नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में
केंद्रीय गृहमंत्री ने सीआरपीएफ स्थापना दिवस पर वीरों का किया सम्मान
जगदलपुर,25 मार्च 2023 (ए)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में करनपुर कैंप में माओवादियों को चुनौती देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है। सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस पर केंद्रीय मंत्री ने सीआरपीएफ के जवानों को बधाई देते हुए कहा कि सीआरपीएफ का जन्म लौह पुरुष सरदार पटेल ने किया था।
शाह ने कहा, अगर कहीं से अप्रिय घटना की खबर आती है और फिर पता चलता है किए वहां सीआरपीएफ की टीम पहुंच जाती है तो मेरी चिंता खत्म हो जाती है। क्योंकि मैं जानता हूं जहां सीआरपीएफ है, वहां सब कुछ अच्छा होगा।
अमित शाह ने कहा, जम्मू.कश्मीर से लेकर सुदूर के जनजातीय इलाकों तक शांति एवं विकास के कार्यों को स्थापित करने में सीआरपीएफ के जवानों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। 2010 की तुलना में देश में वामपंथी उग्रवाद हिंसा की घटनाओं में 76 फीसदी की गिरावट हुई है। इसी का नतीजा है कि होने वाली मौतों में 78 फीसदी की कमी आई है। करनपुर कैंप में गृहमंत्री ने परेड की सलामी ली। कार्यक्रम के दौरान जवानों ने स्टंट शो किए। जवानों की एक टुकड़ी ने आईडी ढूढने के तरीके और कैसे डिफ्यूज करते हैं ये दिखाया। परेड के बाद डॉग शो दिखाया गया। डॉग शो में सीआरपीएफ के ऑपरेशन को सफल बनाने डॉग की कितनी बड़ी भूमिका होती है यह बताया गया। उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में सीआरपीएफ की भूमिका की सराहना की।
अमित शाह ने कहा, उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई जारी है। इतिहास में सीआरपीएफ का अहम योगदान है। उनके कल्याण के लिए भारत सरकार ने अहम कदम उठाएं हैं। जवानों ने वामपंथियों से लड़ाई लड़ी है। 18 हजार से ज्यादा आदिवासी भाइयों को जवानों ने दवाई से लेकर सभी सुविधाएं मुहैया कराई है। शाह ने कहा, कोरोना काल में सीआरपीएफ की जहां तैनाती थी। वहां जनता की सेवा में जज्बे से काम किया है। अपना आदर्श वाक्य सेवा और निष्ठा का काम किया है। अस्पताल में भर्ती कराने से लेकर सभी तरह की जरूरत पूरी करने में अहम भूमिका निभाई है। इसके लिए उनका आभार व्यक्त किया है।
सीआरपीएफ सुरक्षा का मजबूत आधार
अमित शाह ने कहा, देश की शांति और सुरक्षा का मजबूत आधार सीआरपीएफ बन गया है जोकि देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसलिए बस्तर में हम स्थापना दिवस समारोह मना रहे हैं। आंतरिक सुरक्षा में सीआरपीएफ जवानों की अहम भूमिका है। शाह ने कहा, बिहार और झारखंड के बूढा पहाड़, चक्रबंधा और पारसनाथ को वामपंथी उग्रवाद से मुक्त कर उसे मुख्य धारा से जोड़ा जा चुका है। और इन सभी क्षेत्रों में विकास की सभी योजनाओं को जमीन पर उतारा जा रहा है। इसका श्रेय सीआरपीएफ और राज्य की पुलिस को जाता है।
शहीद जवानों की पत्नियों को वीरता पुरस्कार से किया सम्मानित
अमित शाह ने शहीद जवानों की पत्नियों वीरता पुरस्कार से सम्मानित करके उनका हौसला बढ़ाया। नार्थ सेक्टर, मणिपुर, नागालैंड सेक्टर, कोबरा सेक्टर, साउथ सेक्टर, वेस्ट बंगाल सेक्टर और छत्तीसगढ़ सेक्टर के जवानों ने परेड की। डॉग शो, बाइक से स्टंट और नाट्य रूपांतरण करके फोर्स के कामों को दिखाया गया। कार्यक्रम में सीआरपीएफ के जवान समेत कई अफसर भी मौजूद रहे।
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