- 2023 के बजट को राहत भरा बजट माना जा रहा है
- बजट में सबसे बड़ी राहत वाला विषय रहा इनकम टैक्स स्लैब, 7 लाख तक नहीं लगेगा कोई टैक्स
- इलेक्टि्रक वाहन ऑटोमोबाइल खिलौने और देसी मोबाइल होंगे सस्ते
- महिला और वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस बजट में बड़ी राहत है
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 01 फरवरी 2023 (घटती-घटना)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट पेश किया जिस बजट को लेकर सब की अलग-अलग राय है जहां भाजपा ने इस बजट को काफी अच्छा बजट बताया तो वही विपक्ष ने से गरीब विरोधी बजट बताया, वही नौकरी वालों से इस बजट के बारे में जानना चाहा तो इनकम टैक्स की राहत मिलने की वजह से उन्होंने इससे अच्छा बजट बताया कई पहलुओं पर यह बजट अच्छा माना जा रहा है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का आम बजट पेश किया। वित्तमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था चमकता सितारा है। उन्होंने बताया कि गरीब खाद्यान्न योजना 1 साल के लिए बढ़ाई गई है। वित्तमंत्री ने इस बीच बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 7 लाख की आय तक अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। उन्होंने नए टैक्स स्लैब की भी घोषणा की। बजट भाषण में वित्तमंत्री ने कहा कि पैन अब राष्ट्रीय पहचान पत्र के रूप में जाना जाएगा। बजट में घोषणा की गई कि इलेक्टि्रक वाहन, ऑटोमोबाइल, खिलौने और देसी मोबाइल सस्ते होंगे। वहीं, चिमनी, कुछ मोबाइल फोन और कैमरे के लेंस, सिगरेट सोना, चांदी, प्लैटिनम महंगा होगा। वित्तमंत्री ने आगे कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन 9 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था आकार में 10वें से 5वें स्थान पर पहुंच गई है। वित्तमंत्री ने घोषणा की कि युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि कोष बनाया जाएगा। वहीं, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड पर काम किया जाएगा। अगले साल लोक सभा चुनाव होने के चलते मोदी सरकार के लिए यह बजट काफी अहम माना जा रहा था। आम चुनाव से पहले मोदी सरकार का यह आखिरी पूर्ण बजट होने के चलते लोगों और कॉरपोरेट सेक्टर को भी इससे बड़ी उम्मीदें थीं।
बजट में बेरोजगार लोगों के लिए कोई प्रस्ताव नहीं
गुलाब कमरों विधायक भरतपुर सोनहत ने कहा यह गरीब विरोधी बजट है न कि भविष्य के लिए। यह पूर्ण अवसरवादी बजट है। बढ़ती महंगाई के बीच आयकर से छूट का क्या फायदा है? बजट में बेरोजगार लोगों के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है।
वृद्धि और विकास का विजन है यह बजट
भईयालाल राजवाड़े पूर्व कैबिनेट मंत्री भाजपा ने बजट को वृद्धि और विकास का विजन बताया। इस बजट से गांवों में लोग, महिलाएं, अमीर या गरीब, सभी को फायदा होने वाला है। इससे 130 करोड़ भारतीय सशक्त होंगे हैं। मैं इस तरह के प्रगतिशील बजट बनाने के लिए पीएम मोदी और एफएम निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देता हूं।
मनरेगा, महंगाई का कोई जिक्र नहीं
नजीर अजहर जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी कोरिया ने कहा कि बजट में कुछ अच्छी चीजें हैं लेकिन मनरेगा, गरीब ग्रामीण श्रम, रोजगार और महंगाई का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ बुनियादी सवालों के जवाब बजट में नहीं दिए गए।
यह वृद्धि और विकास का बजट है
श्याम बिहारी जायसवाल पूर्व विधायक मनेन्द्रगढ़ भाजपा ने कहा, यह वृद्धि और विकास का बजट है। उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों में, हमने कई कठिनाइयों का सामना किया है, लेकिन पीएम की दूरदर्शी नीतियों के कारण, हम हर क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों के पूर्व-कोविड स्तर पर वापस आ गए हैं।
केवल फैंसी घोषणाएं
वेदांती तिवारी कोरिया जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने कहा कि यह बजट देश की वास्तविक भावना को संबोधित नहीं कर रहा है जो कि महंगाई और बेरोजगारी है। इसमें केवल फैंसी घोषणाएं थीं। जो पहले भी की गई थीं, लेकिन कार्यान्वयन के बारे में क्या? पीएम किसान योजना से सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा हुआ किसानों को नहीं।
ये अमृत काल का बजट है
कृष्ण बिहारी जयसवाल जिला अध्यक्ष भाजपा ने कहा कि विा मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट अमृत काल का एक बजट है। उन्होंने कहा कि बजट में 45 लाख करोड़ रुपये का खर्च है जिसमें से 13.3 लाख करोड़ रुपये का बुनियादी ढांचे पर निवेश होना यह दिखाता है कि भारत एक आधुनिक बुनियादी ढांचे के रूप में विकसित होने जा रहा है।
केवल आंखों में धूल झोंकने का बजट
योगेश शुक्ला पीसीसी सदस्य कांग्रेस ने कहा कि हमें नहीं लगता कि यह सरकार वेतन भोगी लोगों को कोई रियायत दे रही है मोदी सरकार केवल आंखों में धूल झोंकने का काम करती है और यही काम इस बजट में होगा।
सबको साथ लेकर चलने वाला बजट
शैलेश शिवहरे जिला उपाध्यक्ष भाजपा ने कहा कि यह देश की जनता के साथ विश्व की उम्मीदों को भी पूरा करने वाला बजट है। ये गरीबों का बजट है, नए भारत का संकल्प इस बजट में दिखाई देता है। भारत की अर्थव्यवस्था आज 5 वें नंबर की अर्थव्यवस्था बनी है। इस बजट में मध्यम वर्ग, जनजातीय वर्ग, रोजगार सृजन आदि की चिंता की गई है। यह बजट भारत के गरीब लोगों को समर्पित है। ये सबका साथ, सबका प्रयास, सबका विश्वास, सबको साथ लेकर चलने वाला बजट है।
आयकर छूट का दायरा बढ़ा,7 लाख तक कोई टैक्स नहीं
योगेंद्र मिश्रा श्रमिक नेता एसईसीएल बजट में नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत दी गई है। 7 लाख की आय तक कोई टैक्स नहीं। आयकर छूट का दायरा बढ़ाया गया।
लोगों को सक्षम बनाने वाला बजट है
संदीप दुबे भाजपा मंडल उपध्यक्ष पटना ने कहा कि अमृत काल का पहला बजट लोक कल्याणकारी है, यह गरीब किसानों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, वंचितों, आर्थिक रूप से पिछड़े तथा मध्यम वर्ग को सशक्त और सक्षम बनाने वाला बजट है। यह बजट बच्चों की पढ़ाई, मध्यम वर्ग की कमाई और बुजुर्गों की भलाई पर बल देने वाला है।