अंबिकापर,@डीएम के खिलाफ राइस मिल संचालक की शिकायत…शिकायत के बाद राइस मिलर का अटका काम हुआ बहाल…जिसके बाद मिलर ने जारी कर दिया माफी नामा

Share

  • मिलर ने झूठी शिकायत की या फिर उसकी शिकायत से डर कर डीएम ने उसका अटका कम बहाल कर दिया?
  • संबंधित अधिकारी ने मिलर के चावल को निम्न स्तर बात कर लेने से किया था इंकार… शिकायत के बाद क्या मिलर का चावल हो गया उच्च स्तर का?
  • मिलर और डीएम हुए एक…डीएम के शर्तों पर राइस मिलर की छ: ट्रक चावल हुआ हुआ बहाल…मिलर के चावल के ट्रक विभाग ने कराया खाली
  • भूपेन्द्र सिंह-
    अंबिकापर, 26 अगस्त 2023 (घटती-घटना)।
    सरगुजा में एक नया ही मामला सामने आया है जहां अंबिकापुर सीतापुर के राइस मिलर ने संबंधित विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि 6 ट्रक चावल को भेजा गया था पर निम्न स्तर के बताकर उसे लेने से इनकार कर दिया गया और मुझे परेशान करते हुए चावल खाली कराने के एवज में पैसे की मांग की गई, यह शिकायत मिलर ने मुख्यमंत्री सहित संबंधित अधिकारियों को की थी, इसके बाद मिलर के चावल के ट्रक को वहीं विभाग खाली कर लिया जो उसे निम्न स्तर का बता रहा था और खाली होने के बाद मिलर ने माफी नाम भी जारी करके शिकायत का खंडन भी कर दिया, अब ऐसे में सवाल यह उठता है की मिलर सही में निम्न स्तर का चावल देकर लाभ कमाना चाह रहा था? और वही अधिकारी निम्न स्तर का चावल बता कर लेना नहीं चाह रहे थे फिर ऐसा क्या हुआ कि निम्न स्तर का चावल उच्च स्तर का हो गया और अधिकारी उसे ले भी लिए? यह शिकायत का असर था या फिर कुछ और सूत्रों का कहना है कि यह शिकायत मिलर ने अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए किया और उसमें वह सफल भी हो गया, जब उनका काम हो गया तो अधिकारियों के खिलाफ किए गए शिकायत का उन्होंने खण्डन भी कर दिया। बताया जा रहा है कि संबंधित अधिकारी व मिलर के बीच समझौता हुआ, इसके बाद यह सब पूरी खिचड़ी पक्की। राइस मिलर अधिकारी को दबाने में सफल हो गए और अपना 6 ट्रक निम्न स्तर चावल का खाली कर लिया, वही अधिकारी भी कार्यवाही होने से बचने के लिए मिलर से सौदा कर लिया और कहा कि आप शिकायत का खंडन कीजिए तो हम आपका चावल ले लेंगे। कुल मिलाकर देखा जाए तो राइस मिल संचालक और अधिकारी के बीच समझौते ने पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया। इस मामले से पर्दा उठाने के लिए इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए कि अधिकारी सही थे या फिर राइस मिलर? यदि चावल की जांच बाहर के अधिकारियों से कर दी जाए तो पूरा मामला साफ हो जाएगा, यदि चावल वाकई में निम्न स्तर का होगा तो अधिकारी अपने जगह सही है और यदि चावल उच्च स्तर का था और अधिकारी बेवजह राइस मिलर को परेशान कर रहे थे तो उनपर कार्यवाही होनी चाहीए, पर यदि राइस मिलर अपने निम्न स्तर के चावल को अधिकारियों पर दबाव बनाकर देना चाह रहे थे तो उनपर भी कार्यवाही होनी चाहिए, इस निष्पक्ष जांच में जो भी दोषी हो उसे पर कार्यवाही होनी चाहिए। क्योंकि मिलर ने भी संबंधित अधिकारी पर बड़ा आरोप लगाया है और उसे आरोप की सच्चाई भी सामने आनी चाहिए।
    यह थी मिलर की शिकायत
    ज्ञात हो की डीएम की कार्यप्रणाली से परेशान राईस मिल संचालक ने मुख्यमंत्री के बाद छग स्टेस सिविल स्पाईस कोर्पोरेशन मुख्यालय रायपुर को पत्र लिख कर मामले की शिकायत की है। राईस मिल संचालक रामदास हांडा ने डीएम समीर तिर्की पर आरोप लगाया है कि मेरा चावल खाली नही करवाया जा रहा है, आवेदन के बाद मेरा चावल खाली करवा लिया गया और मलिटी चेक भी कर लिया गया, और साथ ही जिस गोदाम में मेरा चावल खाली हुआ था, उस गोदाम में 17 से लेकर 21 अगस्त तक और भी लोगों का चावल खाली हुआ और सभी लोगों का चावल का पेपर बना दिया गया पर 17 अगस्त को जिस गाड़ी से मेरा माल खाली हुआ उसका लॉट क्र-7215, 18.08.2023 को लाट क्र-7213, और 7212 और कुछ लॉट जो मेरी अभी तक पेंडिंग है। उसका क्र- 7216, 7217, 7214, 7218, और मेरे द्वारा 21 अगस्त को भी दो लाट चावल लॉट क्र- 7219,7220, भेजी गई थी जिसे खाली नहीं करवाया गया, लेकिन आज एक राईस मिलर द्वारा चावल की गाड़ी भेजी गई, उसको खाली करवा लिया गया और मेरे ड्राईवर द्वारा जब गोदाम के मुंशी को पुछा गया मेरी गाड़ी क्यों नहीं खाली करवा रहे हो तो उनके द्वारा जवाब मिला कि मलिटी इंस्पेक्टर आजाद टोप्पो और दिलेश्वर तिर्की एवं डीएम साहब शसमीर तिर्की द्वारा मना किया गया है।
    राइस मिलर का था आरोप पैसा नहीं दिए जाने के कारण किया जा रहा परेशान
    अन्य राईस मिलर के चावल के उनका पेपर भी बना लिया गया है। मेरा पेपर इसलिये नहीं बनया गया कि इनके द्वारा बार-बार पैसे की मांग की जा रही थी जैसा कि मैरे पूर्व के आवेदन पत्र में बताया था कि डीएम द्वारा मुझसे 5000 रू प्रति लॉट का पैसा मांगा जा रहा है और मैंने पूर्व में पैसा दिया है। उसका साक्ष्य मेरे पास है। अब मेरे द्वारा पैसा नही दिये जाने पर मुझे परेशान किया जा रहा है।
    राईस मिलर जबतक देते रहे पैसा तब तक होता रहा काम
    राइस मिल संचालक रामदास हाड़ा ने आरोप लागते हुए कहा की पूर्व में भी चावल खाली करने के नामपर डीएम को रुपए देने का जिक्र किया है। उन्होंने आरोप लगाया है की 6 मार्च 2023 को 3,34,780 रुपए दूसरी बार 11 अप्रैल 2023 को 75,691 रुपए तीसरी बार 5 मई 2023 को 11,955 रुपए डीएम और मलिटी इंस्पेक्टर को दिया है। राइस मिल संचालक रामदास हांडा ने आरोप लगाया है कि अब मैं रुपए देने में समर्थ हूं इसलिए मुझे परेशान किया जा रहा है।
    जिले के केन्द्रों में पदस्थ समस्त कर्मचारी ने मिलर के पुत्र की शिकायत को बताया झूठा
    जिले के केन्द्रों में पदस्थ समस्त कर्मचारी ने प्रबंध संचालक,कलेक्टर (खाद्य शाखा) सरगुजा व छ.ग. स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पो0लि0 मुख्यालय रायपुर को शिकायत कर बताया की जिले के मिलर माँ महामाया फुड प्रोडक्ट, बेहराडीह, तहसील लुण्डा के पुत्र अंकुर हाड़ा द्वारा बार बार चावल जमा करने के दौरान केन्द्रों में पदस्थ कर्मचारियों से आरोप प्रत्यारोप / धमकी दिया जाता है साथ ही उनके द्वारा यह भी कहा जाता है कि मैं जैसा भी चावल जमा करूं आप लोगों को जमा करना पड़ेगा, यदि उक्त संबंध में कर्मचारियों के द्वारा किसी प्रकार का जांचोपरात लॉट को रिजेक्ट किया जाता है तो उसके द्वारा गाली गलीच एवं अन्य प्रकार की कई धमकियां भी दिया जाता है जैसे कि मैं तुम लोगों को देख लूंगा, एसीबी में शिकायत कर दूंगा एवं कई बार इस तरह की शिकायत भी मुख्यमंत्री, खाद्य मंत्री एवं कलेक्टर तथा जिले के कई अधिकारियों को भी झूठी शिकायत पत्र के माध्यम से कर चुका है। हम सभी छोटे कर्मचारी है एवं ऐसे झूठे आरोप प्रत्यारोप से बहुत डर लगता है। मिलर के संचालक के पुत्र द्वारा इस तरह के झूठे शिकायत से समस्त डिपो में पदस्थ कर्मचारी क्षुध हो गये एवं मानसिक रूप से प्रताडित हो रहे है। साथ ही वर्तमान में जिले के जिला प्रबंधक के उपर भी उनके द्वारा कई झूठे आरोप लगाते हुए दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित / कई टीवी चैनल में प्रसारित करा रहे हैं। जिससे हम लोगों का व्यक्तिगत छवि धूमिल हो रही है साथ ही निगम की छवि भी शासन / प्रशासन एवं आम जन में भी धूमिल हो रही है।

Share

Check Also

रायपुर,@ निगम-मंडल और स्वशासी संस्थाओं को मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाओं पर लगी रोक

Share @ वित्त विभाग ने जारी किया आदेश…रायपुर,26 अक्टूबर 2024 (ए)। वित्त विभाग ने तमाम …

Leave a Reply