- एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को दी समझाइश,सड़क बनने की सहमती पर ग्रामीणों ने किया मतदान
- सड़क को लेकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता ने लिखा भाजपा 15 सालों में नहीं बना सकी सड़क
- चार सालों में जब कांग्रेस की है सरकार क्यों नहीं बन सकी सड़क,यह सत्ताधारी दल से है सवाल?
- सड़क को लेकर जहां ग्रामीणों ने मतदान का किया था विरोध वहां भाजपा प्रत्याशी को मिली बढ़त
- कांग्रेस के लोग जहां बहिष्कार को लेकर मुद्दा बना रहे थे, मतों में पिछड़े और बोलती हुई बंद
–रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 9 जनवरी 2023 (घटती-घटना)। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 के सदस्य चुनाव के लिए हो रहे मतदान के दौरान क्षेत्र क्रमांक 6 के ही ग्राम उरूमदुगा के आश्रित ग्राम दूधनियाकला में उस समय मतदान कराने पहुंचे मतदान दल के अधिकारी एवम कर्मचारियों को दिक्कत का सामना करना पड़ा जब अधिकांश ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार का ऐलान कर दिया और मतदान करने का इरादा छोड़ दिया। ग्रामीणों ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि गांव में सड़क की समस्या थी और वह सड़क निर्माण की मांग कर रहे थे।
मतदान दल एवम जोनल अधिकारी एवम सेक्टर अधिकारी की बात से भी जब ग्रामीण नहीं माने और उन्होंने मतदान नहीं करने के अपने निर्णय पर अडिग रहने का निर्णय सभी के सामने रखा तब वहां बैकुंठपुर की एसडीएम अंकिता सोम को जाना पड़ा और उन्होंने ग्रामीणों को मतदान का महत्व समझाते हुए समझाइश दी। एसडीएम की समझाइश का भी ग्रामीणों पर असर नहीं पड़ा और वह सड़क निर्माण की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीणों में से कुछ ने तो मतदान किया इस दौरान लेकिन अधिकांश लोग मतदान नहीं करने के फैसले पर अड़े रहे तब एसडीएम बैकुंठपुर ने तत्काल पीडल्यूडी की टीम को बुलाया और सड़क के लिए सर्वे कराकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया और तब जाकर ग्रामीणों ने मतदान किया और चुनाव संपन्न हुआ। इस दौरान एसडीएम बैकुंठपुर को ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर बात करते और उन्हें समझाइश करते भी देखा गया।
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर सड़क निर्माण नहीं कराने भाजपा पर आरोप लगाया
पूरे मामले को लेकर कांग्रेस नेता ने सड़क निर्माण नहीं होने का ठीकरा भाजपा नेता पर फोड़ा और उन्होंने भाजपा के 15 सालो के कार्यकाल पर प्रश्नचिन्ह लगाया। कांग्रेस नेता ने भाजपा के पूर्व बैकुंठपुर विधायक एवम पूर्व मंत्री से यह पूछने ग्रामीणों को कहा की उनकी सरकार थी तब क्यों उन्होंने सड़क नहीं बनवाई और जबकि वह स्वय समाचार पत्रों साथ ही मंचो से ग्राम की सड़क की मांग करते रहे। कांग्रेस नेता का सीधा आरोप भाजपा के कार्यकाल पर था और पूर्व मंत्री से ही उनका प्रश्न था। कांग्रेस नेता ने क्षेत्र के तत्कालीन जिला पंचायत सदस्य पर भी प्रश्न उठाया और कहा की उस समय भाजपा का ही जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र से निर्वाचित था और उसने भी सड़क को लेकर ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस नेता ने बहिष्कार को अराजक तत्वों का प्रायोजित विरोध बताया
ग्रामीणों के विरोध को कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर अराजक एवम असामाजिक तत्वों का प्रायोजित विरोध निरूपित किया। कांग्रेस नेता के अनुसार विरोध ग्रामीण नहीं कर रहें हैं विरोध असामाजिक लोग कर रहें हैं और यह प्रायोजित है। कांग्रेस नेता के इस बयान के अनुसार यदि देखा जाए तो ग्राम में सड़क के लिए जो भी विरोध करने सामने आए सभी असामाजिक लोग थे और विरोध प्रायोजित था।
कांग्रेस सत्ता के चार सालों में क्यों नहीं बनी सड़क यह कांग्रेस नेता से है सवाल
पूरे मामले में कांग्रेस नेता ने सड़क निर्माण नहीं होने को लेकर पूरा ठीकरा भाजपा के 15 सालो के कार्यकाल पर फोड़ दिया। वैसे सवाल उनसे भी पूछा जायेगा की यदि 15 सालो में भाजपा ने सड़क को लेकर ध्यान नहीं दिया तो 4 सालों के कांग्रेस सत्ता के कार्यकाल में सड़क क्यों नहीं बनी,वहीं उनकी ही सरकार और उनकी ही व्यवस्था में उस गांव में अराजक लोग कैसे विरोध में सफल हो गए जिनके सामने प्रशासन के अधिकारी भी नतमस्तक होने मजबूर हो गए और मांगे माननी पड़ी।
भाजपा को गांव से मिली बड़ी बढ़त
जिस गांव में सड़क को लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे थे और मतदान का बहिष्कार कर रहे थे वहीं जिस विरोध को कांग्रेस नेता असामाजिक तत्वों का प्रायोजित विरोध बता रहे थे और ग्रामीणों से सड़क को लेकर भाजपा से प्रश्न पूछने को कह रहे थे उस ग्राम की मतगणना में भाजपा समर्थित उम्मीदवार को बडी बढ़त मिली है और यह साबित करता है की ग्रामीणों का विरोध वर्तमान सरकार के क्रियाकलापों से था और उन्होंने मतदान कर जवाब दे दिया।
बैकुंठपुर विधायक की बातों पर भी ग्रामीणों ने नहीं किया एतबार,किया भाजपा समर्थित प्रत्याशी को मतदान
उरूमदूगा दूधनियाकला के ग्रामीणों का विरोध जो सड़क की मांग को लेकर था की सूचना पर बैकुंठपुर विधायक एवम छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव भी मौके पर पहुंची,उन्होंने ग्रामीणों को समझाया और पूर्व की भाजपा सरकार को इसके लिए दोषी कहकर जिम्मेदार ठहराया,संसदीय सचिव बैकुंठपुर विधायक ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया की सड़क का भूमिपूजन भी जल्द ही होगा और जल्द ही सड़क भी बनेगी। संसदीय सचिव बैकुंठपुर विधायक की समझाइश का ग्रामीणों पर विपरीत असर पड़ा यह भी मतगणना के बाद स्पष्ट हुआ। मतगणना उपरांत जहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी को 200 मत प्राप्त हुए वहीं कुल पड़े मतों की संख्या 272 रही। अब इसी से समझा जा सकता है की ग्रामीणों ने सत्ताधारी दल के आरोपों को पूर्वर्ती सरकार पर लगाए गए कैसे खारिज किया और उन्होंने कैसे साबित किया को हो सत्ता में वर्तमान में है वह पुरानी सरकार पर आरोप लगाकर नहीं बच सकता।