वन विभाग के कई रेंजर बनेंगे एसडीओ कभी भी जारी हो सकती है सूची
-रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 24 नवम्बर 2021(घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ वन विभाग में रेंजर से एसडीओ पद पर पदोन्नति के लिए वन विभाग ने सूची लोक सेवा आयोग को भेज दी है और अब कई रेंजर प्रदेश के एसडीओ बनेंगे और यह पदोन्नति सूची कभी भी जारी हो सकती है। वन विभाग द्वारा कुल 52 रेंजरों की सूची लोक सेवा आयोग को भेजी गई है और अब इन्हीं 52 लोगों में से एसडीओ पद पर पदोन्नति की जाएगी, वहीं यह भी बताया जा रहा है कि सभी की पदोन्नति हो यह जरूरी नहीं लेकिन पदोन्नति इन्ही नामों में से होगी यह तय है, भेजी गई सूची अनुसार, अखिलेश मिश्रा, ए एस नाथ, अजय कुमार कावरे, राजेंद्र कुमार सिंह, अनिल कुमार बागड़े, शैलेश कुमार बघेल, लोमकरण सोम, कुमार सोम, गोविंद सिंह, राजेन्द्र कुमार कुलदीप, गोपाल सिंह परमार, गजमन राम कश्यप, राम सिंह राठिया, वी के चक्रवर्ती, सी आर नेताम, जीवनलाल सिन्हा, एन के श्रीमाली, गणराज सिंह, नागराज मंडावी, यौमन लाल ध्रुव, राजकुमार शर्मा, इंद्र कुमार बंजारे, राज कुमार ध्रुव, रवि शंकर लाल श्रीवास्तव, संदीप सिंह, देवेंद्र कुमार गौड़, शालिग्राम प्रसाद सोनी, गोदावली प्रसाद पटेल, अशोक कुमार तिवारी, धर्मजीत पटेल, शैलेंद्र कुमार अंबस्ट, जफर खान, आर एस मरकाम, श्रीमती सरोज अरोरा, मोहर सिंह मरकाम, प्रकाश कुजुर, जग बंधु राम मरकाम, छबीलाल निर्वाण, शंकर दास, आरके नंदूरकर, अश्विनी कुमार चौबे, संजय कुमार रतिया, बृजलाल कुमार देवांगन, राजेंद्र कुमार साहू, गोपाल सिंह कश्यप, अशोक कुमार त्रिपाठी, वी एन दुबे, नन्द कुमार सिन्हा, योगेंद्र गंडेचा, कमल नारायण तिवारी, जगदीश प्रसाद दर्रो और टेक राम मरई का नाम सूची में शामिल है।
कई वर्षों से एक ही जिले में जमे रेंजरों का भी पदोन्नति सूची में है नाम
छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा लोक सेवा आयोग को एसडीओ पद पर पदोन्नति हेतु भेजी गई रेंजरों की सूची में ऐसे भी नाम रेंजरों के शामिल हैं जिन्हें आज तक अन्य जिले में विभाग द्वारा स्थानांतरित नहीं किया गया जबकि पदोन्नति भी उनकी कई बार हुई जिसमें डिप्टी रेंजर से रेंजर भी वह बनाये गए लेकिन उन्हें पदोन्नति पश्चात जिन जिलों में कार्य करने भेजा गया वह वहाँ कार्य करने की बजाए जुगाड़ लगाकर फिर वापस उसी जिले में आ गए जहां से वह पदोन्नति प्राप्त कर अन्य जिले भेजे गए थे।ऐसे प्रभावशाली व विभाग को अपनी गिरफ्त में रखने वाले रेंजरों की संख्या बहोत अधिक नहीं एक दो ही ऐसे नाम हैं लेकिन इनकी पकड़ ऐसी है की पूरा विभाग इनकी गिरफ्त में रहता है और यह एक ही जगह कार्यरत रहते हुए पूरी तरह निश्चिन्त रहते हैं।
क्या बदले जाएंगे पदोन्नति पश्चात पदस्थापना जिले
लंबे समय से एक ही जिले में कार्यरत ऐसे रेंजर जिनकी भी पदोन्नति होती है क्या उनकी पदोन्नति पश्चात उनके पदस्थापना जिले में बदलाव किया जाएगा यह भी देखने वाली बात होगी क्योंकि कुछ ऐसे नाम भी हैं इस बार एसडीओ पद पर पदोन्नति प्राप्त करने वाले रेंजरों की सूची में जिन्हें एक ही जगह आज तक कार्य करने का श्रेय प्राप्त है और जो पूरे वन विभाग के ऊपर अपना दबदबा कायम रखते चले आ रहें हैं और अभी तक उनका अन्यत्र स्थानांतरण या तो हुआ नहीं या हुआ भी तो उन्हें ज्यादा समय तक वहां रोका नहीं जा सका।
वन विभाग के रेंजरों में सबसे बड़े नामों में शुमार हैं कुछ नाम
पदोन्नति हेतु भेजी गई सूची में कुछ नाम वन विभाग के रेंजरों के ऐसे हैं जो विभाग में ऐसे रेंजर के रूप में जाने जाते हैं जिनका दबदबा विभाग में बड़े बड़े अधिकारियों से भी ज्यादा है और ऐसे रेंजर पूरे जिले का संचालन अधिकारियों से ऊपर उठकर करते हैं, ऐसे रेंजरों ने विभाग में रहते हुए खुद को कुबेर का भी दर्जा दिला रखा है और जिले में अपार सम्पतियों जिसमे जमीनों का अथाह रूप से खरीदी भी इनके द्वारा किया गया है और अब पदोन्नति पश्चात भी ऐसे रेंजर जिला नहीं छोड़ना चाहेंगे क्योंकि उनकी सम्पतियों की देखभाल करने की भी दिक्कत उनके सामने खड़ी होगी।