-डॉ.राजकुमार मिश्र-
शशि थरूर पर भाजपाई मंत्रियों का बेतुका लांछन
आपने लोकसभा के विद्वान अंग्रेजीदां हैड्सम,मुखर और विद्वान अनुभवी कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम तो सुना होगा।ये वही थरूर हैं,जिनकी विदुषी पत्नी सुनन्दा पुष्कर को- न जाने किस भाव के वशीभूत होकर–अपनी एक पब्लिक मीटिंग के श्रोताओं की बोरियत दूर करने के लिए (?) सौ करोड़ की गर्लफ्रेंड का çख़ताब देकर खूब वाहवाही बटोरी थी।
शशि थरूर यूनाइटेड नेशंस में लंबे समय तक सेवा दे चुके प्रशंसनीय लेखक विचारक और वक्ता है उनकी बौद्धिकता,हाजिर जबाबी और विनोदप्रियता के कायल सैन्ट्रल हाल में थरूर के चारों ओर अनेक नए पुराने सांसद (फुर्सत के समय)उनकी मुखरता से आनन्दित और लाभान्वित होते अक्सर देखे जा सकते है।स्वाभाविक है कि इन सर्वदलीय सांसदों में महिला सांसद भी अनेक होती हैं।
ऐसी ही लगभग आधा दर्जन महिला सांसदों के साथ गपशप की अपनी एक तस्वीर शशि थरूर ने तीनचार दिन पहले पोस्ट की थी जिसके साथ उंन्होने लिखा था – कौन कहता है,संसद काम करने के लिए आकर्षक नहीं है
।वह पुरुष सांसदों के साथ होने की तस्वीरें भी ऐसी सरस पंक्तियों के साथ।पोस्ट करते रहते हैं।मगर
इसबार महिला सांसदों के साथ डाली गई तस्वीर में नजर आनेवाला शब्द आकर्षक मप्र की भाजपाई सरकार के कतिपय मंत्रियों की आंखों में बुरीतरह चुभ गया और वे अबतक कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से शिकायत किये जा रहे हैं कि आपके सांसद थरूर ने महिलाओं का निरादर कर दिया है,आप चुप क्यों हैं?
प्रधानमंत्री मोदीजी की चरणपादुका ढोते हुए सारी विफलताओं बेईमानियों वदाçख़लाफियो के साथ सरकार चला रहे मप्र के उक्त सरकारी दिग्गजों ने प्रकारांतर से, खुद
मोदी जी के दिल दिमाग पर गहराते जा रहे कांग्रेस के खौफ का ही असर साबित किया है इसमे कोई शक नही है।उनकी ऐसी स्थिति विचारणीय है।