- किसानों को पूरे वर्ष रहता है मानसून का इंतजार, इस समय किसी प्रकार कष्ट ना हो, इसकी चिंता सर्वोपरि
- समितियों में जाकर खाद बीज वितरण का जायजा ले रहे जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी
बैकुण्ठपुर,29 जून 2023 (घटती-घटना)। पूरे वर्ष किसानों को मानसून का इंतजार रहता है, ताकि अपने जीविकोपार्जन के लिए और उत्पादन के लिए वह आशातीत मेहनत कर सफलता अर्जित कर सकें। इसके लिए सरकार भी समय-समय पर हर संभव प्रयास करती है, और किसानों की सुविधा का ध्यान रखते हुए सहकारी समितियों के माध्यम से खाद बीज एवं किसानी कार्य के लिए नगद राशि के ऋण की सुविधा उपलब्ध कराती है। परंतु शासन की योजनाओं द्वारा प्रदाय किए जाने वाले सुविधाओं से कई कारणवश किसान वंचित रह जाते हैं। जिनकी सुध कोई नहीं लेता। परंतु कोरिया जिले के जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं पीसीसी सदस्य वेदांती तिवारी इस समय जिले के विभिन्न क्षेत्रों के सहकारी समितियों में जाकर किसानों से मिल रहे हैं, एवं उनकी समस्याओं का तात्कालिक निराकरण का प्रयास कर रहे हैं। जोकि अपने आप में अनूठा कार्य है। क्योंकि जहां इस समय भीषण गर्मी के बाद लगातार हो रही बरसात में नेताओं को घर पर रहने को मजबूर कर दिया है, वहीं मूलतः किसान नेता वेदांती तिवारी किसानों की समस्याओं से रूबरू अवगत होकर उनके निदान का कारण बन रहे हैं।
वैसे तो सरकार, अधिकारी और उनके नुमाइंदे हर संभव प्रयास करते हैं कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का पूरा लाभ जमीनी स्तर पर किसानों को मिल सके। परंतु कमीशन खोरी और बिचौलियों की वजह से हजारों की तादाद में किसान समितियों से प्रदाय किए जाने वाले खाद बीज और सहकारी ऋण से वंचित हो जाते हैं। मजबूरन उन्हें बाजार से उच्च दामों में खाद बीज एवं सूदखोरों से किसानी कार्य के लिए ब्याज पर पैसा लेना पड़ता है। जोकि अत्यंत कष्टकारक एवं पीड़ादायक होता है। इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए जमीन से जुड़े हुए किसान नेता वेदांती तिवारी गांव गांव भ्रमण कर एवं सहकारी समितियों में जाकर किसानों से मिलकर उनके समक्ष आने वाली समस्याओं को सुनकर उसका निदान करने का प्रयास कर रहे हैं। जो कि सत्तापक्ष और विपक्ष के हर नेताओं के लिए अनुकरणीय होना चाहिए। जहां एक ओर हम किसानों के द्वारा ही राज्य और देश की अर्थव्यवस्था का दम भरते हैं, वहीं यदि किसान मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो जाएं तो अर्थव्यवस्था के चरमराने की आहट आने लगती है। वेदांती तिवारी के इस कार्य को ग्रामीण जन और किसानों ने सराहा है, और उन्हें जनता का सच्चा हितैषी बताया है।