- ग्रामीणों की सुनी समस्याएं,त्वरित निराकरण का आश्वासन
- जिलाधीश को जारी किए निर्देश,जिससे ग्रामीणों को समस्याओं से मिल सके निजात
- देर आए दुरुस्त आए की तर्ज पर जनसंपर्क अभियान अपने चरम पर
बैकुण्ठपुर 21 अप्रैल 2023 (घटती-घटना)। सत्ता शासन में आसीन होने के लगभग साढ़े चार वर्ष बाद बैकुंठपुर विधायिका का एवं छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव के पद पर आसीन श्रीमती अंबिका सिंहदेव का जनसंपर्क अभियान अपने जोरों पर है। विगत दिनों से जारी यह अभियान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अब यह जनसंपर्क चुनावी वर्ष में लोगों की समस्याओं के निजात के लिए है या आगामी चुनाव में टिकट बचाए रखने की कवायद, यह तो दीगर बात है। परंतु सत्ता शासन के 4 वर्षों के कार्यकाल के बाद अपने निर्वाचित जनप्रतिनिधि को अपने बीच देखकर जनता भी खुश नजर आ रही है और इसी बहाने उनकी समस्याओं के निराकरण एवं निदान का मार्ग भी प्रशस्त हो रहा है। बहरहाल कारण जनसंपर्क का जो भी हो परंतु जनता की सुनवाई हो रही है यह अच्छी बात है। साथ ही जोश खरोश के साथ चलने वाला यह जनसंपर्क उन कांग्रेसियों के भी नींद उड़ाए है, जो वर्तमान विधायक के टिकट कटने का सपना देख रहे थे और स्वयं को दावेदार के तौर पर प्रस्तुत कर रहे थे। वर्तमान विधायक की निष्कि्रयता के कारण कांग्रेस में कई दावेदार उभर कर सामने आ रहे थे, और कुछ ने तो स्वयं को आगामी विधायक घोषित भी कर रखा था। जिसके तारतम्य में विगत 6 माह से वे लगातार जनसंपर्क में थे, और लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। परंतु विधायिका महोदया के जनसंपर्क का सकारात्मक पहलू यह है कि वह सत्तापक्ष की विधायक होने के साथ-साथ पावर में हैं, और जन समस्याओं का निराकरण करना उनके हाथ है। अतः अन्य दावेदारों की अपेक्षा उनका जनता के बीच जाना अधिक प्रभावी नजर आ रहा है।
सक्रियता और सौगात के तालमेल से जनता की नाराजगी दूर करने की कोशिश
विगत कुछ दिनों से बैकुंठपुर विधानसभा में निर्वाचित जनप्रतिनिधि श्रीमती अंबिका सिंहदेव न केवल लोगों के बीच जा रही हैं, बल्कि लोगों को सौगात देने के साथ-साथ उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए पहल भी कर रही हैं। इसी तारतम्य में विगत दिनों सर्व सेन नाई समाज के सम्मेलन में ग्राम पंचायत छिंदिया में उन्होंने नाई समाज के सामाजिक भवन के लिए ? दस लाख देने की घोषणा की। वहीं मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पंचायत स्तर पर अपनी समस्याओं को लिखित रूप से प्रस्तुत किया, जिस पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए विधायक महोदया ने जिला कलेक्टर को समस्या को सुलझाने के लिए आवेदन पत्र में ही त्वरित टिप्पणी लिख कर निर्देशित किया। अब देखना यह है कि विधायक महोदया की सक्रियता से ग्रामीणों की समस्याओं को निजात पाने में कितना वक्त लगेगा, परंतु त्वरित निर्देश पाकर समस्या ग्रस्त ग्रामीण भी खुश नजर आए। हालांकि विधायक महोदया को सौंपे गए समस्यापत्र जिसमें पेयजल सुविधा के लिए इंदिरा गांव गंगा योजना के मोटर को बदलवाने के लिए, निर्बाध विद्युत व्यवस्था के लिए लगाए गए नए ट्रांसफार्मर जो कि खराब है को बदलवाने के लिए, विगत 1 वर्ष से लगातार चल रहा नहय का सुधार कार्य जो 6 माह से बंद है उसको पूर्ण कराने के लिए, माध्यमिक शाला भवन एवं पंचायत भवन जिसकी स्थिति जर्जर हो चुकी है की नवीन भवनों की स्वीकृति के लिए और रात्रि कालीन प्रकाश व्यवस्था के लिए विद्युत खंभों में लाइट लगाने के लिए कई बार ग्रामीणों द्वारा शिकायत और मांग किया जा चुका है, जिसका समाधान अब तक नहीं हो पाया है। अब देखना यह है कि विधायक महोदया के पहल से आने वाले कितने दिनों में इन समस्याओं का समाधान हो पाएगा।