एमसीबी @दुर्घटना में व्यक्ति हुआ घायल,इलाज के लिए लाया गया अस्पताल…नहीं थे डॉक्टर, 5 मिनट में आता हूं कहकर डॉक्टर पहुंचे घंटों बाद…व्यक्ति की हुई मौत

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  • डॉक्टर के देरी से आने की वजह से घायल व्यक्ति की हुई मौत परिजनों ने किया हंगामा
  • मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बर्खास्त करने की परिजन कर रहे मांग
  • मरीज के मौत के बाद समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ में हंगामा
  • एमसीबी जिले में दो विधायक होने के बावजूद समुदायक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ का बुरा हाल


-रवि सिंह-
एमसीबी 22 जुलाई 2023 (घटती-घटना)। एमसीबी जिले में सरकारी सेवाएं भगवान भरोसे हैं कभी चौकी खाली छोड़ पुलिसकर्मी नदारद रहते हैं, तो कभी अस्पताल छोड़ डॉक्टर नदारद हो जाते हैं, आफत की स्थिति में परेशानी तो लोगों की है, कुछ दिन पहले सरहद पर स्थित कोड़ा चौकी जहां एक भी कर्मचारी नहीं था और चौकी के दरवाजे खुले हुए थे और वहां पर पुलिस के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व सरकारी औजार थे अब ऐसे में चौकी छोड़कर सभी कर्मचारियों का एक साथ नदारद होना बड़ा सवाल था, ऐसा ही अब एक और मामला नवीन जिले के जिला अस्पताल का सामने आया है जहां एक दुर्घटना में घायल व्यक्ति को उसके परिजनों द्वारा अस्पताल लाया गया और वहां पर डॉक्टर नदारद मिले डॉक्टर को फोन किया गया, डॉक्टर कह रहे थे 5 मिनट में आ रहा हूं…5 मिनट कहते-कहते एक घंटा हो गया पर डॉक्टर साहब पहुंच नहीं पाए, तब तक गंभीर अवस्था में घायल व्यक्ति की मौत हो गई और परिजन व्यवस्था पर नाराज हो गए और डॉक्टर को मारने के लिए दौड़ाया,मामला थाने तक पहुंच गया, थाने में डॉक्टर घुस गए जहां पर उन्हें संरक्षण मिल गया पर सवाल यह उठता है क्या यही है शासन की व्यवस्था?
आपको बता दें शुक्रवार की शाम 4.00 बजे मध्य प्रदेश राजनगर स्टेडियम के पास मैजिक वाहन सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई जिसमें वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो गया, घायल को मनेंद्रगढ़ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाया गया लेकिन अस्पताल में मरीज को समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई, इस घटना से परिजन काफी नाराज हो गए और मनेंद्रगढ़ थाने का घेराव कर दिया, काफी देर तक थाने में हंगामा मचा रहा परिजन थाने में ही बैठ गए, मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश तिवारी का लायसेंस रद्द करने की किए मांग किये और उग्र भीड़ ने उन्हे दौड़ाकर पीटा भी जिस दौरान उपस्थित पुलिस भी मजबूर नजर आई और उग्र भीड़ से बचने डॉक्टर सुरेश तिवारी थाने में घुस गए, तब जाकर उनकी जान बच सकी जो वायरल विडियो देखकर समझा जा सकता है की किस तरह भीड़ डॉक्टर को पीटने के लिए दौड़ा रही है और डॉक्टर भाग रहें हैं।

सीएमएचओ की लापरवाही से गई घायल की जान…अपने आप को बचाने के लिए विभाग के कर्मचारियों को किया आगे
सीएमएचओ यदि समय पर आ जाते तो शायद घायल व्यक्ति की जान बच सकती थी पर उन्होंने मरीज को इंजेक्शन लगा कर 5 मिनट में आ रहा हूं कह के घंटों नहीं पहुंचे, जिसके बाद गंभीर अवस्था में घायल व्यक्ति की जान चली गई, जान जाने से परिजन हुए नाराज और सीएमएचओ को दौड़ा के पिटा और मामला तूल पकड़ लिया, जिसके बाद सीएमएचओ अपने आप को बचाने के लिए अपने ही विभाग के डॉक्टर व कर्मचारियों को आगे करके धरने पर बैठा दिया और पिटाई का विरोध होने लगा,पर वहीं इस बात का जिक्र कहीं नहीं है कि डॉक्टर के समय पर ना पहुंचने से किसी की जान चली गई, इस बात की चिंता ना तो स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों को है और ना ही डॉक्टर व अस्पताल के कर्मचारियों को वह तो सिर्फ अपने डॉक्टर की पिटाई को लेकर चिंतित हैं, किसी की जान से बढ़कर डॉक्टर की पिटाई की चिंता ज्यादा दिख रही है विभाग को, उसका क्या जिसकी जान चली गई डॉक्टर के समय पर ना आने से?

सीएमएचओ को बर्खास्त करने की उठ रही मांग, लेकिन निलंबन की अफवाह
मामले को शांत करने के लिए सीएमएचओ को निलंबन करने की बात सामने आ रही है, जिसका ना कोई आदेश है और ना ही कोई प्रमाण पर अधिकारियों के बयान में निलंबन की बात सामने आ रही है, आदेश मांगने पर कोई भी आदेश अभी तक अधिकारियों के द्वारा नहीं दिखाया जा रहा, जबकि लोगों का कहना है कि निलंबन नहीं सीएमएचओ की बर्खास्तगी का आदेश आना चाहिए, निलंबन या बर्खास्तगी जिला स्तर पर नहीं हो सकती इसलिए प्रदेश से इसकी आदेश आने का इंतजार है, यह भी बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा कार्यवाही करने की बात कह दी गई है पर देखना यह है कि रायपुर से आदेश कब आता है।
घटना जिसके कारण लोग हुए उग्र,डॉक्टर से की मारपीट,किया अस्पताल और पुलिस थाने का घेराव
नारायण पतवार मनेंद्रगढ़ निवासी वाहन चलाने का व्यवसाय करते थे जो शुक्रवार को मनेंद्रगढ़ से टेंट का सामान मध्यप्रदेश राजनगर मधुबन क्लब पहुंचाने गए थे, वहां से वापस लौटते समय राजनगर स्टेडियम के पास सड़क के किनारे लगे पेड़ से वाहन टकरा गई , जिससे वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो गया, घायल को उपचार के लिए मनेंद्रगढ़ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, लेकिन समय पर इलाज न होने के कारण मरीज की मौत हो गई, इस घटना के बाद गुस्साए परिजन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के बीच झूमा झटकी हुई, परिजन ने डॉक्टर पर पैसे मांगने और लापरवाही का आरोप लगाया, काफी देर तक मनेंद्रगढ़ सामुदायीक स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा हुआ, जिसके बाद गुस्साए परिजन ने मनेंद्रगढ़ थाने का घेराव किया और डॉक्टर तिवारी को तत्काल पद से हटाए जाने की मांग की।
परिजनों का डॉक्टर पर आरोप
परिजनों की माने तो मरीज को मनेंद्रगढ़ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाया गया, जिसके बाद मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश तिवारी को फोन कर सूचना दी गई, डॉक्टर सुरेश तिवारी के द्वारा बोला गया कि मेरे क्लीनिक में 2 मरीज हैं उनको मैं इंजेक्शन लगा कर आता हूं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा मृतक के बेटे के साथ मारपीट की गई जिससे उसके नाक में गंभीर चोट आ गई परिजन का आरोप है कि डॉ सुरेश तिवारी के लेट आने के कारण मरीज की मौत हो गई।
एमसीबी जिले में दो विधायक होने के बावजूद समुदायक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ का बुरा हाल
जिले से 2 विधायक आते हैं दोनों ही विधायक कांग्रेस के हैं छाीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है स्वास्थ्य मंत्री भी सरगुजा संभाग से आते हैं लेकिन स्वास्थ्य की बात करें तो जिले में ऐसी कोई भी सुविधा नहीं है ना ही सोनोग्राफी की सुविधा है सरकारी हॉस्पिटलों में मरीजों को दवाइयां भी मुहैया नहीं होती है और वही सीएचएमओ डॉ सुरेश तिवारी का खुद बड़ा प्राइवेट क्लीनिक है वहां पर सोनोग्राफी की भी सुविधा है मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऐसा पहले भी हो चुका है कई बार खबर भी प्रकाशित हुई है मरीजों को सही समय पर इलाज ना मिलने के कारण मरीज की मृत्यु हो जाती है ना ही हॉस्पिटल में डॉक्टर रहते हैं और अगर गलती से मिल भी गए तो मरीजों से अच्छे से बात नहीं करते हैं ना सीएचएमओ ही शासकीय अस्पताल को लेकर गंभीर नजर आते हैं। क्या मामले में दोनो विधायक संज्ञान लेंगे और स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने की तरफ ध्यान देंगे,एक विधायक चूंकि खुद डॉक्टर हैं और उसके बाद भी उनके ही जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था का जो हाल सामने आया है वह सोचने पर मजबूर करने वाला है।


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