कोरिया/एमसीबी@क्या सरगुजा आईजी की ईमानदारी व मेहनत को कोरियाव एमसीबी के पुलिसकर्मी ध्वस्त करने पर तुले हैं?

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चिरीमिरी के एक पुलिसकर्मी के पास ऐसी कौन सी ताकत है जो अपने आईजी को ही निपटा देंगे?
कोयले के अवैध उत्खनन व चोरी की जानकारी आईजी एसपी व मीडिया तक पहुंच जाती है पर नहीं पहुंचती है तो सिर्फ स्थानी पुलिस तक क्यों?
सरगुजा आईजी अवैध कारोबार पर अंकुश लगना चाहते है पर उनके आदेशों का पालन करने में एमसीबी कोरिया के पुलिसकर्मी क्यों कतरा रहे?
अपने कामों के प्रति ईमानदार आईजी जिनके लिए समाज की सुरक्षा पहली प्राथमिकता,उनके इस सोच से परेशान हैं एमसीबी व कोरिया के पुलिसकर्मी
एमसीबी जिले के कर्मचारी तो यह तक कह रहे हैं कि आईजी हमें क्या निपटा आएंगे हम तो आईजी को ही निपटाने की तैयारी में:सूत्र

रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी,21 मई 2023 (घटती-घटना)।
सरगुजा रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग के पास 5 जिलों की जिम्मेदारी है इन 5 जिलों में जहां राम गोपाल गर्ग 3 जिले को बड़ी अच्छी तरीके से देख रहे हैं और इन जिलों में उनके आदेशों निर्देशों का पालन भी होता है पर इनके पास दो ऐसे जिले हैं जो इन्हीं के लिए सरदर्द बने हुए हैं, वह जिला है कोरिया व एमसीबी जहां पर इनके आदेश और निर्देश को हलके में आंका जाता है यही वजह है कि इन दोनों जिले के पुलिस कर्मचारियों कि खराब कार्यप्रणाली सरगुजा आईजी के लिए भी सिरदर्द बन गई है, अच्छा काम करने के बावजूद आईजी साहब को इस जिले से निराशा ही मिल रही है, इसकी सिर्फ एक ही वजह है कर्मचारियों का अपने विभाग के प्रति ईमानदार ना होना इनकी सिर्फ एक ही सोच है वह है कि इन्हें अपने मर्जी से जैसा यह करते आए हैं वैसा इन्हें करने की अनुमति मिली रहे, और यह पुराने ढर्रे की तरह आज भी काम करते रहें यही कारण है सरगुजा आईजी के लाख प्रयासों के बावजूद दोनों जिले में इनके आदेशो व निर्देश का पालन उस तरह नहीं हो रहा है जैसा कि सरगुजा के बाकी जिलों में हो रहा है, यहां के पुलिसकर्मी कितने ढीठ हो चुके हैं कि यह अवैध कारोबारियों को बीच-बीच में अवैध कारोबार करने का छूट दे देते हैं, उधर आईजी साहब को लगता है कि इन दोनों जिले के पुलिसकर्मी इनके आदेशों का पालन कर रहे हैं पर यह तो आईजी साहब की आंखों में यहां के पुलिसकर्मी बहुत सफाई से धूल झोंक रहे हैं और ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि बीच-बीच में ऐसे वीडियो व फोटो व शिकायतें सामने आने लगी हैं आईजी साहब जहां एक सिरे से अवैध कारोबार पर अंकुश लगाना चाहते हैं पर वही अवैध कारोबार कराने के आदी हो चुके पुलिसकर्मी अपनी मनमानी पर उतारु हैं, यही वजह है कि एक ईमानदार आईजी का इन पुलिसकर्मियों की वजह से नाम खराब हो रहा है सूत्रों का तो यह भी कहना है कि आईजी साहब से जिले के पुलिस कर्मियों को डर भी नहीं है, यही वजह है कि उनके आदेशों का पालन कड़ाई के साथ नहीं हो रहा, सूत्रों तो यह भी बता रहे हैं कि कुछ बेहूदा पुलिसकर्मी जो अपने आईजी को ही निपटाने की बात अपने ही कर्मचारियों के साथ करते सुने जा रहे हैं, अब ना जाने इन कर्मचारियों के पास ऐसी कौन सी ताकत है जो अपने आईजी को ही निपटा देंगे? अपने एक अच्छे व ईमानदार अधिकारी के लिए कर्मचारियों की ऐसी सोच समझ के परे है कोरिया का एमसीबी जिले में कर्मचारियों में कुछ चुनिंदा कर्मचारी ऐसे हैं जो मनमानी पर उतारू हो चुके हैं इन्हें अब बड़े अधिकारियों का डर नहीं लगता।

कोल माफिया के आदमी दिनदहाड़े कोयले का अवैध उत्खनन व चोरी करते कैमरे में हुए कैद- शनिवार को आईजी को अवैध कोयले के उत्खनन व चोरी की मिली जानकारी, तत्काल लिया संज्ञान कार्यवाही के लिए एसपी को किया निर्देशित..थाना तक जैसे पहुँची बात कोल माफिया हुए अलर्ट..कोल माफिया के साथ स्थानीय पुलिस की संलिपता फिर नजर आई। जैसे ही को अवैध चिरीमिरी में अवैध कोयला खदान से कोयला चोरी की जानकारी मिली जिस पर वहां मीडिया की टीम पहुंची जहां दिनदहाड़े फिर से पहले की तरह अवैध कोयला खोदकर बिना नंबर प्लेट लगे ट्रैक्टर ट्रक के माध्यम से बाहर ले जाया जा रहा है उक्त जगह की खुदाई कर रहे कोल माफिया के इशारे पर उनके गुर्गों के द्वारा किसके लिए वह कोयला उत्खनन कर रहे हैं, कोयले का अवैध उत्खनन करने वाले ने बातया की प्रकाश सोनकर के कहने पर हम यह कम कर रहे है अब सवाल यह उठता है कि मीडिया के कैमरे के सामने यह जो नाम बताया जा रहा है क्या पुलिस इस पर कार्यवाही करेगी? यही नहीं जब उक्त स्थल से मीडिया के लोगों द्वारा के द्वारा स्थानीय पुलिस को फोन लगाया गया तो उनका जवाब संतोषजनक बिल्कुल नहीं लगा। फिलहाल मीडिया के कैमरे में अवैध उत्खनन करने वाले मजदूरों ने जिस माफिया का नाम लिया वह क्षेत्र के काफी चर्चित है जिनकी राजनीतिक पकड़ व स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। अब ऐसे में सवाल लाजमी है जिस कोल माफिया का नाम कैमरे में कैद हुआ है क्या पुलिस कार्यवाही करेगी कार्यवाही? सूत्रों का मानना है कि पुलिस तो कोल माफियाओं को अलर्ट कर दी है कार्यवाही करने की वजह काम बंद रखिए ऐसी उन दोनों के बीच बात हुई।
त्वरित कार्यवाही का निर्देश देते है पर पालन नहीं होता है
सरगुजा संभाग के आईजी रामगोपाल गर्ग अपनी ईमानदारी और स्वच्छ छवि के रूप में कार्य करने के रूप में जाने जाते है ऊपर से सरल और अंदर कड़क छवि के रूप में इनका कार्य करने का परिचय है, अपने प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखते हैं समाज सुरक्षा इनकी पहली प्राथमिकता होती है अवैध कारोबार इनसे बर्दाश्त नहीं, सरगुजा संभाग में बतौर आईजी के रूप में जबसे उनकी पदस्थापना सरकार द्वारा की गई है उनके द्वारा बहुत ही कम समय में अवैध कार्यों में लिप्त माफियाओं के पसीने छुड़ा दिए है एमसीबी जिले में आईजी सरगुजा रामगोपाल के निर्देशन में अवैध कार्य जुआ,सट्टा,कोयला,गांजा,कबाड़ को पूरी तरह से बंद करा दिया गया है और उनके संज्ञान में किसी भी प्रकार की अवैध कार्य की जानकारी लगने पर त्वरित कार्यवाही का निर्देश देते है पर पालन नहीं होता है, आईजी के कार्यो की प्रशंसा जिले के हर आम नागरिकों करता है।
एमसीबी के बड़े थानों में कई कई वर्षों से जमे पुलिसकर्मी मोटी कमाई के चकर में आईजी के आदेशो को दरकिनार कर रहे
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आईजी आईपीएस रामगोपाल गर्ग के निर्देशन में लगातार कार्यवाही होने से अब माफियाओं के द्वारा अब कुछ स्थानीय भ्रष्ट पुलिस के अधिकारी / कर्मचारियो के साथ आपस मे जुगलबंदी कर अवैध कार्यो को संरक्षण दिया जा रहा है ताकि उनकी बड़े रूप में काली कमाई बंद ना होने पाये तथा उनके इस षणयंत्र में वर्तमान सरकार के कुछ बड़े नेता भी साथ मिल गए हैं और उनके द्वारा भी मोटी कमाई का हिस्सा लिया जा रहा है यही नहीं उक्त भ्रष्ठ नेताओं के द्वारा जो भी अधिकारी/कर्मचारियों के द्वारा आईजी रामगोपाल गर्ग तक अवैध कार्य की शिकायत पहुचाने वालो को उनकी पहचान कर उनको टारगेट किया जा रहा है ताकि सूचना संकलन के नेटवर्क को तोड़ा जा सके और उनका ये अवैध कारोबार वरिष्ठ अधिकारियों की नज़र में ना आने पाए…। यही नहीं जिनके द्वारा भी अवैध कार्य की शिकायत की जा रही है और समाचार प्रसारित किया जा है उन सभी लोगो को झूठे केस में फसाने की साजिश रची जाती है।
निष्पक्ष तबादला नीति से कर्मचारियों के अकल आएंगे ठिकाने
कोरिया व एमसीबी जिले में कुछ ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो पहुंच व पकड़ रखते हैं यही वजह है कि उनकी पहुंच वा पकड़ की वजह से उनकी अकड़ ज्यादा हो गई है घमंड काफी बढ़ चुका है अधिकारी को अधिकारी नहीं समझ रहे उन्हें अपने मुट्ठी में करने का प्रयास रहता है अब ऐसे घमंडी व अकड़ वाले कर्मचारियों की अकल ठिकाने लाने के लिए इन दोनों जिले में निष्पक्ष तरीके से तबादला की जरूत है,एक एक कर्मचारी को चुन के और पीछे के 15 साल का रिकॉर्ड खंगाल कर इनका तबादला करना होगा जो आज तक जिस थाने में नहीं गया है उन थानों में भी उन्हें भेजना होगा, यदि स्थानांतरण निष्पक्ष हुई तभी इनके अकल ठिकाने में आएंगे नहीं तो यह अपने अधिकारियों के लिए भी गलत सोच रखेंगे।
अवैध कारोबार करने की आदत से पड़ चुकी है इन दोनों जिले के कर्मचारियों को
अविभाजित कोरिया में कोई भी बड़ा बदलाव नहीं हुआ है लंबे समय से पुराने थानेदार व कर्मचारी थाने में जमे हुए हैं और अवैध कारोबार कराने के लिए काफी प्रसिद्ध है डंके की चोट पर अवैध कारोबार कराते हैं यहां तक कि अवैध कारोबारियों के पार्टनर भी हैं और जमकर पैसे कमा रहे हैं गाड़ी घोड़ा भी अवैध कारोबारियों को खरीद कर दिया गया है ऐसा सूत्रों का कहना है जैसा अविभाजित कोरिया में चल रहा है ऐसा और किसी जिले में नहीं चल रहा होगा? बाकी जिले के कर्मचारी अपने इमानदार आईजी की कद्र करते हैं पर यहां के कर्मचारी बेलगाम हो चुके हैं यही वजह है कि इन्हें अवैध कारोबार कराने में महारत हासिल है और इसके आदि हो चुके हैं यही कारण है कि वह अवैध कारोबार पर रोक लगाने में संक्षम नहीं इसलिए सारे थानों के प्रभारियों को एक लाइन से बदल देने की जरूरत है।


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