भू-माफिया बिल्डर की पहली शिकायत की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई कि दूसरी शिकायत फि र से की बिल्डर ने
बिल्डर की शिकायतों पर चर्चा गर्म,क्या सच मे पुलिस ने भू-माफिया बिल्डर के साथ किया गलत या फि र भू-माफिया बिल्डर खुद को बचाने कहानी तो नहीं गढ़ रहा
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 09 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)।फरार भू-माफिया बिल्डर ने फिर लगाया पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों पर आरोप, भू-माफिया बिल्डर की पहली शिकायत की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई और दूसरी शिकायत की बिल्डर ने, बिल्डर की शिकायतों पर चर्चा गर्म, क्या सच मे पुलिस ने भूमाफिया बिल्डर के साथ गलत किया? चर्चा यह भी कहीं भू-माफिया बिल्डर खुद को बचाने कहानी तो नहीं गढ़ रहे?
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर निवासी वहीं भूमि खरीदी बिक्री सहित बिल्डर का व्यवसाय करने वाले भूमाफिया बिल्डर ने फिर एकबार पुलिस पर आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह सचिव गृह मंत्रालय भारत सरकार दिल्ली, केंद्रीय सचिवालय नई दिल्ली, प्रमुख सचिव (गृह) विभाग छत्तीसगढ़ शासन मंत्रालय नवा रायपुर छत्तीसगढ़ को पत्र लिखकर शिकायत किया है कि बैकुंठपुर जिला कोरिया के पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित जल संसाधन विभाग बैकुंठपुर के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलकर षड्यंत्र पूर्वक कूटरचित दस्तावेजों को तैयार कर उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही किये जाने की तैयारी की जा रही है, वहीं बिल्डर ने अपने प्रेषित पत्र में जो उसके द्वारा केंद्र स्तर के कार्यालयों सहित राज्य स्तर के कार्यालयों को प्रेषित किया गया है उसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि कूटरचना करते हुए जो दस्तावेज तैयार किये गए हैं उसको लेकर तत्काल सज्ञान लेने की आवश्यक्ता है वहीं इस मामले में भूमाफिया बिल्डर प्राथमिकी भी दर्ज कराने की मांग कर रहा है।
भू-माफिया बिल्डर का आरोप
फरार बिल्डर एक बार फिर बड़ा आरोप लगते हुए लगातार अपने ऊपर कार्यवाही को लेकर पुलिस अधिकारी कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए शिकायत कर रहे है, आरोप है की कोरिया जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के दबाव एवं निर्देश पर बैकुंठपुर पुलिस के उप पुलिस अधीक्षक धीरेन्द्र पटेल, निरीक्षक कमलकांत शुक्ला और सहायक उप निरीक्षक महेश कुशवाहा मिलकर, षड्यंत्र करते हुए प्रार्थी के विरूद्ध संज्ञेय और गैर जमानतीय धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन के द्वारा की गई लिखित शिकायत में छेड़छाड़ कर अपराध क्रमांक 36/2021 दिनांक 09.02.2021, बैकुन्ठपुर थाना में दर्ज करने के मामले पर विभागीय जांच की जाए जिसके लिए पूर्व में पत्र लिखा गया है। प्रार्थी व्दारा, लोक सेवकों एवं जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किए गए उक्त अपराधिक कृत्य की विभागीय जांच की मांग कर रहे है दिनांक 08.10.2021 को शाम 5 बजे कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी गेज स्पील-वे उप संभाग बैकुन्ठपुर जिला-कोरिया से सूचना के अधिकार के अर्न्तगत प्राप्त पत्र क्रमांक 421/अमीन/ अतिक्रमण/2021 गेज स्पील-वे दिनांक 08.10.2021 के साथ संलग्न सहपत्रों में पुनः पत्र क्रमांक 80/अमीन/अतिक्रमण/2021 गेज स्पील-वे दिनांक 09.02.2021 प्राप्त हुआ, जिसके अवलोकन से पाया गया कि पूर्व में अनुविभागीय अधिकारी गेज स्पिल-वे उप संभाग बैकुन्ठपुर के सूचना के अधिकार के अर्न्तगत दी गई जानकारी पत्र क्रमांक 387/सू0के0अ0/2021 गेज स्पिल-वे दिनांक 20.09.2021 के सहपत्रों के साथ संलग्न कर दिए गए, पत्र क्रमांक 80/अमीन/अतिक्रमण/2021गेज स्पिल-वे दिनांक 09.02.2021 दोनो पत्रों के अर्न्तवस्तु में भिन्नता है, जबकि दोनो पत्रों के जावक क्रमांक एवं तिथि एक ही है। जब ध्यान से दोनो पत्रों का अवलोकन किया गया तो पाया गया कि उक्त पूरे पत्र को ही जल संसाधन विभाग व्दारा कूटरचित कर बदल दिया गया है। एक ही क्रमांक एवं दिनांक के दोनो पत्रों के अवलोकन में यह पाया गया कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने दुर्भावना पूर्वक पुलिस विभाग के साथ सांठ-गांठ कर अपने ही पत्र से मनमाने रुप से छेड़ छाड़ करते हुए, पत्र क्रमांक 08 दिनांक 09.02.2021 में उन सारी बातों को जोड़ कर दूसरा पत्र तैयार किया। जिसमें आप पाएंगे कि अपराध क्रमांक 36/2021 दर्ज करते समय, लिखित शिकायत पत्र की जिन सामाग्री में छेड़छाड़ करते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी एवं जिन बिन्दुओं के जांच के लिए प्रार्थी व्दारा विभागीय जांच का अनुरोध किया गया था सिर्फ उन्हीं-उन्हीं शब्दों को जोड़कर/बदलकर दूसरा कूटरचित पत्र तैयार किया गया है, जो कि गंभीर आपराधिक कृत्य है।
दस्तावेज में हुए छेड़ छाड़ का दावा
फरार बिल्डर ने आरोप लगते हुए कहा की पैरा 12 के 13 वी लाईन में ’’संजय अग्रवाल एवं’’ शब्द जोड़े गये ताकि शिकायतकर्ता को भी अभियुक्त बनाया जा सके। चौदहवी लाईन में ’’छलपूर्वक’’ शब्द जोड़े गये ताकि कृत्य को आपराधिक बनाया जा सके। पंद्रहवी लाईन में ’’धोखाधड़ी एवं आपराधिक शड़यंत्र’’ शब्द जोड़े गये ताकि कृत्य को आपराधिक बनाया जा सके। 19 वीं लाईन में ’’प्रथम सूचना दर्ज’’ करने का कश्ट करें’’ शब्द जोड़े गये ताकि बिना किसी प्रारम्भिक जांच के तत्काल एफआईआर दर्ज किया जा सके। गृह सचिव महोदय के कार्यालय में पत्र प्राप्त होने के मात्र 48 घण्टे के अन्दर ही पुनः शड़यंत्र एवं कूटरचना करते हुए संबंधित पुलिस विभाग के अधिकरियों जिसमें बैकुन्ठपुर थाने में दर्ज अपराध क्रमांक 36/2021 केविवेचना अधिकारी के साथ-साथ जल संसाधन विभाग के उक्त कूटरचित पत्र को दोबारा उसी पत्रक में कूटरचना कर तैयार करने वाले टाइपिंग लिपिक, तैयार कूटरचित पत्र के प्रस्तुतकर्ता लिपिक, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सुरेन्द्र कुमार दुबे जिनका हस्ताक्षर कूटरचित पत्र में परिलक्षित है, वर्तमान अनुविभागीय अधिकारी गेज स्पील-वेश्री एके पाण्डे जिनकी संरक्षण में कार्यालय के रिकार्ड का संधारण होता है और जिनकी सहमति के बिना मूल पत्र से कूटरचित पत्र का बदला जाना संभव नहीं है, एवं पूर्व अनुविभागीय अधिकारी गेज स्पील-वे रमेश चन्द्र सोनी जिन्होने पुनः अपने हस्ताक्षर से दूसरा कूटरचित पत्र उसी जावक क्रमांक एवं दिनांक का जारी किया। इन सबने मिलकरएक राय होकर, अपनी पूर्व में की गई गलतियों में सुधार करने का प्रयास करते हुए, आनन-फानन में दिनांक 07.10.2021 की शाम से लेकर दिनांक 08.10.2021 के शाम के मध्य उक्त कूटरचित पत्र तैयार किया। उक्त दर्षित पुलिस अधिकारियों एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व्दारा आपराधिक शडयंत्र कर कूटरचित दस्तावेज तैयार किया गया है एवं झूठा प्रकरण दर्ज किया गया है।