- थाना प्रभारी यह भी कहते सुनाई दे रहे हैं की वह एक घंटा भी नहीं करना चाहते नौकरी
- थाना प्रभारी किसी से फोन पर बात कर रहे थे उस समय किसी ने बनाया वीडियो और वीडियो हो रहा है वायरल
- थाना कोई कुबेर का खजाना है,यह भी कहते सुने गए थाना प्रभारी, क्या सच में कुछ थाने हैं कुबेर के खजाने?
-रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़ 29 जुलाई 2023 (घटती-घटना)। एक बार फिर मनेंद्रगढ़ क्षेत्र से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है यह वीडियो किसी और का नहीं एक पुलिस वाले का बताया जा रहा है, जिसमें वह किसी पत्रकार से बात कर रहे हैं जो पत्रकारों की ही आपसी बातचीत से सामने आ रही बात है और थाना प्रभारी कह रहे हैं कि वह नौकरी नहीं करना चाहते मैं प्रेस वालों की गाली नहीं खाऊंगा, अब यह गाली कौन दे रहा है किस लिए दे रहा है इसका तो पता नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर इस बात को काफी तेजी के साथ वायरल किया जा रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि एक पत्रकार पुलिस वाले को परेशान कर और उस पर दबाव बनाकर जानकारी चाह रहा है।
जानकारी के लिए पत्रकार का थाना प्रभारी पर इस कदर दबाव है जैसा की बताया जा रहा है और खुद थाना प्रभारी की भी बातों से फोन की समझ में आ रहा है की थाना प्रभारी थाना छोड़कर जाने को तैयार हैं और लाइन अटैच रहकर काम करना उनको मंजूर है जबकि वह दबाव में काम नहीं करेंगे यह वह साफ तौर पर कहते सुने जा सकते हैं प्रभारी साहब किसी रविकांत का नाम ले रहे थे।
थाना प्रभारी कोई जानकारी फोन पर साझा नहीं करना चाहते और पत्रकार दबाव डालता है जो विडियो वायरल है
पूरे मामले में यदि सही मायने में पत्रकार ने दबाव डालकर किसी जानकारी को थाना प्रभारी से साझा करने को कहा है तो इसको लेकर यही कहा जा सकता है की जानकारी यदि चाहिए ही थी पत्रकार को तो और भी रास्ते थे जिसमे वह जाकर आवेदन देकर भी जानकारी ले सकता था लेकिन उसने फोन पर थाना प्रभारी पर दबाव डाला जो की गलत ही कहा जायेगा। मामला नवीन जिले एमसीबी का है जहां के झगराखांड थाने के थाना प्रभारी पर किसी पत्रकार ने फोन से दबाव बनाकर जानकारी लेने का प्रयास किया जिससे थाना प्रभारी फोन पर ही बिफर पड़े जिसका किसी ने विडियो बना लिया और वायरल कर दिया। वीडियो में बात पत्रकार और थाना प्रभारी के बीच ही हो रही है इसकी पुष्टि तो घटती घटना नहीं करता लेकिन यदि थाना प्रभारी कोई जानकारी फोन पर साझा नहीं करना चाहते और पत्रकार दबाव डालता है जो वायरल विडियो को लेकर बात बताई जा रही है तो इसको लेकर यही कहा जा सकता है की जानकारी लेने जाया भी जा सकता था और अन्य भी तरह से जानकारी प्राप्त की जा सकती थी।
कुबेर का खजाना नहीं है पुलिस थाना,क्या कई थाने हैं कुबेर के खजाने?
वायरल विडियो में थाना प्रभारी यह भी कहते सुने जा रहें हैं की पुलिस थाना झगराखांड कुबेर का खजाना है यदि कोई यह समझता है तो वह तत्काल लाइन जाने तैयार हैं,थाना प्रभारी की इस बात से यह सवाल उठता है की झगराखांड पुलिस थाना कुबेर का खजाना नहीं है लेकिन क्या कई थाने कुबेर के खजाने हैं,क्या वह यह मानते हैं,क्योंकि वही कह रहे हैं की यह थाना कुबेर का खजाना नहीं है। कुबेर के खजाने वाली बात से यह भी स्पष्ट होता है की पुलिस विभाग में पुलिस थानों की श्रेणी तय है और जिसमे सबसे कमाई वाली जगह कुबेर के खजाने के नाम से जानी जाती है।