- राजसभा सांसद कह रही नाराजगी नहीं है पर नारे तो नाराजगी के लगे
- जो हाल कोरिया जिलाध्यक्ष का वह हाल एमसीबी जिलाध्यक्ष है, नाराजगी के बीच कैसे फतह होगा विधानसभा चुनाव?
- भाजपा की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के स्वागत में लगे किनारे मोर्चा जिंदाबाद और सिंडिकेट कम्पनी हाय हाय के नारे
- चिरमिरी के हल्दीबाड़ी चौक में उपेक्षित कार्यकर्ताओ ने सरोज पांडेय के सामने लगाए किनारे मोर्चा जिंदाबाद के नारे
- सरोज पांडेय से कार्यकर्ताओ ने अपना दर्द किया बयां
- कार्यकर्ताओ का आरोप जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी और मंडल अध्यक्ष चिरमिरी रघुनंदन यादव कर रहे कर्मठ कार्यकर्ताओ की उपेक्षा
-रवि सिंह –
चिरमिरी/मनेद्रगढ 23 फरवरी 2023 (घटती-घटना)। भाजपा से राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय एमसीबी नवीन जिले पहुंची तो उनका स्वागत कई जगह भाजपा नेताओं ने किया, कोरबा खडगांव सीमा से लगे धनपुर ग्राम में जहां जिला पंचायत अध्यक्ष सहित भाजपा नेताओं ने उनकी अगुवानी कर स्वागत किया वहीं चिरमिरी पहुंचने पर भी कई जगह उनका स्वागत हुआ, चिरमिरी के हल्दीबाड़ी चौक में भाजपा में ही उपेक्षित भाजपाइयों ने राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय का गर्मजोशी से स्वागत किया एवम वहां अलग ही तरह का नारा लगाया, किनारे मोर्चा जिंदाबाद सहित सिंडीकेट कंपनी हाय हाय के नारे लगाते भाजपाइयों ने राज्यसभा सांसद एवम भाजपा नेत्री का स्वागत किया,किनारे मोर्चा का नारा उन्होंने लगाया जिन्हे वर्तमान में भाजपा से ही किनारे कर दिया गया है। उपेक्षित कार्यकर्ताओं ने इसीलिए इस तरह के नारे लगाए। नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपना दर्द भी राज्यसभा सांसद से बयान किया और बताया की किस तरह जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी साथ ही मंडल अध्यक्ष चिरमिरी रघुनंदन यादव पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं। राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय मोर आवास मोर अधिकार योजना से वंचित हितग्राहियों के हक की लड़ाई लड़ने एमसीबी जिले के दौरे पर थी और चिरमिरी पहुंची थीं।
ज्ञात हो की नवीन जिला बनते ही एमसीबी को पहली बार अनिल केसरवानी के नाम के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष मिला पर मिलने के बाद से एमसीबी जिले को जहां इस नाम के साथ संगठित होना था वहां आंतरिक कलह में तब्दील होकर संगठन बिखरता नजर आ रहा है, कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों में असमंजस की कमी दिख रही और सामने 2023 विधानसभा चुनाव और समय भी कम बचे हैं इसके बावजूद जिलाध्यक्ष को जो जिम्मेदारी मिली है वह उस जिम्मेदारी को अकेले निभा नहीं सकते उन्हें एक बड़ी टीम की जरूरत है और बिना आपसी तालमेल के वह कैसे टीम को एकजुट कर पाएंगे यह बड़ा सवाल है नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष के लिए भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का एक बहुत बड़ा वर्ग सहमत नहीं है उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बात तो दूर उनके साथ बैठने को भी तैयार नहीं है आखिर जिलाध्यक्ष में ऐसी क्या कमी है कि वह सभी को संगठित कर पाने में असफल दिख रहे हैं उनकी नेतृत्व में ही सेंध लग रही है ऊपर तक गलत संदेश जा रहा है साा पक्ष भी मजे ले रहा है फिर भी आंतरिक कलह को दूर करने का प्रयास दिखता नजर नहीं आ रहा।
सैकड़ो कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा जिले के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों का दंश झेलना पड़ा
जिले में पहुंची राज्यसभा सांसद व भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव जब चिरमिरी नगर निगम व जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ पहुंची तो पहुंची तो उन्हें खुद ही भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा जिले के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपो का दंश झेलना पड़ा। वहीं भाजपा कार्यकर्ता अपनी पार्टी के जिला अध्यक्ष अनिल केसरवानी के ऊपर आरोप लगाते हुये की जब से वे जिला अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया है तब से वे अपनी ही पार्टी के पुराने पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा कर रहे है।
एमसीबी जिला भाजपा का अंतरकलह खुलकर आया सामने
एमसीबी जिला पंहुची राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय के सामने जिला भाजपा का अंतरकलह खुलकर सामने आया,चुनावी वर्ष में इस तरह से आपसी मनमुटाव भाजपा के लिए बिल्कुल नुकसानदायक होगा यह जानते हुए भी भाजपा जिला संगठन ने ऐसी गलतियां की जिसकी वजह से राज्यसभा सांसद के सामने गुटबाजी नजर आई। नए नए जिले के नए भाजपा जिलाध्यक्ष पहले ही नेता के दौरे में अपनी साख नहीं बचा पाए और पार्टी बिखरी नजर आई यह भी देखने को मिला।
कोरिया भाजपा अध्यक्ष जैसी ही एमसीबी भाजपा अध्यक्ष की कार्यप्रणाली,किस तरह भाजपा जीतेगी विधानसभा चुनाव
कोरिया जिला भाजपा अध्यक्ष की ही तरह नवीन जिला एमसीबी के भाजपा जिलाध्यक्ष की कार्यप्रणाली नजर आ रही है और यह आरोप भाजपा के ही कार्यकर्ता एवम सदस्य दोनो पर लगा रहें हैं,दोनो संगठन में अपनी मनमानी चला रहें हैं और जिसका असर बड़े नेताओं के जिले आगमन पर देखने को मिलता है जो एमसीबी जिला पहुंची राज्यसभा सांसद के कार्यक्रमों में भी देखने को मिला जहां भाजपा जिलाध्यक्ष पर मनमानी साथ ही पुराने कार्यकर्ताओं को किनारे लगाने का आरोप लगा। राज्यसभा सांसद ने भले ही बातों को और विरोध प्रदर्शन को कोई बड़ी बात नहीं बताया लेकिन सत्ता से दूर भाजपा के लिए क्या यह सही संकेत है यह एक सवाल जरूर है। भाजपा जिलाध्यक्ष से नाराज भाजपा के ही लोग यदि भाजपा से अपना मोह भंग कर लेंगे जरूर विधानसभा चुनाव में भाजपा को इसका नुकसान होगा जो माना भी जा रहा है।
राज्यसभा सांसद को कहना पड़ा बंद कीजिए कैमरा
एमसीबी में भाजपा जिलाध्यक्ष का विरोध राज्यसभा सांसद के सामने ही जब होने लगा और जमकर होने लगा और उनपर वरिष्ठ भाजपाइयों को किनारे लगाने का आरोप लगने लगा राज्यसभा सांसद ने पहले तो बात को गंभीर न बताते हुए परिवार की बात बताई लेकिन जब विरोध ज्यादा होने लगा उन्होंने खुद कैमरा बंद करने की बात की और विरोध को बाहर जाने से रोकने का प्रयास किया। वैसे यदि देखा जाए तो जिस तरह का विरोध भाजपा जिलाध्यक्ष को लेकर दर्ज हुआ उसको देखते हुए कहा जा सकता है की जिलाध्यक्ष सामंजस्य बना पाने में असमर्थ हैं और वह मनमानी करके ही संगठन को गति देना चाहते हैं जिसका नुकसान पार्टी को होना तय है।
आखिर क्या है वजह जो नए जिलाध्यक्ष से खुश नहीं हैं एमसीबी जिले के भाजपाई
एमसीबी जिले के भाजपाई जिलाध्यक्ष से खुश नहीं हैं यह राज्यसभा सांसद के जिला आगमन पर देखा गया। भाजपाई जिलाध्यक्ष से क्यों नाराज हैं इसके पीछे की क्या वजह है यह पूरी तरह तो सामने नहीं आ सका लेकिन यह जरूर कहा जा सकता है की उनकी नीति में सभी को एकसाथ लेकर चलना नहीं है और वह एकला चलो की नीति के साथ पार्टी को चलाना चाहते हैं और यही वजह है नाराजगी की।
राज्यसभा सांसद ने आंतरिक कलह को एक सिरे से किया खारिज
जिसके बाद कार्यकर्ताओं द्वारा जिलाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की गई। भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर पत्रकारों के द्वारा पूछे गए प्रश्न के दौरान राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मैंने उनसे कहा है कि मैं दोबारा आकर उनके साथ बैठक लेकर उनसे बात करूंगी और जब परिवार बढ़ता है तो यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है ये परिवार में होता ही रहता है और इससे संगठन को मजबूती ही मिलती है और आने वाले आगामी चुनाव में सभी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।