नई दिल्ली ,27 अगस्त 2023 (ए)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा है कि मुंबई स्थित एक निजी फर्म, जिसने डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड के मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) होने का दावा किया था, वास्तव में एलईडी पैनल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स चीन से आयात करती थी। सीबीआई ने कहा कि फर्म के अधिकारियों ने अहमदाबाद (एसएएफएआर-अहमदाबाद) के लिए वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान को अत्यधिक कीमतों पर बेचा।
एजेंसी ने आईआईटीएम, पुणे के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें ‘वैज्ञानिकजी’ कहे जाने वाले गुफरान बेग और अन्य अधिकारी भी शामिल हैं। उन पर उपरोक्त फर्म को टेंडर देकर और बाद में पूर्ण भुगतान को मंजूरी देकर उसका पक्ष लेने की साजिश रचने का आरोप है। सीबीआई ने कहा कि अहमदाबाद (एसएएफएआर-अहमदाबाद) के लिए वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली के लिए डिजिटल डिस्प्ले सिस्टम (डीडीएस) के लिए निविदा जारी की गई थी।
सीबीआई ने कहा कि विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि 2015-16 के दौरान गुफरान बेग, ‘वैज्ञानिकजी’ और अन्य अधिकारियों सहित आईआईटीएम के अधिकारियों ने वीडियो वॉल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई के निदेशक अनिल गिरकर के साथ साजिश रची थी। सीबीआई ने कहा, उन्होंने डिजिटल डिस्प्ले सिस्टम के लिए वीडियो वॉल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को टेंडर दिया। लिमिटेड के आरोपों में कहा गया है कि उन्होंने निविदा के नियमों और शर्तों के साथ-साथ आवश्यक वस्तु विनिर्देशों को कमजोर कर दिया।
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