- प्रबंधन पर अव्यवस्था का आरोप,कॉपरेटिव मेस चलाने को मजबूर अध्ययनरत बच्चे
- अचानक मेस हुआ बंद,बाहर से खाना मंगाने की अनुमति नहीं और ना ही बनाने की अनुमति, कॉपरेटिव मेस चलाने के लिए मजबूर हुए बच्चे
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 04 अगस्त 2023 (घटती-घटना)। कोरिया जिला में स्थित स्व. डॉ रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय व अनुशासन केंद्र में बालक और कन्या दोनो छात्रावासों में अचानक मेस बन्द कर दिया गया है, जिससे बच्चों के सामने खाने की समस्या उत्पन्न हो गई, पर इस बात से प्रबंधन को कोई लेना देना नहीं, जहां पर तत्काल मेस की व्यवस्था करनी चाहिए थी, वहां पर पल्ला झाड़ते हुए छात्रों पर ही इसका बोझ डाल दिया गया, सूत्रों के अनुसार ना तो छात्रों को बाहर से खाना मांगने की अनुमति है और ना ही छात्रावास में खाना बनाने की, इसके बाद उनके सामने कॉपरेटिव मेस की समस्या खड़ी कर दी गई, कॉपरेटिव मेस बच्चों पर थोपा गया है पर प्रबंधन पर बात ना है इसलिए प्रबंधन ने बच्चों से लिखवा लिया है यह बात कुछ बच्चे ने नाम न बताने की शर्त पर बताई। बताया जा रहा है कि अब छात्र स्वयं कॉपरेटिव मेस चला रहे है जबकि छात्रों की माने तो ये काम वे मजबूरी करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार स्व डॉ रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय व अनुशासन केंद्र का मेस बन्द है, पुर्व में जो मेस का संचालन हो रहा था उससे छात्र नाखुश थे उन्हें सही भोजन नही दिया जा रहा था जिससे वो नाराज थे, बताया जा रहा है मेस बन्द होने की स्थिति में महाविद्यालय प्रबंधन ने स्पष्ठ निर्देश दे दिए थे कि बाहर से भोजन नही आएगा और न ही छात्र भोजन बनाएंगे, जिसके बाद बालक और कन्या छात्रावास के सभी छात्रों ने खुद पैसे एकत्रित कर मेस चलाने का प्लान किया, जिसके बाद अब उसे कॉपरेटिव मेस कह कर बताया जा रहा है।
कृषि महाविद्यालय के डीन की भी बहुत दिन से आ रही शिकायत
कृषि महाविद्यालय के डीन की भी शिकायतें कम नहीं है इनकी मनमानी चरम पर है कई तरह से व्यवस्थाओं को लेकर इनकी शिकायतें सामने आ रही थी, खासकर इनका शासकीय वाहन से अपने घर लखनपुर जाने की बात तो आम हो चली है, व्यवस्थाओं पर इनका बिल्कुल ध्यान नहीं होता यह माना जाए कि कृषि महाविद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है, डीन का जो दायित्व होता है उससे वह किनारे हैं जिस वजह से अव्यवस्था का आलम भी सामने आ रही है, बच्चों के लिए जहां तत्काल अच्छे मेस की व्यवस्था करनी थी वहां पर बच्चों को कॉपरेटिव मेस के परेशानियों में ढकेल दिया गया और उनसे लिखवा कर अपना पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं।
छात्रों को खाना पसंद नही आया
वही स्व डॉ रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय व अनुशासन केंद्र का अनुसंधान केंद्र के डीन का कहना है कि पहले मेस चल रहा था परंतु छात्रों को खाना पसंद नही आया और उसकी दर भी उन्हें ज्यादा लग रही थी, जिसके सभी ने लिखित देकर स्वयं मेस चलाने को कहा, अब कॉपरेटिव मेस का संचालन किया जा रहा है।