खडग़वा@आखिर क्यों मेहरबान है हैं शिक्षा विभाग के  अधिकारी इस व्याख्याता पर? 

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  • * इस व्याख्याता का स्थानांतरण एक वर्ष पूर्व होने के बाद भी किसके आदेश पर उसी संस्था ने पदस्थ हैं ?
  • *  क्या इस व्याख्याता को कहीं बड़ा राजनीतिक संरक्षण तो प्राप्त नहीं है?
  • * क्या इस व्याख्याता को जब जब भारमुक्त करने का आदेश जारी होता है तभी इस व्याख्याता को गंभीर बीमारी हो जाती है ऐसा क्यों ?
  • * क्या इस व्याख्याता को शासकीय हाईस्कूल आमाडाड से भी रिलिव किया गया या जिले से भारमुक्त कर एमसीबी के जिला अधिकारी ने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली ?
  • * क्या पूर्व में भी भारमुक्त करने के बाद व्याख्याता मेडिकल छुट्टी पर चला गया था और अभी एमसीबी के जिला शिक्षा अधिकारी ने भारमुक्त किया तो पुनः मेडिकल छुट्टी पर चला गया है इस तरह का खेल अब भी चलेगा या रिलिव कि कार्यवाही होगी?
  • खड़गवां विकास खंड में शिक्षा विभाग के नित नए नए कारनामे उजागर हो रहे हैं और उड़ाई जा रही है आदेशों की धज्जियां

-राजेन्द्र शर्मा-
खडग़वा΄,10 अगस्त 2023 (घटती घटना)
छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल ग्रामीण क्षेत्रों की शिक्षा व्यवस्था के प्रति जितने गंभीर है उतने जिला मनेंद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर और कोरिया जिले के जिला शिक्षा अधिकारी उनने ही लापरवाह है जिसका जीता जागता उदाहरण खड़गवा विकास खंड हमेशा से ही सुर्खियों में रहते आ रहा है यहां नित नए नए कारनामों की झाड़ियां लगी हुई है नित नए नए खुलासे देखने और सुनने को मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन ने अभी हाल ही में प्रमोशन और पोस्टिंग को लेकर संयुक्त संचालक सहित कई अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है।
मामला खड़गवां विकास खंड के हाई स्कूल आमाडाड में पदस्थ व्याख्याता एल बी हिन्दी रमेश कुमार हलवाई का सामने आया जिसे छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग – टी मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर के दिनांक 30/9/2022आदेश क्रमांक एफ 1–53/2022/20–चार  राज्य शासन द्वारा निम्नलिखित आदेश के तहत स्थानांतरण कर दिया गया और जिला शिक्षा अधिकारी ने शासकीय हाईस्कूल आमाडाड में पदस्थ व्याख्याता भारमुक्त भी कर दिया गया था। विभागीय सूत्रों से जानकारी मिली कि व्याख्याता एल बी हिन्दी में माननीय उच्च न्यायालय में स्थानांतरण आदेश को संशोधित किए जाने की याचिका दायर की गई इस संशोधित याचिका के आदेश दिनांक 21/4/2023 के परिपालन में कर्मचारियों के स्थानांतरण आदेश में निम्नानुसार संशोधन/निरस्तीकर के पश्चात छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा मंत्रालय के आदेश क्रमांक एफ 1–54/2022/20–चार पार्ट दिनांक 23/06/2023 को आदेश जारी किया गया जिसमें भी क्रमांक नाम पदनाम पूर्व पदस्थापना स्थानांतरण पश्चात पदस्थापना और नवीन पदस्थापना में क्रमांक 89 में रमेश कुमार हलवाई शासकीय हाईस्कूल आमाडाड विकास खंड खड़गवां जिला मनेंद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर स्थानांतरण पश्चात पदस्थापना शासकीय हाईस्कूल पटोरा विकास खंड लुण्ड्रा जिला सरगुजा नवीन पदस्थापना भी शासकीय हाईस्कूल पटोरा विकास खंड लुण्ड्रा जिला सरगुजा यथा स्थिति होने के बाद भी आज दिनांक तक जिले में बैठे अधिकारी इस व्याख्याता को आखिर भारमुक्त क्यों नहीं किए ये शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं ?
भारमुक्त का आदेश सुनकर व्याख्याता हो जाता है बीमार
शिक्षा विभाग के हवाले से ये जानकारी खुलकर सामने आ रही है कि जब जब जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से भारमुक्त किए जाने का आदेश जारी होता है इस व्याख्याता की तबीयत खराब हो जाती है ऐसा पूर्व में कोरिया के जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र जारी किए जाने के समय भी हुआ था जिसे कोरिया जिला शिक्षा अधिकारी ने दिनांक 22/3/2023 को पुत्री पत्नी और स्वयं की गंभीर बीमारी का हवाला देकर इस व्याख्याता को सिर्फ और सिर्फ शिक्षा सत्र 2022 -23 तक पूर्वत संस्था में कार्य करने का आदेश दिया था जबकि 2022–23 सत्र भी खत्म हो गया और दूसरा सत्र 2023–2024 चल रहा है उसके बाद भी इस व्याख्याता एल बी हिन्दी आज भी शासकीय हाईस्कूल आमाडाड विकास खंड खड़गवां में पदस्थ हैं और  किसके आदेश और निर्देशों के तहत इस व्याख्याता का वेतन भी आहरण किया जा रहा है जबकि भारमुक्त होने के साथ इस व्याख्याता की एल पी सी तक नवीन पदस्थापना विकास खंड को भेज दी गई थी उसके बाद भी इस व्याख्याता एल बी हिन्दी का वेतन आज तक आहरण खड़गवां विकास खंड से हो रहा है।
राजनीतिक संरक्षण का मिल रहा लाभ
शिक्षा विभाग के दो जिले में विभाजित होने का पूरा लाभ उठा रहा है ये व्याख्याता एल बी हिन्दी शासकीय हाईस्कूल आमाडाड विकास खंड खड़गवां शिक्षा विभाग के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी पत्र जारी होने पर देता है तबीयत खराब होने का आवेदन और रहता है कई महीनों तक मेडिकल छुट्टी पर इस एल बी हिन्दी के व्याख्याता को मिल रहा है भरपूर राजनीतिक संरक्षण जिसके कारण ग्रामीण स्कूलों की शिक्षा इसी तरह के शिक्षकों के कारण चौपट हो रही है? एक तरफ छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया शिक्षा से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं करने की बात करते हैं और वही इन व्याख्याता को राजनीतिक संरक्षण भी राज नेताओं का प्राप्त हो रहा है आखिर ऐसा क्यों? मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ने घटती घटना की खबर को संज्ञान में लेते हुए इस व्याख्याता एल बी हिन्दी शासकीय हाईस्कूल आमाडाड विकास खंड खड़गवां को आनन फानन में  छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश दिनांक 30/09/2022 और आदेश दिनांक 23/06/2023 के द्वारा स्थानांतरण यथावत रखे जाने के कारण आदेश क्रमांक 2085/स्थापना/2023–2024 मनेंद्रगढ़ दिनांक 07/08/2023 को जिला शिक्षा अधिकारी मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर ने भारमुक्त कर दिया है।
बीमार हुए व्याख्याता
सूत्रों से ये जानकारी मिल रही है कि शासकीय हाईस्कूल आमाडाड विकास खंड खड़गवां के एल बी हिन्दी व्याख्याता को जैसे जानकारी मिली कि उसे मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्यलय से पत्र जारी कर भारमुक्त कर दिया है उसने पूर्व की भांति फिर तबीयत खराब होने का आवेदन संस्था में देकर छुटी पर चला गया है अब सवाल उठता है कि क्या जिला शिक्षा अधिकारी इस व्याख्याता एल बी हिन्दी को शासकीय हाईस्कूल आमाडाड खड़गवां विकास खंड से रिलीव कर सकेंगे कि पूर्व आदेशों की भांति आप भी पुनः इस सत्र कार्य करने का आदेश प्रदान कर देंगे?

इस संबंध में जिला मनेंद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर के जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा से उनके मोबाइल के माध्यम से संपर्क कर जानकारी चाही तो उन्होंने ने कहा कि मैं अभी कलेक्टर की एल मीटिंग में हू।


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