- राम जी तो सबके हैं पर अब राष्ट्रीय पार्टियां राम को राजनीतिक मुद्दा मान चुकी है
- छत्तीसगढ़ से लेकर देश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनो राम के नाम के साथ चुनावी मैदान में होंगे आमने सामने
–रवि सिंह –
कोरिया,31 मई 2023 (घटती-घटना)। देश में अभी तक भारतीय जनता पार्टी ही राम व हिंदुत्व की बात करते आ रही थी और इसी को लेकर सत्ता में आने के लिए लंबे समय से जद्दोजहद कर रही थी, लंबे इंतजार के बाद अचानक राम जी की कृपा पड़ी और देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई, पर सबसे आश्चर्य की बात यह थी कि राम जी पर कांग्रेस ने कभी भी राजनीति नहीं की पर अचानक बीजेपी को सत्तासे बाहर करने के लिए बीजेपी के मुद्दे को अपना मुद्दा मानकर चुनावी मैदान में उतरेगी, कांग्रेस में अब ऐसा लगने लगा है बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए राम जी का सहारा लेते देखी जा रही है, अब ऐसे में सवाल यह उठता है की राम जी भारतीय जनता पार्टी का बेड़ा पार करेंगे या फिर राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का? 2023 में नवंबर माह में एक साथ छः राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है फिर 2024 में लोकसभा चुनाव होना है, छः राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, मेघालय व नागालैंड शामिल है, कुछ महीने ही विधानसभा चुनाव में बचे हैं और अब चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और दोबारा सरकार बनाने के लिए पूरी तरीके से कांग्रेस प्रयासरत दिख रही है, इसी प्रयास में कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी के ही मुद्दे को अपना मुद्दा बनाते हुए राम के नाम को इस्तेमाल कर रहे हैं, इस समय कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में राम के नाम को बड़ी प्राथमिकता दे रही है और राम के इतिहास को संजोकर राम के भक्तों के साथ राम के अनुयाई भी बताते हुए बीजेपी के लिए ही समस्या खड़ी कर दी है, अब बीजेपी जिस राम के नाम पर चुनाव लड़ती थी उस नाम पर अब दोनों मैदान में होंगे।
पहले जिस भाजपा पर कांग्रेस यह आरोप लगाया करती थी की मंदिर वहीं बनाएंगे और तारीख नहीं बताएंगे उस मामले में भाजपा ने तारीख तो मंदिर बनाने का बता दिया और मंदिर का अब अंतिम दौर पर निर्माण कार्य जारी है जो लोकसभा चुनाव के पूर्व तक पूरा हो जायेगा, लेकिन अब इसकी काट के तौर पर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में राम के नाम का बड़े व्यापक तौर पर इस्तेमाल करती नजर आ रही है और कम से कम छत्तीसगढ़ में भाजपा कांग्रेस से रामभक्ति में पिछड़ती नजर आ रही है। राम वन गमन पथ विकास कार्य की बात हो या रामायण पाठ की छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार हर मामले में राम के मामले में आगे नजर आ रही है। राम कथा के लिए कुमार विश्वास जैसे वक्ता भी बुलाए गए हैं और कई प्रदेशों से रामायण के लिए कलाकार और मंडलियां आई हुईं हैं जो रामायण का पाठ कर रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार राम के नाम पर भाजपा का एकाधिकार समाप्त करने पर जुटी हुई है।