- जंगलों का खत्म हो ने की वजह से जानवरों का गांव व शहर की ओर रुख करना मजबूरी
- वन विभाग निर्माण में व्यस्त जंगल बचाने के प्रति बिल्कुल भी नहीं ध्यान
- जंगलों का खत्म होना कहीं ना कहीं जानवरों के लिए भी खतरनाक
–रवि सिंह –
एमसीबी मनेंद्रगढ़ 10 फरवरी 2023 (घटती-घटना)। अविभाजित कोरिया जिले का जंगल अब जानवरों के लिए बचा नहीं यही वजह है कि जानवरों का विचरण अब गांव व शहर की तरफ होने लगा है जंगलों के संरक्षण के लिए जिस विभाग को जाना जाता है वह विभाग सिर्फ अपना वही काम नहीं कर रहा बाकी निर्माण में पूरी तरीके से मशगुल है हम बात कर रहे हैं वन विभाग की जिसका वास्तविक काम वन व वन्य प्राणी को संरक्षित करना है जिस काम को विभाग बिल्कुल भी ईमानदारी के साथ नहीं कर रहा यही वजह है कि कोरिया के जंगलों के जानवर गांव व शहर का रुख कर रहे हैं और मनुष्यों को नुकसान पहुंचाने लगे, कुछ समय पहले तेंदुए ने उत्पात मचा रखा था और ग्रामीणों की जान ले रहा था जैसे तसे तेंदुए को वन विभाग ने पकड़ लिया अब बाग उत्पात मचा रहा है जिसे लेकर ग्रामीणों में फिर से एक बार दहशत का माहौल है गोड़वाना गणतंत्र पार्टी ने अब आदमखोर बाघ के आतंक से आम जनों को निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है पर क्या ज्ञापन सौंपने से समस्या का समाधान होगा? समस्या तो विकराल होती ही जा रही है और उसका सिर्फ एक वजह है वह है जंगलों का विनाश।
जानकारी के अनुसार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के नाम एमसीबी डिप्टी कलेक्टर सीएस पैकरा के हाथों में ज्ञापन सौंपा है केवल सिंह मरकाम एमसीबी जिला अध्यक्ष, कन्हैया लाल यादव पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष, जगजीवन सिंह उईके जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा, शशि राज सिंह प्रदेश प्रचार मंत्री छत्तीसगढ़, अजय सिंह कमरिया जिला महामंत्री एमसीबी, राजेंद्र सिंह ब्लॉक सचिव एमसीबी, विजय गौड़ ब्लॉक प्रचार मंत्री, सलीम कार्यालय प्रभारी एमसीबी, रुकमणी महिला प्रकोष्ठ महासचिव प्रदेश, सूकूराम धुर्ब शहरी प्रभारी, आनंद शर्मा मनेंद्रगढ़ नगर अध्यक्ष उपस्थित रहे। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की माँगा है की इन दिनों नव निर्मित जिले मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में आदमखोर बाघ का आतंक छाया हुआ है। जिससे सम्पूर्ण जिले में आम जन भयभीत हैं और अपनी जान माल की रक्षा के लिए शासन-प्रशासन की ओर टकटकी निकाहें से आशान्वित हैं। ज्ञात हो कि विगत दिनों में भरतपुर तहसील क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में बाघ का आतंक छाया रहा जो कि अनेकों जानवरों व इंसानों पर हमला किया और अनेकों जानें खत्म हो गई। जिसे वन विभाग की टीम द्वारा जाल बिछालकर पकड़कर बिलासपुर ले जाया गया। इसके आतंक से अभी लोग धैर्य नहीं धर पाए थे कि अब नए बाघ द्वारा आए दिन लोगों व जानवरों पर हमल कर पूरे एम.सी.बी. जिले को अपने आतंक से हिला कर रख दिया है।
बाघ का ग्रामीण पर हमला
ज्ञात हो कि ग्राम कछौड़ के गुडरू नदी के किनारे आदिवासी व्यक्ति नदी किनारे मछली पकड़ने जाल लेकर गया और वहीं आदमखोर बाघ द्वारा हमला कर दिया जिससे मौके पर ही उसकी जान चली गई और उसके पूरे शरीर को नोच दिया एक पैर पूरा खा लिया। इसके साथ-साथ स्थानीय लोगों के अपने पालतू मवेशियों पर भी हमला कर कई जानवरों को मारकर खा लिया। जिससे पूरे क्षेत्र में काफी दहशत है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मृतक व्यक्ति के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा देने की माँगा की
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी शासन-प्रशासन से मांग करती है कि अतिशीघ्र आदमखोर बाघ को स्पेशल टीम बनाकर जाल बिछाकर पकड़ा जाए और उस आदमखोर बाघ के हमले से मृतक व्यक्ति को 50 लाख का मुआवजा एवं जिन-जिन लोगों के मवेशियों को बाघ ने घायल किया / मार दिया है, उनको भी 1-1 लाख रूपये मुआवजा दिया जावे एवं पूरे जिले में इसी तरह के अन्य आदमखोर जंगली जानवरों की खोजबीन की जावे और मिलने पर उसे भी जाल में फंसाकर अन्य आम जनों से दूर सुरक्षित जंगलों में भेजा जावे। शासन-प्रशासन द्वारा उक्ताशय पर 15 दिनों के अन्दर कोई ठोस कार्य नहीं करने पर गोगपा जनहित रक्षार्थ यह मानेगी कि शासन-प्रशासन आदिवासियों को खत्म करने का षड़यंत्र रच रही है व वह आमजन की रक्षा में विफल हो गई है और पूरे प्रदेश में सरकार के विरूद्ध वृहद आन्दोलन करने विवश होगी।