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खड़गवां,@एमसीबी जिले खड़गंवा विकास खंड के पंचायतों को मिले रिक्शे हो रहे हैं कबाड़ मे तब्दील

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  • प्रशासन का हो रहा है करोड़ों का नुकसान
  • विकास खंड खडगवा के ग्राम पंचायतों को मिले रिक्शे रखे-रखे कबाड़ मे हो रहा है तब्दील
  • महिला समूहों को भी नहीं मिल रहा है रिक्शे का लाभ
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-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां, 25 जून 2023 (घटती-घटना)। सरकार के द्रारा पंचायतों को स्वच्छ बनाने के लिए नए प्रयोग कर रही है. नई योजनाएं बना रही हैं. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता एवं लापरवाही की वजह से कुछ योजनाएं धरातल पर पहुंचने के बाद कागजो मे ही दम तोड़ रही हैं. ऐसा ही नजारा खडगवा विकास खंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों मे देखने को मिल रहा है।
यहां प्रशासन की लापरवाही से स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में दिए गए रिक्शे रखे रखे जंग खाकर कबाड़ मे तब्दील हो रहे हैं. जिससे शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है.इस योजना में लापरवाही को लेकर जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
दरअसल,एमसीबी जिले के साथ चिरमिरी नगरनिगम शहर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में लाखो रुपए की लागत से घरों से कचरा कलेक्शन के लिए रिक्शा के साथ साथ अन्य सामग्री की सप्लाई कराई थी. इसके अलावा ग्राम पंचायतों में कचरा प्रबंधन के लिए मनरेगा योजना के तहत कचरा घर का निर्माण करवाया गया है जिसकी लागत 5 से 6 लाख रुपए थी. जिसके माध्यम से समूह की महिलाओं को रोजगार से जोड़कर गांव से इकट्ठा किए गए कचरे को डंप कर उससे जैविक खाद बनाई जानी थी. जिसकी बिक्री के बाद ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाता, लेकिन यह योजना जिले एवं विकास खंड में फेल नजर आ रही है.
सरकार ने इस योजना को लेकर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए. लेकिन प्रशासन की लापरवाही की वजह से जिले में योजना दम तोड़ती हुई नजर आ रही है. वहीं शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान होता दिखाई दे रहा है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने बताया कि प्रशासन की लापरवाही से सरकार की महत्वपूर्ण योजना दम तोड़ रही है. महिला समूहों को दिए जाने वाले रिक्शे रखे रखे जंग खा रहे हैं और कचरा डंप के लिए बनाए गए यार्ड के खिडकी दरवाजे कुछ नहीं बचे हैं भवन पूर्ण रूप से जर्जर हो चुके है
इस संबंध में जनपद पंचायत सीईओ शेखर शर्मा के मोबाइल नंबर 9399969869 से संपर्क कर जानकारी चाही तो उन्होंने ने मोबाइल फोन रिसीव ही नहीं किया।


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