सार्वजनिक भवनों जो शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित हैं उन्हें पंचायत को कराए सुपुर्द
- रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 16 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। ग्राम पंचायत पटना बाजारपारा निवासी अखिलेश गुप्ता ने फिर एकबार पटना अंतर्गत स्थित दुर्गा पूजा पण्डाल व गायत्री मंदिर परिसर सहित व्यावसायिक परिसर मामले में अपनी शिकायत कलेक्टर कोरिया को पत्र के माध्यम से प्रेषित की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मेरा उद्देश्य इन सार्वजनिक हित उद्देश्य के लिए निर्मित शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित भवनों का सार्वजनिक उपयोग हो सके इससे सृजित होने वाली आय जो भवन के उपयोग से ग्रामवासियों से अर्जित होती है उससे पंचायत को लाभ हो सके शासन को प्रत्यक्ष लाभ हो सके यही है,इन शिकायतों सहित भवनों के पंचायत को सुपुर्दगी से शिकायतकर्ता के नाते मुझे कोई लाभ नहीं होना है वहीं मैं लाभ नहीं चाहता हूं यह भी बाजारपारा निवासी अखिलेश गुप्ता का कहना है प्रेषित पत्र में,आज प्रेषित पत्र में बाजारपारा निवासी अखिलेश गुप्ता ने कलेक्टर कोरिया से यह अपील की है कि सार्वजनिक हित उद्देश्य से शासन द्वारा जारी अनुदानों से निर्मित शासकीय भूमि पर भवन जो धर्मशाला स्वरूप में भी हैं सांस्कृतिक मंच भी हैं साथ ही व्यावसायिक परिसर भी भवनों में शामिल हैं पर निजी कब्जा कायम है और यह दो दशकों से ज्यादा समय से कायम है और आम जनता की बजाय राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग इसपर काबिज होकर व्यवसायिक लाभ अर्जित कर रहें हैं इसे निजी कब्जे से मुक्त कराया जाए,और पंचायत के सुपुर्द कर इसका सुनिश्चित लाभ ग्रामवासियों तक पहुचाया जाय। वहीं अखिलेश गुप्ता ने यह भी लिखा है कि इन भवनों पर काबिज लोग प्रभावशाली हैं राजनीतिक पहुंच रखते हैं इसलिए इनपर कार्यवाही संभव कर पाने में प्रशासन भी मजबूर नजर आ रहा है साथ ही उनके सहित उनके परिवार पर इन सम्पतियों पर काबिज लोगों द्वारा लगातार झूठा आरोप लगाकर पुलिस थाने में झूठी शिकायतें दर्ज कर उन्हें मानसिक रुप से प्रताçड़त करने के उपक्रम अनुसार प्रताçड़त भी किया जा रहा इसलिए यह अंतिम आवेदन निजी कब्जे के विरोध में प्रेषित करने उपरांत वह 30 दिवस पस्चात जिला संयुक्त कार्यालय के समक्ष आत्मदाह कर अपनी अंतिम गति प्राप्त करेंगे यह भी उनका कहना है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत पटना अंतर्गत कई शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित भवनों पर निजी कब्जा है जबकि यह सार्वजनिक हित उद्देश्य से शासन द्वारा निर्मित भवन व व्यावसायिक परिसर हैं वहीं इन भवनों का व्यावसायिक परिसरों का उपयोग केवल तीन परिवारों द्वारा निजी लाभ के तहत अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर किया जा रहा है यह भी शिकायतकर्ता अखिलेश गुप्ता का कहना है,शिकायतकर्ता का यह भी कहना है उसने कई बार लगातार शिकायत की और शिकायतों के पश्चात भी भवनों को पंचायत के सुपुर्द नहीं किया जा सका यह साबित करता है कि शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित भवनों पर काबिज लोग प्रभावशाली हैं और वह नियम कायदों से ऊपर है, अखिलेश गुप्ता का यह भी कहना है कि बाजारपारा पटना में निर्मित भाजपा कार्यालय के नाम से निर्मित भवन भी इन्हीं लोगों के कब्जे में है जो पटना में अन्य शासकीय भूमि पर।लगातार कब्जा कर रहें हैं, एक अन्य मामले में जिसमे गायत्री मंदिर परिसर से जुड़े एक शासकीय भूमि विषय का भी शिकायतकर्ता ने उल्लेख किया है और शिकायत में लिखा है कि गायत्री मंदिर परिसर से लगी भूमि के एक शासकीय भूमि को इन्ही में से एक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा अपने निजी कैफियत अंतर्गत दर्ज करा लिया गया है जबकि वह भूमिहीन व्यक्ति न होकर भूमि संपन्न व्यक्ति है क्षेत्र का। शिकायतकर्ता ने पत्र प्रेषित कलेक्टर कोरिया को आज कर दिया है अब देखने वाली बात होगी कि पूरे मामले में कलेक्टर क्या निर्णय लेते हैं क्योंकि शिकायतकर्ता ने इसबार आत्मदाह की चेतावनी भी दी है और उसका कहना है वह अब अपने ऊपर प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा किये जा रहे सतत प्रहार से टूट चुका है।