पृथवीलाल केशरी-
रामानुजगंज 13 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। आंवला नवमी के दिन महिलाओं ने आंवला के पेड़ की पूजा कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। मान्यता है कि आज के दिन आंवला वृक्ष की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है। लक्ष्मीनारायण की अपार कृपा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। कन्हर नदी के तीर पर बसे मां महामाया मंदिर में स्थापित आंवले के वृक्ष में नगर की महिलाएं सुबह से ही आंवला पेड़ की पूजा करतीं दिखीं। पूजा उपरांत मंदिर प्रोग्राम है धनंजय पांडे के द्वारा महिलाओं को कथा श्रवण कराया गया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आंवले का पेड़ भगवान विष्णु को प्रिय है। इसमें लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए इसकी पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। इस दिन गुप्त दान करना शुभ माना जाता है। आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। दीया जलाया जाता है। परिक्रमा कर रक्षा सूत्र बांधा जाता है। इस दिन पेड़ के नीचे बैठकर खाना खाने से अच्छा फल मिलता हैं। इसी मान्यता के चलते बड़ी संख्या में महिलाओं ने आंवला के पेड़ की विधि विधान से पूजा अर्चना की।