खड़गवां,@रिश्वत के बिना खड़गवां क्षेत्र में नहीं करते पटवारी ग्रामीणों का काम!

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कोरिया एवं एमसीबी जिले में ग्रामीण से पटवारी ने कम से कम 10 हजार रुपए का रेट रिश्वत का लगभग फिक्स कर रखा है


-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,29 अगस्त 2023 (घटती घटना) कोरिया और एमसीबी जिले के राजस्व विभाग में अंधेर नगरी मची हुई है चाहे वो छोटे कर्मचारी क्यों ना हो इससे लेकर बड़े अधिकारी तक लोगों को इस कदर परेशान कर रखा है कि लोग यह कहने लगे हैं की कौन सी सरकार आएगी तब जाकर राजस्व के मामले में लोगों की परेशानी खत्म होगी। राजस्व मामले में बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता यह कोई आम बात नहीं है और कई बार रिश्वत के साथ पटवारी पकड़े भी गए हैं पर इसके बावजूद यह रिश्वत वाला चलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा ऐसा लग रहा है कि इन्हें तनख्वाह ही रिश्वत लेने की दी जा रही है बिना रिश्वत के एक कागज पर साइन नहीं होता कई ऐसे मामले देखे जा चुके हैं इसके बावजूद इस पर नियंत्रण लगा पाने में सरकार भी नाकाम होती दिख रही है। पटवारियों को तो हाल और भी बुरा है पटवारी हर काम के लिए बिना पैसे के कागज पर हस्ताक्षर नहीं करते सील लगाकर रखेंगे पर हस्ताक्षर तो पैसा मिलने के बाद ही करेंगे। ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है जहां जिला एम सी बी के खड़गवां तहसील क्षेत्र सलका ग्राम के अंतर्गत के ग्रामीण भगवान दास साहू ने मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर कलेक्टर से लिखित शिकायत दिनांक 10/7/2023 की गई है जमीन खरीदी हेतु हल्का पटवारी सूरज कुमार हल्का नंबर 06 ने ग्राम सलका खसरा नंबर 585/1 का चौहद्दी बनाने के नाम हेतु गया था पटवारी द्वारा जमीन में कुछ कमी बताकर उसे पूरा कराकर चौहद्दी बनाने के नाम पर प्राथी से एक लाख पचास हजार रूपए (150000 )के नाम पर स्वीकार कर लिया गया और फिर पटवारी द्वारा एक लाख रुपए एडवांस में प्राथी के काम कराने के नाम पर मनु लाल मनीष शर्मा बलराम के समक्ष सूरज कुमार पटवारी द्वारा एक लाख रुपए ले लिया गया बाद में भगवान दास साहू को एक सप्ताह बाद चौहद्दी बनाकर कर उस जमीन का पटवारी द्वारा दिया गया उसके सुबह अगले दिन पटवारी द्वारा चौहद्दी को वापस ले लिया गया यह कहकर कि चौहद्दी में कुछ त्रुटियां हैं उसे पुनः सुधाकर दे दूंगा दो दिन बाद प्राथी को पता चला कि उस जमीन को किसी और के नाम पर पटवारी द्वारा रजिस्ट्री कर दिया गया है और प्रार्थी द्वारा पटवारी से पैसा वापस मांगने पर पटवारी द्वारा गाली गलौज किया जाता है और पैसा वापस नहीं दिया जा रहा है जिस पर भगवान दास साहू के द्वारा लिखित शिकायत जांच कर दोषी पटवारी सूरज कुमार पर उचित कार्यवाही करने की मांग करते हुए प्रार्थी के द्वारा दिया गया पैसा वापस दिलाने की मांग की है। पटवारीओ द्वारा समस्त कार्यो के लिए ग्रामीणो को अपने निजी आवास में बुलाया जाता है। ग्रामीणो का कार्य तभी होता है जब पटवारी के द्वारा निर्धारित रेट की रकम जब तक ग्रामीण ना दे तब तक उसे घुमाया जाता है। यहां तक कि पटवारी कार्यो के लिए रेट निर्धारित करके रखे हुए है।
जबकि खड़गवां विकास खण्ड के पोड़ी बचरा क्षेत्र में एक पटवारी के द्वारा मोबाइल पर पैसा मांगने की रिकार्डिंग वायरल हुई थी जिस पर कार्यवाही भी हुईं और खड़गवां के देवाडाड क्षेत्र के पटवारी को विधायक मनेंद्रगढ़ ने फटकार लगाई थी कि ग्रामीणों से रिश्वत की मांग पर अंकुश लगे। पटवरियों पर प्रशासनिक कसावट नही होने से पटवारी बेलगाम से हो गए है। अपने हल्का में कभी बैठते नही है। बल्कि अपने निजी निवास को ही अपना हल्का बना कर रखे हुए है। जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कई दफा करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है जिसके कारण इनका हौसला काफी बुलंद हो गया है?
इस संबंध में हल्का पटवारी सूरज कुमार से जानकारी चाही तो उन्होंने ने कहा कि ये शिकायत और आरोप झूठा है मेरे द्वारा किसी प्रकार कि कोई राशि की मांग नहीं गई है यह प्रकरण खड़गवां अनुविभागीय अधिकारी के यहां पर विचाराधीन है।


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