क्या मुख्यमंत्री ने अपने सभी कार्यक्रम जहां किए रद्द,वहीं विधायक भरतपुर सोनहत जश्न में रहे मशगूल?
-रवि सिंह –
मनेंद्रगढ,27 अप्रैल 2023 (घटती-घटना)। पूरा प्रदेश शोक में था भाजपा कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों ने न तो कोई कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा न ही कोई शोकसभा की बल्कि जब नक्सली हमले जवान शहीद हुए तो कांग्रेस कार्यकर्ता भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो के जय जयकार के नारे लगा रहे थे। देश और प्रदेश नक्सल हमले में 10 जवानों के शहीद होने का मना रहा था शोक तो कांग्रेसी लगा रहे थे विधायक गुलाब कमरो जिंदाबाद के नारे। जनकपुर में विधायक प्रतिनिधि अंकुर प्रताप सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ लगा रहे थे कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद, विधायक गुलाब कमरो जिंदाबाद के नारे, बस्तर के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में आज 10 जवान हुए है शहीद, एक ओर पूरा देश और प्रदेश नक्सल हमले में मारे गए जवानों को नम आंखों से श्रद्धाजंलि अर्पित कर रहा है वही दूसरी ओर भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक प्रतिनिधि अंकुर सिंह के नेतृत्व में विधायक गुलाब कमरो जिंदाबाद के नारे लगा रहे है, विधायक गुलाब कमरो के जनकपुर पहुंचने पर यह नारा लगाया गया, जब बस्तर के दंतेवाड़ा में शहीद जावनों के शव बिखरे पड़े थे तब जनकपुर के कांग्रेसी विधायक गुलाब कमरो जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, सीएम भूपेश बघेल खुद कल अपना कर्नाटक दौरा छोड़कर कल शहीदों के परिजनों से मिलने जाने की जहां घोषणा कर चुके थे ऐसे में एक विधायक और विधायक प्रतिनिधि का ऐसा कृत्य शर्मनाक है जबकि सीएम खुद अपना कल का कर्नाटक दौरा स्थगित कर बस्तर जाने का निर्णय कर चुके थे, ऐसे में यही सवाल उठता है कि क्या विधायक प्रतिनिधि खुद को उनसे भी बड़ा समझ रहे है?
सूत्र बता रहे है की विधायक गुलाब कमरो बुधवार को जनकपुर के रेस्ट हाउस में ग्राम पंचायत सचिव के आत्महत्या मामले में जमानत पर रिहा व हत्या के मामले में जेल में बंद शैलेन्द्र सिंह के पिता ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भरतपुर के अध्यक्ष रवि प्रताप का जन्मदिन मना रहे थे जैसे ही यह बात लोगों को पता चली यह बात मीडिया तक पहुंच गई है, वहां पर जो फोटो खींचा गया था उसे वायरल करने से सभी को मना किया गया ताकि यह जानकारी मीडिया तक ना पहुंच सके, पर कानो की फुसफुसाहट से बात बाहर आ ही गई।
जवानों की शहादत को दरकिनार कर विधायक समर्थक विधायक जिंदाबाद के नारे लगाते रहे
भरतपुर सोनहत विधायक समर्थक प्रदेश में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों की शहादत को दरकिनार कर विधायक जिंदाबाद के नारे लगाने में इस कदर मशगूल थे की उन्हे यह भी ध्यान नहीं रहा की इसका संदेश समाज में क्या जायेगा। एक तरफ प्रदेश के 10 वीर जवान प्रदेश की सुरक्षा में अपनी जान को निछावर कर चुके थे दूसरी तरफ विधायक समर्थक विधायक को खुश करने विधायक जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। भरतपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वैसे भी विधायक को कम नुकसान नहीं पहुंचाया है,गाहे बगाहे भरतपुर से विधायक समर्थकों की ऐसी ही करनी सामने आती रहती है जो कहीं न कहीं विधायक के नजरिए से उनकी लोकप्रियता के नजरिए से गलत ही होती है और जो उन्हे आलोचनाओं में ले जाने वाली होती है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और उनके पुत्र पर लग चुके हैं गंभीर आरोप,फिर भी उन्ही के जन्मदिवस कार्यक्रम में शिरकत करते नजर आए विधायक-सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भरतपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के ऊपर ग्राम पंचायत सचिव को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लग चुका है जिसमे वह जमानत पर बाहर हैं वहीं उनके पुत्र पर हत्या जैसा मामला दर्ज है और वह जेल में हैं, क्षेत्र में लोगों के जान माल की सुरक्षा विधायक की भी जिम्मेदारी होती है और विधायक जब स्वयं ऐसे लोगों से घिरे हों जिनपर गंभीर आरोप हों तो समझा जा सकता है की उस जगह की कानून व्यवस्था की स्थिति क्या होगी,विधायक भरतपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के जन्मदिवस आयोजन में पहुंचे थे यह भी बात सामने आ रही है। एक तरफ प्रदेश के 10 जवानों की जहां नक्सली हमले में शहादत हो जाती है वहीं इस घटना से खुद को अनजान बनाकर विधायक की उपस्थिति में कांग्रेसी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष का जन्मदिवस मनाने रेस्ट हाउस में इकठ्ठा होते हैं,जन्मदिवस भी पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है और विधायक जिंदाबाद के नारे भी लगाए जाते हैं, पर मामले से यह भी बात निकलकर सामने आती है की भरतपुर में प्रदेश में नक्सल हमले में शहीद जवानों को लेकर किसी तरह का शोक वहां के कांग्रेसियों में नहीं देखा गया बल्कि सभी अपनी मस्ती में ही मस्त नजर आए।
मुख्यमंत्री ने अपने सभी कार्यक्रम जहां किए रद्द,वहीं विधायक भरतपुर सोनहत जश्न में रहे मशगूल
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जहां नक्सल हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने जाने अपने सभी तय कार्यक्रम रद्द कर दिए वहीं भरतपुर सोनहत विधायक एवम उनके समर्थकों ने जश्न मनाना ही उचित माना और भरतपुर रेस्ट हाउस में जश्न मनाया भी। इस पूरे मामले से भरतपुर विधायक और उनके समर्थकों की जवानों को लेकर संवेदनाओं का भी पता चल सका जो जवानों के लिए सहानुभूति वाला बिल्कुल नहीं रहा। कल बस्तर में 10 जवान शहीद हुए।