रायपुर,@छत्तीसगढ़ में भारतीय रेल का अनोखा खेल

Share


वृद्ध,विकलांग,छात्रों की सुविधा हटा दीं…
छत्तीसगढ़ की राजधानी में मुसाफिर बेहाल,लेकिन स्टेशन हो रहा मालामाल!


रायपुर, 11 अगस्त 2023 (ए)।
छत्तीसगढ़ में भारतीय रेल का ऐसा खेल चल रहा है कि एक तरफ लचर रेल सेवा के कारण लाचार मुसाफिर बेहाल हैं और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की चुनिंदा रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण पर अरबों रुपये न्यौछावर कर इन्हें मालामाल किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन स्टेशनों के उद्धार की शुरुआत कर चुके हैं। आने वाले समय में रेलवे स्टेशनों की शान एयरपोर्ट जैसी हो जाएगी। अच्छी बात है। विकास होना चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि यह विकास हो किसके लिए रहा है। जनता के धन पर रेलवे स्टेशन चकाचौंध पैदा करें और जनता को समय पर रेल नसीब न हो, कई कई घंटों की लेटलतीफी, रेल कैंसिल, जैसे तैसे रेल आ भी गई तो रास्ते- रास्ते कोयला गाडिय़ों के सम्मान में उसे सिर झुका कर खड़े रहना है। मुसाफिर, मुकाम, मंजिल सब के सब परेशान हैं। ऐसे माहौल में आम जनता के दर्द को आवाज देना विपक्ष का काम है। छत्तीसगढ़ में सरकार चला रही कांग्रेस देश में विपक्ष में है तो छत्तीसगढ़ की जनता को केंद्र सरकार की रेल सेवा से हो रहे कष्ट पर आवाज बुलंद की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार रेलवे की अफलातूनी से छत्तीसगढ़ की जनता को होने वाली परेशानियों से निजात दिलाने हर स्तर पर हर तरीके से आवाज उठा रहे हैं। अमृत भारत स्टेशन कायाकल्प योजना पर मुख्यमंत्री के साथ ही कांग्रेस ने भी इसके औचित्य पर प्रहार किया है। सवाल यह है कि जब रेल ही नहीं रहेगी तो सुंदर स्टेशनों का क्या होगा? कांग्रेस का खुला आरोप है कि मोदी सरकार देश से रेलवे की यात्रा सुविधा को बंद करने का षडय़ंत्र कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रेलवे को लेकर शंका जाहिर कर रहे हैं तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद दीपक बैज कह रहे हैं कि रेलवे को लेकर मोदी सरकार की कार्य प्रणाली से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मोदी सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सुविधा परिवहन के निजीकरण का षडयंत्र रच रही है। मोदी सरकार ने देश की सबसे विश्वसनीय नागरिक परिवहन सुविधा मानी जानी वाली रेल सुविधा को मजाक बनाकर रख दिया है। वैसे आम तौर पर देखा जा रहा है कि पहले से आने जाने की तैयारी कर ट्रेन की टिकट आरक्षित कराने वाली जनता के साथ धोखा मोदी सरकार कर रही है। वैसे भी बीते 8 माह से अधिक हो चुका है जब ट्रेनों को अचानक स्थगित कर दिया जा रहा है। पहले की सरकारें रेलवे को नागरिकों की सुविधा के लिये चलाती थी, मोदी सरकार कमाने के लिये, जनता को लूटने के लिये रेलवे का इस्तेमाल कर रही है। रेल्वे ने जनता को मिलने वाली सारी सुविधाएं बंद कर दीं। वृद्ध, विकलांग, छात्रों की सुविधा हटा दीं। रेल्वे स्टेशन पर टिकिट बिक्री बंद कर टिकिटों के दाम बढ़ा दिए। एक्सप्रेस ट्रेनों को गंतव्य स्थान पहुंचने के पहले बीच रास्ते में रद्द कर घोषणा कर दी जाती है कि ट्रेन आगे नहीं जायेगी। छत्तीसगढ़ की जनता रेलवे से तो त्रस्त है ही, उसे रेलवे की अव्यवस्था पर छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों से भी निराशा है कि ये सब के सब वंदे भारत ट्रेन शुरू होने या स्टेशनों के तामझाम की योजना लॉन्च होने पर तो राजनीति की दुकान सजा लेते हैं लेकिन हर रोज छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों की बेतहाशा लेटलतीफी पर मौन धारण कर रखे हैं। त्यौहारों पर छत्तीसगढ़ में मेगा ब्लॉक लग जाता है। जनता परब मनाने नहीं जा पाती।भाजपा के 9 सांसदों की इस बेरुखी का खामियाजा छत्तीसगढ़ की जनता को उठाना पड़ रहा है।छत्तीसगढ़ की जनता की परेशानियों में कभी भी भाजपा के सांसद जनता के पक्ष में खड़े नहीं हुए। बीते कुछ महीनों से 2600 से अधिक ट्रेन बंद हुई थी, जिस के कारण छत्तीसगढ़ के रेलयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अचानक ट्रेन रद्द कर दी जाती है महीनों पहले यात्रा के लिए आरक्षित टिकटों को रद्द कर दिया जाता है और लगातार छत्तीसगढ़ में ट्रेनबंदी हो रही है। 8 माह में छत्तीसगढ़ से चलने वाली और गुजरने वाली करीब 800 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है ट्रेन यात्री परेशान हैं। कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ की जनता रेल के इस खेल से तंग आ चुकी है।


Share

Check Also

कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला

Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …

Leave a Reply