खड़गवां,@ग्राम पंचायत खड़गवां के द्वारा पशु चिकित्सालय के सामने व्यावसायिक दुकानें निर्माण कर किया गया आवंटित

Share

  • इन दुकानों के सामने पूरी सड़क पर बेजा कजा कर किसी बड़ी दुर्घटना का हो रहा है इंतजार…?
  • शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी-कर्मचारी नहीं कर रहे कार्यवाही
  • राजस्व विभाग तो सिर्फ मूकदर्शक बनकर अतिक्रमण करने वालों को देख रहा है…?
  • राजेन्द्र शर्मा –
    खड़गवां,05 जून 2023 (घटती-घटना)। खड़गवां ग्राम पंचायत के द्वारा पशु चिकित्सालय परिसर के सामने दुकानों का निर्माण कराकर हितग्राहियों को लाटरी निकाल कर आवंटित किया गया है और आवंटन के तहत ग्राम पंचायत खड़गवां ने आवंटन की शर्तें 15 बिंदुओं का था और दुकान आवंटन हेतु 100 रूपए के स्टांप में इकरार नामा कराना होगा जो किया गया ग्राम पंचायत खड़गवां के दुकान आवंटन की शर्तों में जिसमें एक 8 क्रमांक कि शर्त थी कि दुकान जिस रूप में दिया जायेगा पृथक से किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य प्रतिबंधित होगा मगर दुकान आवंटित होने के कुछ दिन बाद ही पशु चिकित्सालय परिसर के मुख्य द्वार से लगे हुए दुकान के हितग्राही प्रदीप साहू मनिहारी दुकान के द्वारा ग्राम पंचायत द्वारा आवंटित दुकान के रूप को परिवर्तित कर दिया गया और दुकान के आगे बढ़ाकर सड़क के ऊपर बना दिया गया है जिससे बगल के दुकानदारो की दुकाने पूरी तरह से ढक गई है जिन्होंने ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को इससे हटाने के लिए आवेदन किया गया है।
    जबकि ग्राम पंचायत खड़गवां ने अपने शर्तों के तहत दुकानें आवंटित किया गया था । जब प्रदीप साहू के द्वारा दुकान का रूप परिवर्तित किया जा रहा था तब ग्राम पंचायत ने अपने शर्तों के तहत निर्माण कार्य को क्यो नहीं रोका ? क्या ग्राम पंचायत खड़गवां के द्वारा आवंटन तक ही 15 कंडिका की शर्तें थी ? क्या ये हितग्राही ग्राम पंचायत का मूल निवासी था? जिसे दुकान के रूप परिवर्तित के लिए ग्राम पंचायत ने सारे शर्तों को दरकिनार करते हुए अनुमति प्रदान दी गई है ?इस दुकान के सड़क पर निर्माण होने से दुघर्टना की संभावना और ज्यादा बढ गई है।
    इस दुकान के रूप को परिवर्तित करने के लिए ग्राम पंचायत ने आवंटन से पूर्व शर्त रखी थी उसके बाद भी दुकान आवंटन प्राप्त किए हुए हितग्राही ने दुकान का रूप परिवर्तित किसके अनुमति से किया?
    क्या ग्राम पंचायत ने इस हितग्राही को रूप परिवर्तित करने की अनुमति दी थी क्या?
    ग्राम पंचायत की उदासीनता के करण कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। लोक निर्माण विभाग के मुख्य मार्ग पर सड़क किनारे बेजा कजाकर दुकान संचालित होने के कारण कभी भी दुर्घटना घटित हो सकती है मामला है कि खड़गवां हॉस्पिटल के सामने दो मुख्य द्वार है एवं जहां पर सड़क किनारे बेजा कजा है वो पशु चिकित्सालय के मुख्य द्वार से सट कर है जिससे चिकित्सालय से निकलने वाले वाहनों को मुख्य मार्ग पर कुछ भी दिखाई नहीं देता है एवं खड़गवां हॉस्पिटल से आये दिन दोनों मुख्य द्वार से 108 एवं महतारी एक्सप्रेस और अन्य वाहनों की आवाजाही लगी रहती हैं।लोक निर्माण विभाग के सड़क पर बेजा कर दुकान का संचालन कर रहे हैं। बताना लाजमी होगा कि आये दिन छिटपुट घटनाएं घटित हो रही है हॉस्पिटल से लेकर सेंट्रल बैंक तक काफी भीड़भाड़ वाला क्षेत्र है एवं दो पहिया वाहनों की कतार भी सड़क पर लगी रहती हैं और इस मुख्य मार्ग पर बड़े बड़े वाहनों की आवाजाही निरंतर जारी रहती हैं।
    बेजाकजा धारीओ के द्वारा सड़क से सटा कर दुकानों का संचालन होने के कारण सड़क पर दो पहिया वाहनों की भीड़ लगा रहता है और दुकान में ग्राहकों के द्वारा पक्की सड़क पर ही अपनी वाहन को खडा किया जाता है जिससे बड़ी गाडिय़ों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो ट्रक चालकों के साथ बहसा बहसी करते देखे जा सकते हैं।
    हास्पीटल के सामने बनी दुकानदारो के द्वारा सड़क से सटा कर अवैध अतिक्रमण किया गया है अगर समय रहते इसे नहीं हटाया गया तो कभी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।
    मुख्य मार्ग पर अवैध कजा कर निर्माण कार्य ग्राम पंचायत, राजस्व विभाग, और लोक निर्माण विभाग, के अधिकारियों के सामने हुआ है तब ना ही ग्राम पंचायत, राजस्व विभाग ने और ना ही लोक निर्माण विभाग ने इस अतिक्रमण को रोका गया और ना ही किसी प्रकार कि कोई कार्यवाही नहीं किया गया ।
    ऐसा लगता है कि ग्राम पंचायत खड़गवां, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है इसी कारण कार्यवाही नहीं कर रहा है।

Share

Check Also

रायपुर,@ निगम-मंडल और स्वशासी संस्थाओं को मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाओं पर लगी रोक

Share @ वित्त विभाग ने जारी किया आदेश…रायपुर,26 अक्टूबर 2024 (ए)। वित्त विभाग ने तमाम …

Leave a Reply