तृतीय लिंग समुदाय के नव-नियुक्तआरक्षकों ने सीएम बघेल से की मुलाकात
भूपेश बघेल ने कहा-
आप समुदाय के लिए बने प्रेरक
रायपुर,18 सितम्बर 2021 (ए)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 13 नव-नियुक्त आरक्षकों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबने छत्तीसगढ़ शासन की तृतीय लिंग समुदाय के कल्याण के लिए संचालित कार्यक्रम और नीति का लाभ उठाकर अपने जीवन को एक नई दिशा दी है।
पुलिस की बौद्धिक और शारीरिक
परीक्षा की पास
जिनको आपने कभी अपनी आजीविका के लिए ट्रेन पर लोगों के सामने ताली बजाकर हाथ फैलाते हुए देखा होगा, आपकी खुशियों पर नाचते-गाते हुए देखा होगा अब वही तृतीय लिंग समुदाय के लोग अपनी सेवा छत्तीसगढ़ पुलिस में देंगे। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के द्वारा तृतीय लिंग का कॉलम देने के कारण तृतीय लिंग के अभ्यर्थियों को भी मौका मिल गया है। कड़ी मेहनत और लगन से पुलिस की बौद्धिक और शारीरिक परीक्षा पास की।
सीएम ने कहा कि आप सब अपने समुदाय के लोगों के लिए प्रेरक है। आरक्षक के दायित्वों का भली-भांति निवर्हन करने के साथ ही अपने समुदाय के लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करें।
इस मौके पर तृतीय लिंग समुदाय के सभी आरक्षकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सेल्यूट किया और अपना परिचय दिया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, संचालक समाज कल्याण पी.दयानंद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
समाज में होगी समानता
आपको बता दें कि किन्नरों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आरक्षण बहुत जरूरी था, इसलिए सरकार ने इस पर भी जोर दिया। जब वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ेंगे तभी वे इसके करीब आ पाएंगे। लोग उनसे अनावश्यक नहीं डरेंगे। इससे समाज में समानता आ सकती है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में करीब 10 हजार किन्नर हैं। उनकी संस्था छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति शासन के साथ मिलकर किन्नरों का नि: शुल्क लिंग परिवर्तन करवाने के अलावा स्कील डेवलपमेंट, ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड और प्रदेश के किन्नरों को प्रमाण पत्र जारी करने वाले ट्रांसजेंडर वेलफेयर कमेटी से साथ मिलकर उनके उत्थान के लिए काम रही हैं।
रायपुर रेंज से 13 तृतीय लिंग बने
पुलिस आरक्षक
प्रदेश में पहली बार पुलिस विभाग में तृतीय लिंग का आरक्षक के रूप में चयन हुआ है। रायपुर रेंज से 13 तृतीय लिंग का चयन हुआ है, जिसमें अकेले रायपुर से आठ और धमतरी से एक किन्नर का चयन हुआ है।