मामला बैकुण्ठपुर अंतर्गत खांडा प्राथमिक वन उपज समिति केंद्र बाउंड्रीवाल निर्माण का
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 26 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के ग्राम पंचातय खांडा स्थित प्राथमिक वन उपज समिति केन्द्र में सालों पुराना वाउंड्रीवाल तोड़कर सम्बन्धित विभाग नया वांउड्रीवाल बना रहा है, लेकिन वांउड्रीवाल में नये ईंट लगने की बजाये पुराने ईंट को नये वांउड्रीवाल में लगाया गया और लगभग कार्य भी पूरा हो चूका है। पुराना ईट लगाने के बाद दीवारों पर प्लास्टर भी चढ़ाया जा चुका, अब पुराना ईटा दिख भी नहीं रहा, क्या जांच करने के लिए प्लास्टर या दीवार तोड़कर देखा जाएगा कि नया ईटा लगा है या पुराना?
मिली जानकारी के अनुसार बैकुण्ठपुर पटना के बीच ग्राम पंचायत खांडा में वर्षो पुराना प्राथमिक वनोपज समिति जमगहना-खांडा में नर्सरी स्थित है और जिसका वांउड्रीवाल तोड़कर नया निर्माण किया जा रहा है और यह निर्माण कितने में हो रहा है और इसका इस्टीमेट कितने का है इसकी जानकारी किसी को भी नहीं और न तो इसका कोई सूचना पटल लगा है। उक्त कार्य निर्माण के दौरान लगे मजदूर लोगों व वहां उपस्थित लोगो से जानना चाहा गया तो भी इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। सम्बन्धित विभाग के एसडीओ से इसकी जानकारी चाही गयी तो उन्होंने भी बाउंड्रीवाल निर्माण की जानकारी उन्हें नहीं है। इन सब के बावजुद सवाल यह उठता है कि जब भी कोई नया निर्माण होता है तो इसकी जानकारी सार्वजनिक साझा किया जाता है और सारे मटेरियल एस्टीमेट में नए होते हैं। इसके बावजुद विभाग के जिम्मेदार अतिरिक्त पैसा अपने जेब में डालने के लिये नये निर्माण में पुराने ईंट का उपयोग करते नजर आते है और बिल पूरे नये का निकालकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं।
निर्माण नया है या मरम्मत है इस बात का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है
किसी भी शासकीय विभाग के निर्माण या मरम्मत के दौरान उस कार्य का स्टीमेट व उसके किये स्वीकृत राशि का बोर्ड कार्यस्थल पर लगाना अनिवार्य है,लेकिन इस कार्य का बोर्ड कार्यस्थल पर नहीं लगाया गया है, जिससे यह स्पष्ट नहीं है कि यह निर्माण नया है या मरम्मत कार्य हो रहा है, वैसे बाउंड्रीवाल बनकर तैयार हो चुका है और अब इसको लेकर बातें सामने आ रहीं हैं कि इसमें पुरानी ईंटे ही इस्तेमाल कर ली गईं हैं।
बाऊंड्रीवाल में प्लास्टर कर काम भी पूर्ण हुआ
सम्बन्धित काम में अनिमियता को लेकर वन विभाग के एसडीओ जैनी कुजुर को जानकारी दी गयी थी जिस पर उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुये पूरी जवाबदेही वन विभाग के रेंजर अखिलेष मिश्रा पर डाल दी। इसके बावजुद काम होता गया और अब आखिरकार पुरानी ईंटो से बने बाऊंड्रीवाल पर प्लास्टर कर उसे ढंक दीया गया। इस बीच न तो किसी वन विभाग के जिम्मेदारों ने इसकी सुध ली और अब इस काम के स्टीमेट के अनुसार पूरा पैसा आहरण करने की तैयारी में लगे हुये है।र अंतर्गत खांडा प्राथमिक वन उपज समिति केंद्र बाउंड्रीवाल निर्माण का