बुधवार तक मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जायेगा,जिसके बाद ट्रेनों का संचालन पुर्नः शुरू किया जायेगा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान
बालासोर,04 जून 2023 (ए)। ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के बाद आज दूसरे दिन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया। वहीं हादसे के बाद रेस्क्यू का कार्य पूरा कर लिया गया है और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कहा है कि बुधवार तक मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जायेगा, जिसके बाद ट्रेनों का संचालन पुर्नः शुरू किया जायेगा।
बता दें कि हादसा कैसे हुआ इसकी असल वजह सामने आ गयी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कहा है कि रेल हादसे की असली वजह का पता चल गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। रेल मंत्री ने खुलासा किया कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है। दरअसल अश्विनी वैष्णव रविवार को दोबारा घटनास्थल पहुंचे। यहां उन्होंने श्रमिकों की हौसला अफजाई की और हालातों का जायजा लिया। इस दौरान अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे की असली वजह पता चल गई है। सेफ्टी कमिश्नर जल्द अपनी रिपोर्ट सैंपेंगे।
ममता बनर्जी के ‘कवच’ नहीं लगाने के आरोप पर रेल मंत्री ने कहा, कल ममता ने जो सुरक्षा कवच की बात कही वो सही नहीं हैज् उन्हें इस विषय में जितना पता था उन्होंने बोला लेकिन वे बातें यहां लागू नहीं होती है. कवच का यहां कोई काम नहीं है।” उन्होंने कहा कि ममता ने हादसे के बारे में ‘कोई और वजह’ नहीं बताई।
साथ ही रेल मंत्री ने ये भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर काम तेजी से जारी है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कल घटनास्थल का दौरा किया था। हम आज ट्रैक को बहाल करने की कोशिश करेंगे। सभी शव निकाल लिए गए हैं। हमारा लक्ष्य बुधवार सुबह तक बहाली का काम खत्म करना है ताकि इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो सके। बता, दें ट्रैक के मरम्मत के काम के लिए हजार से ज्यादा लोगों की टीम काम में लगी जुटी हुई है।
पूरी रात काम करती रहीं टीमें
वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि मरम्मत का काम लगभग पूरा हो गया है। रेलवे की टीम ने पूरी रात काम करकी रही। अब मृतकों की पहचान कर कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचाने का काम हो रहा है। घटना कोलकाता-चेन्नई मेन लाइन पर हुई है। ऐसे में काफी ट्रेनें ऐसी हैं जिनके रूट को बदला गया है और कई ट्रेनें बंद हैं। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के घायलों के इलाज का जायजा लेने के लिए भुवनेश्वर पहुंचे थे।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा बालासोर रेल हादसा, एक्सपर्ट पैनल से जांच की मांग
सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ पैनल द्वारा बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। जनहित याचिका में कवच नामक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए दिशानिर्देश / निर्देश भी मांगे गए हैं।
सौ शव एम्स लाए गए,सीएम पटनायक ने पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की
ओडिशा के बालासोर जिले में दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के 100 से अधिक शवों को रविवार सुबह एम्स भुवनेश्वर लाया गया। एक अधिकारी ने कहा कि शवों को बालसोर से 50 एंबुलेंस में लाया गया और एम्स की मोर्चरी में रखा गया।
ओडिशा सरकार ने लगभग 160 शवों को भुवनेश्वर लाने का फैसला किया है जिन्हें विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों की मोर्चरी में रखा जाएगा।
हादसे की वजह से भद्रक और बालासोर का रेलमार्ग से संपर्क टूट गया है। मुख्य सचिव पी.के. जेना ने कहा कि परिवार के सदस्य प्रियजनों के शवों को खोजने के लिए आसानी से भुवनेश्वर जा सकते हैं, इसलिए उन्हें भुवनेश्वर में रखा गया है।
जेना ने कहा, अज्ञात शवों को 42 घंटे तक सुरक्षित रखा जाएगा। अगर कोई शवों पर दावा नहीं करेगा, तो हम चिकित्सा प्रक्रियाओं के अनुसार उनका निपटान कर सकते हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, करीब 55 शवों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बाहानगा ट्रेन त्रासदी में मरने वालों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) से यह मदद दी जाएगी।
उन्होंने हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के लिए एक-एक लाख रुपये की सहायता की भी घोषणा की।
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