खडगवा@लोक निर्माण विभाग की सड़कों का उसके मापदंड और मानको के विपरित निर्माण कार्य

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  • अधिकारी जमे हैं सालों से देखरेख में खुलेआम हो रहा है भ्रष्टाचार
  • 10 से 15 वर्षों से विभाग में जमे हुए हैं अधिकारी सिस्टम की आड में चल रहा है खेल
  • कोरिया एमसीबी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बडे मात्रा में सड़क घोटाला
  • कोरिया एमसीबी जिले में लोक निर्माण विभाग के नाम पर ग्रामीण अंचलों का पैसा अधिकारी और ठेकेदारो ने अपनी तीजोरी में भरा है
  • राजेन्द्र कुमार शर्मा –
    खडगवा,28 जनवरी 2023 (घटती-घटना)। लोक निर्माण विभाग के तहत कोरिया एमसीबी जिले के खड़गवां विकासखंड के गांवों में बनाई जा रही सड़कों के मापदंडों व नियम कायदों को दरकिनार कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ठेकेदारों से मिलीभगत करके बेतहाशा मुनाफा कमा रहे हैं। केवल गावं की ही सड़के इस परिधि में है जिसका फायदा अधिकारी उठा रहे है। सड़क निर्माण में बरती गई लापरवाही और निर्माण के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों ने की है साथ ही मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण विभाग के मंत्री ने भी इस सम्बन्ध में बोल चुके हैं कि सड़क बनाने में घटिया मटेरियल और गुणवाा विहीन सडक निर्माण के साथ खिलवाड़ किया गया तो ठेकेदारो एवं अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही कि जाएगी उसके बाद भी ठेकेदारों ने अधिकारियो से मिली भगत करके सड़क के निर्माण में गुणवाा और मापदंडो को ठेंगा दिखते हुए कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कमीशन के लालच ने अधिकारियो के आंख-कान बंद कर दिया है और ठेकेदार घटिया निर्माण एवं गुणवाा विहीन निर्माण कर लागत का बड़ा हिस्सा डकार रहे हैं। निर्माण एजेंसी की शर्तो के मुताबिक ठेकेदार पर कम से कम पांच वर्षो तक बनाई गई सड़कों की मरम्मत की जिम्मेदारी भी होती है लेकिन एक बार ठेकेदार सड़क बनाकर हटा फिर दोबारा उस सड़क की ओर देखता तक नहीं है
    कोरिया एमसीबी जिले की निर्माणाधीन सड़कों में बड़ी अनियमितता
    कोरिया एमसीबी जिले के खड़गवां क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग में काफी अनियमितता होने की शिकायत आ रही है। गांववालों ने शिकायत भी की है लेकिन उनकी शिकायत पर अधिकारी ध्यान क्यों दे । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरिया एवं एमसीबी जिले में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी जो विगत 10 से 15 सालों से कोरिया एमसीबी जिले में पदस्थ होने की जानकारी है। सरकार आयी गयी लेकिन अधिकारी अपने जगह से टस से मस नहीं हुए।
    सूत्रों से जानकारी मिली है कि उक्त अधिकारी की ठेकेदारों से तगड़ी सेटिंग है।
    जीएसबी और डल्यूएमएम के मापदंडो की सारे आम अवहेलना
    जिलदा से कदमबहरा दुगगी पहुंच सडक गुडघेला नाला से सिंघत पहुंच, और चोपन से भरदा की सड़कों की ही तरह अन्य सड़क जिनका बरसात से पहले डामरीकरण हुआ है इन सड़कों के रखरखाव-मरम्मत के अभाव में निर्माण के चंद महीनों बाद ही खराब हो गई हैं और धंसकने लगी है। जगह-जगह डामर की परत भी उखड़ गई है। इन सड़कों में जीएसबी और डल्यूएमएम में हजारों घन मीटर क्रेशर गिट्टी का उपयोग होना था लेकिन उसका उपयोग नहीं किया गया बल्कि हजारों घन मीटर क्रेशर गिट्टी के उपयोग के नाम पर चोरी की गई और करोड़ों रुपयों का सीधा-सीधा घोटाला किया गया। मलिटी कंट्रोल को जांचने वाले अधिकारी ने भी बिना देखे मलिटी कंट्रोल का मानक प्रमाण पत्र दे दिए जो घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार को प्रमाणित करता है। गांव वाले आम जनता ठेकेदार की शिकायत करने से किसी प्रकार की कोई जाच भी नहीं होती हैं क्योंकि विभाग के अधिकारी मनमाने ढंग से शिकायतों का निपटारा बिना कार्रवाई किए स्थानीय स्तर पर ही कर देते हैं।
    अधिकारियों ने खोल रखी है दुकान यानी ये कहा जाए कि चोर को दी तीजोरी की चाभी
    लोक निर्माण विभाग के तहत बनाई गई सड़को की गुणवाा नियंत्रण के लिए व्यवस्था भी है। जिसके अनुसार सड़क बनाने वाले अधिकारी जो जिला स्तर का होता है उसकी जिम्मेदारी होती है।
    लेकिन देखने में आता है कि ये अधिकारी भी ठेकेदारों से मिलकर लाखो रूपये वारा न्यारा कर देते है। प्राय: प्रत्येक सड़क का राज्य गुणवाा समीक्षक द्वारा कम से कम तीन बार निरीक्षण करना अनिवार्य है । सिर्फ इसलिए की सड़को की गुणवाा उच्च स्तर की हो लेकिन देखने में आ रहा है कि ठेकेदारों पर इन अधिकारियो का लगाम नहीं है। इस बारे में ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों से इस संबंध में जाना चाहा तो कहा कि सडके जो बनी है वह उच्च गुणवाा युक्त नहीं है।
    लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सडको से संबंधित जानकारी देने से बचने के लिए फोन ही नहीं उठाते है.

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