कोरिया/एमसीबी @ऑनलाइन सट्टा मामले में 7 आरोपी चढ़ चुके कोरिया पुलिस के हत्थे…अभी और चढेंगे हत्थे…पर क्या महिला पुलिस अधिकारी के पति भी चढ़ पायेगा हत्थे?

Share

  • मामले में भाजपा के पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक के भतीजे की भी हो चुकी है गिरफ्तारी,केवल महिला पुलिस अधिकारी पति पर ही पुलिस की क्यों है मेहरबानी
  • महिला पुलिस अधिकारी के पति को कोरिया पुलिस की गठित टीम में मौजूद दो एक नाम वाले प्रधान आरक्षक बचाने में जुटेःसूत्र
  • ऑनलाइन सट्टा मामले में 7 आरोपी गिरफ्तार…अन्य आरोपियों की तलाश जारी
  • महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचाने आरोपियों को पकड़ने गठित टीम के प्रधान आरक्षक सक्रिय
  • कई अन्य राज्यों से भी होगी सटोरियों की गिरफ्तारी,लेकिन क्या महिला पुलिस अधिकारी के पति की भी होगी गिरफ्तारी?
  • सरगुजा संभाग के सबसे बड़े सटोरिए के पार्टनर का नाम छिपाकर की जा रही कार्यवाही,संलिप्त है पुलिसकर्मी
  • क्या महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचाने में सफल हो जायेगी कोरिया पुलिस?
  • घटती-घटना की खबर पर लगी मुहर कोरिया पुलिस पहुंची एक और बड़े सटोरिया तक


-रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी 11 जुलाई 2023 (घटती-घटना)। ऑनलाइन सट्टा मामले में कोरिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, मामले में अब तक सात आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं और आरोपियों में से एक भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री साथ ही वर्तमान विधायक का भतीजा है जिसे राजधानी से पुलिस ने गिरफ्तार किया है और बताया जाता है की उक्त पूर्व मंत्री की भाजपा में बड़े नेताओं में गिनती होती है और वह प्रथम पंक्ति के भाजपा नेता हैं। सरगुजा संभाग में सट्टा व्यवसाय बड़ी तेजी से पांव पसार चुका था और जिसपर अंकुश लगाने वर्तमान पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा द्वारा निर्देश देने पर कोरिया जिले की पुलिस सक्रिय हुई और अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार लोगों से पुलिस ने कई अन्य लोगों के नाम जानने की कोशिश की है और अब पुलिस अन्य राज्यों में भी सट्टा के फैले जाल को कमजोर करने का प्रयास जारी किया है और बताया जाता है की अन्य राज्यों से भी गिरफ्तारी मामले में हो सकती है। सरगुजा संभाग के सबसे बड़े सटोरिया को गिरफ्तार करने के बाद घटती-घटना ने अंदेशा जताया था की कोरिया पुलिस सटोरिया से जुड़े कई राज खोलना में जुटी हुई है वही घटती घटना के खबर प्रकाशन के 5 दिन बाद वही हुआ और कोरिया पुलिस एक और सटोरिया को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
पूरे कार्यवाही में एक बात बस पुलिस की कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है और वह यह की सरगुजा संभाग में फैले ऑनलाइन सट्टा के नेटवर्क में सटोरियों के सरगुजा के एक साथी का नाम पुलिस उजागर नहीं कर रही है और लगातार उसे बचाने पुलिसकर्मी सक्रिय नज़र आ रहे हैं, सूत्रों की माने तो सरगुजा संभाग में सटोरियों का पार्टनर जो सट्टे का कारोबार देखता था वह एक महिला पुलिस अधिकारी का पति है और इसी वजह से पुलिस उसे बचाने में लगी हुई है जिससे महिला पुलिस अधिकारी के पति को भी बचाया जा सके और पुलिस की छवि भी धूमिल न हो, वहीं महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचाने में एक पुलिसकर्मी की भूमिका काफी खास बताई जा रही है जो सट्टे के कारोबार से जुड़े लोगों को पकड़ने गठित टीम का सदस्य है और जो काफी चर्चित भी है कई मामलों को लेकर। महिला पुलिस अधिकारी का खास उक्त पुलिसकर्मी महिला पुलिस अधिकारी के निर्देश पर महिला पुलिस अधिकारी के पति का नाम हर उस जगह से हटा रहा है जहां भी सट्टा मामले में उसका नाम आ रहा है। अब देखना यह है की क्या महिला पुलिस अधिकारी के पति को पुलिस बचा ले जाती है या निष्पक्ष जांच कर उसे भी सलाखों के पीछे पहुंचाती है? वैसे सरगुजा संभाग के पुलिस महानिरीक्षक के निर्देशानुसार किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाना है और ऐसे में माना जा सकता है की महिला पुलिस अधिकारी के पति को भी पुलिस आरोपी बनाएगी जो सरगुजा संभाग में ऑनलाइन सट्टा का व्यवसाय देखता था। ऑनलाइन सट्टा मामले में पुलिस ने जिन सात लोगों की गिरफ्तारी की है उसके बाद पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी का मामले का खुलासा किया है।
सट्टा कारोबार के सातवें आरोपी को पुलिस ज्यादा देर तक नहीं रख पाई जेल में,पहले मिला अस्पताल में दाखिला फिर मिल गई जमानत
सट्टा कारोबार के सातवें आरोपी जो मुख्य आरोपी भी कहा जा सकता है को पुलिस ज्यादा देर तक जेल में नहीं रख सकी, उसे जेल जाते ही अस्पताल दाखिले की सुविधा मिल गई वहीं जब तक वह अस्पताल में रहा तब तक उसकी जमानत हो गई, बताया जा रहा है की उसके जेल दाखिले से पहले ही सब कुछ तय हो गया था और उसे मिलने वाली सुविधाएं भी तय हो गई थीं जिसका उसे पूरा फायदा मिला। सातवें आरोपी को जो की काफी रसूखदार था को एक तरह से पहले से ही पता था की वह ज्यादा देर तक जेल की सलाखों के पीछे नहीं रहने वाला और पूरी स्कि्रप्ट इसको लेकर तैयार थी जो हुआ भी और वह अब बाहर है,जेल जाते ही अस्पताल जाने की सुविधा वैसे भी रसूखदारों को ही मिल पाती है और वहीं हुआ भी वह अस्पताल में आराम कर वापस लौट गया।
इन पर हो चुकी है कार्यवाही
स्काई एप ऑनलाइन सट्टा जुआ पर कार्यवाही पुलिस थाना पटना के अपराध क्रमांक 207/2023 धारा छ. ग. जुआ प्रतिशेध अधिनियम 2022 की धारा 6(क) (ख)7,8, 109भा द वि के तहत सात आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है, जिनमे बिजेंद्र कुमार पिता तिलकधारी साहू उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम खांडा थाना पटना,राजकुमार साहू पिता शिवराम साहू उम्र 32 निवासी ग्राम खांडा थाना पटना,राजा बाबू पिता चंद्रभान साहू उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम कुडेली थाना पटना, निखिल साहू पिता चंद्रप्रकाश साहू उम्र 19 वर्ष निवासी मांजा जिला सूरजपुर, राहुल साहू पिता लीला मोहन साहू उम्र 21 वर्ष निवासी जटगा जिला कोरबा, रवि अग्रवाल निवासी अंबिकापुर, विनय अग्रवाल निवासी रायपुर शामिल हैं। दिनांक 27 जून 2023 को मुखबिर द्वारा सूचना मिलने पर की ऑनलाइन के माध्यम से जुआ सट्टा स्काई एप के जरिए खांडा निवासी बिजेंद्र कुमार साहू ,राजकुमार साहू, के द्वारा आम जनता को रुपए पैसों का दांव लगवाकर खिलाया जा रहा है। सूचना पर तत्काल टीम गठित कर थाना से निरीक्षक अनिल कुमार साहू सऊनि लवांग सिंह आरक्षक 280 अमल कुजुर,आरक्षक 305 उज्जैन पूरी, एवम साइबर सेल प्रधान आरक्षक 98 नवीन दत्त तिवारी, प्रधान आरक्षक 103 नवीन साहू, आरक्षक क्रमांक 147 अजीत राजवाड़े, आरक्षक क्रमांक 666 सजल जायसवाल, एवम आरक्षक क्रमांक 636 रामायण सिंह आरोपी बिजेंद्र कुमार साहू, राजकुमार साहू को रेड कर पकड़े, आरोपियों के द्वारा स्काई एप के जरिए मोबाइल से ऑन लाइन सट्टा खिलाते पाया गया और आरोपियों से 2 नग मोबाइल फोन जब्त कर नगदी रकम 2100 रुपए जब्त किए, पूछताछ पर सटोरिया खाईवाल राजा बाबू साहू,निखिल साहू,को विभिन्न स्थानों से हिरासत में लिया गया और 5 नग मोबाइल सेट और एक कार कुल जुमला 850000 का जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। विवेचना में दिनांक 29 जून 2023 एवम 9 जुलाई 2023 को प्रकरण के अन्य आरोपियों में से रवि अग्रवाल निवासी अंबिकापुर,एवम विनय अग्रवाल निवासी रायपुर को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 3 नग मोबाइल कीमत 3 लाख एवम एक आई वाच कीमत 50000 रुपए को जब्त कर गिरफ्तारी की गई,अब तक प्रकरण में 12 बैंको के खातों से 1 करोड़ 86 लाख रूपये होल्ड कराया जा चुका है और अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है।
सरगुजा संभाग में सटोरियों के मुख्य सहयोगी महिला पुलिस अधिकारी के पति तक कब पहुंचेगी पुलिस?
पूरे मामले में लगातार एक महिला पुलिस अधिकारी के पति का नाम सामने आ रहा है,महिला पुलिस अधिकारी के पति का नाम बार बार सामने आने के बाद भी अब तक मामले में उसका नाम शामिल नहीं किया जा रहा है ऐसा सूत्रों का कहना है। अब देखना यह है की महिला पुलिस अधिकारी के पति का नाम सामने आता है या उसे बचाया जाता है। महिला पुलिस अधिकारी के पति का सटोरियों से और संभाग में जारी सट्टा व्यापार से गहरा नाता है यह पुलिस की जांच में सामने आया है लेकिन जिसे पुलिस छिपा रही है ऐसा सूत्रों का दावा है,अब देखना है की क्या पुलिस महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचा पाती है या उसे मामले में आरोपी बनाकर निस्पक्षता का परिचय देती है।
सटोरियों को पकड़ने गठित टीम
में शामिल एक पुलिसकर्मी महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचाने सक्रिय,सूत्र

सूत्रों की माने तो संभाग में सट्टा का कारोबार एक महिला पुलिस अधिकारी के पति द्वारा संचालित किया जाता था और जो सटोरियों का मुख्य सहयोगी है, महिला पुलिस अधिकारी का नाम भी जांच में सामने आया है जैसा सूत्रों ने बताया है,बताया यह भी जा रहा है की महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचाने सटोरियों को पकड़ने गठित टीम का एक पुलिसकर्मी सक्रिय है जो महिला पुलिस अधिकारी और उनके पति का करीबी है, पुलिसकर्मी महिला पुलिस अधिकारी के पति का नाम हर जगह हाइड कर रहा है जहां भी उसका नाम सामने आ रहा है। पूरे मामले में निष्पक्षता से कार्यवाही इसलिए भी नहीं हो पा रही है क्योंकि मामले में महिला पुलिस अधिकारी के पति का नाम सामने आने पर उसे छिपाने पुलिसकर्मी ही संलिप्त नजर आ रहें हैं जैसा सूत्रों का कहना है।
मामले में भाजपा के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक के भतीजे की भी हुई है गिरफ्तारी
सट्टा मामले में भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री एवम वर्तमान विधायक के भतीजे की भी गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है की पूर्व मंत्री का भतीजा मुख्य सटोरियों में से एक है और जिसे राजधानी से गिरफ्तार किया गया है। पूर्व मंत्री के भतीजे का नाम सामने आने के बाद अब महिला पुलिस अधिकारी के पति का भी नाम सामने आने की उम्मीद है जो एक पुलिसकर्मी की वजह से सामने नहीं आ रहा है जो सूत्रों का कहना है।
क्या पुलिस महानिरीक्षक मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही का देंगे आदेश?
पूरे मामले में अब सरगुजा पुलिस महानिरीक्षक की भूमिका भी देखने वाली होगी,पूरे मामले में जो अब हाई प्रोफाइल मामला बन चुका है में पूर्व मंत्री के भतीजे का नाम सामने आने के बाद और उसकी गिरफ्तारी के बाद महिला पुलिस अधिकारी के पति का भी नाम सामने आ रहा है और जिसे पुलिस अब तक बचाती चली आ रही है,अब देखना यह है की क्या महानिरीक्षक सरगुजा मामले में निष्पक्ष जांच और कार्यवाही का आदेश जारी करते हैं, क्या महिला पुलिस अधिकारी के पति की गिरफ्तारी होती है जो बड़ा सवाल है जो पुलिस की निष्पक्ष कार्यवाही के लिए भी जरूरी है वरना मामले को निपटाने और महिला पुलिस अधिकारी के पति को बचाने का आरोप पुलिस पर ही लगेगा और जो पुलिस की निष्पक्ष जांच पर सवालिया निशान होगा।


Share

Check Also

कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला

Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …

Leave a Reply