइट को काटा है। इससे सीसी रोड़ में कार और दूसरे वाहन नहीं चढ़ पाते हैं। दूसरी तरफ सीसी सड़क को 20 एमएम की गिट्टी में ढालनी चाहिए थी, लेकिन जंगल के पत्थर को तुड़वाकर 40 एमएम गिट्टी से
सड़क बना दी। मामले में शिकायत भी हुई, अफसर जांच के लिए भी पहुंचे लेकिन कार्रवाई नहीं हुई और सालभर भी नहीं हुए और सड़क खराब होने लगी है। दो साल पहले तत्कालीन कलेक्टर रणवीर शर्मा के आदेश पर सड़क विकास के लिए आरईएस ने 1.70 करोड़ का एस्टीमेट बनाया। इस पर डीएमएफ से 1.50 करोड़ रुपए गुरु घासीदास नेशनल पार्क को जारी कर दिया। इस पर घाट कटिंग मात्र 11 मीटर पर की गई है,वहीं इतनी ही लम्बी सीसी रोड बनी है, जबकि खोहिर से बैजनपाठ की दूरी करीब 15 किमी है। सिर्फ एक किमी में ही पूरा पैसा खर्च होने से बैजनपाठ सहित 10 गांव से अधिक के लोगों की परेशानी दूर नहीं हुई है
55 लाख बाकी है. लेकिन अब हम काम नहीं करेंगे
1.60 करोड़ में से एक करोड़ में घाट कटिंग और सीसी रोड बनाई गई है, वहीं करीब 55 लाख बचे हैं, जिसमें 3 पुलिया का काम बाकी है। इस काम को अब हम विभाग में काम की अधिकता के कारण नहीं करा पा रहे हैं। बाकी काम को करने ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाने लिखा है, क्योंकि दो पुलिया राजस्व विभाग की जमीन पर बननी है।
कलेक्टर को भी गांव तक जाना पड़ा था पैदल
स्थानीय विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने ग्रामीणों से मिलकर गांव छोड़ने पर उन्हें समझाने का प्रयास किया। कलेक्टर रणवीर शर्मा पैदल बैजनपाठ तक गए और ग्रामीणों से बात की थी। उनके निर्देश पर आरईएस के एसडीओ अमित बंजारे और अन्य ने सर्वे कर करीब 1 करोड़ 70 लाख का आंकलन सौंपा।