पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, रामविचार नेताम,बृजमोहन अग्रवाल,राजेश मुणत समेत संगठन के पदाधिकारियों
से हुई मुलाकात
बैकुण्ठपुर 17 मार्च 2023 (घटती-घटना)। वर्ष के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के पहले दावेदारों की सक्रियता बढ गई है, हर दावेदार क्षेत्र में मतदाताओं से संपर्क के अलावा राजधानी तक की चक्कर लगा रहा है, भाजपा मे पुराने प्रत्याशियों के टिकट कटने की उम्मीद के बीच नए दावेदार अब ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रहे हैं ऐसे में ही पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष व भाजपा जिला उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने राजधानी रायपुर में भाजपा के बड़े नेताओं से मिलकर आशिर्वाद लिया है, सूत्रों ने बतलाया कि उन्होने संगठन के बड़े नेताओं के समक्ष आगामी विधानसभा में चुनाव लड़ने की इच्छा भी व्यक्त कर दी है। प्राप्त जानकारी के तहत विगत दिनों भाजपा जिला उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने धर्मपत्नी नगरपालिका अध्यक्ष नविता शिवहरे के साथ पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह,पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल,राजेश मुणत,पूर्व राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम समेत संगठन महामंत्री पवन साय से भी मुलाकात किया,संगठन के नेताओं को उन्होने कोरिया जिले में पार्टी संगठन की स्थिति से अवगत कराया और कहा कि पार्टी कार्यकर्ता संगठन द्वारा दिये गए जिम्मेदारी का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। आने वाले समय में संगठन द्वारा जो भी कार्यक्रम तय किये गए हैं उसमें कार्यकर्ता हर हाल में अपनी भूमिका निभाएंगे। पूर्व नपाध्यक्ष ने कोरिया जिले में कांग्रेस के शासन काल में जनता को हो रही परेशानी से भी अवगत कराया,बैकुंठपुर क्षेत्र में स्थानीय विधायक के खिलाफ आका्रेश समेत जिला विभाजन के बाद बनी राजनैतिक परिस्थति एवं क्षेत्र में प्रभावशाली विभिन्न समाजों की स्थिति के बारे में भी संगठन के नेताओं से चर्चा की। श्री शिवहरे ने क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की मंशा से भी सभी को अवगत कराया। ज्ञात हो कि श्री शिवहरे बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में एक जनाधार वाले नेता के रूप में पहचान रखते हैं,पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े के बाद भाजपा में श्री शिवहरे के कद का दूसरा नेता भी नही है,वे जिला मुख्यालय में भी पार्टी के एक मजबूत आधार स्तंभ हैं, आम जन से लेकर कार्यकर्ताओं में उनकी एक अच्छी पैठ है,विभिन्न समाजों में भी उनकी लोकप्रियता है तो वहीं विभिन्न धार्मिक आयोजनों में उनकी सक्रियता से सभी वर्गो में उनका अच्छा खासा प्रभाव है। कालरी की नौकरी छोड़कर सक्रिय राजनीति में उन्होने प्रवेश किया था,यही नही गत नगरपालिका चुनाव में विपरित परिस्थितियों के बावजूद अपनी धर्मपत्नी को उन्होने नगरपालिका अध्यक्ष बनवाने में कामयाबी हासिल की थी, कांग्रेस के ज्यादा पार्षद होने और साथ ही कांगे्रस के द्वारा तगड़ी मोर्चाबंदी किये जाने के बावजूद पत्नी को उन्होने जीत हासिल कराया था,यह संदेश तब पूरे प्रदेश में गया। प्रदेश में सरकार होने के बाद भी कांग्रेस को मूंह की खानी पड़ी थी,उक्त घटनाक्रम से प्रदेश भर में शैलेष शिवहरे को एक पहचान मिली थी। पार्टी संगठन में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए उन्होने अब आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी दावेदारी पेश कर दी है,जिससे कि भाजपा का राजनैतिक माहौल गर्म हो गया है।