- कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश जोड़ने पैदल यात्रा कर रहे हैं वही एमसीबी में उन्हीं के पार्टी के छोट भैया नेता तोड़ने की जुगत में क्यों?
- राहुल गांधी से प्रेरणा क्यों नहीं लेते नगर पालिका उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी?
- भाजपाइयों के विरोध पर प्रशासन से हुई फजीहत से बौखलाये कांग्रेस नेता पहुँचे एमसीबी जिले के कलेक्टर कार्यालय
- एक दिन पहले राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर स्थित पुल पर मनेंद्रगढ़ विधायक का प्रचार लिखने पर भाजपा ने दर्ज किया था विरोध
- भाजपा नेताओं के विरोध पर कुछ कोंग्रेसी नेता व मनेन्द्रगढ़ विधायक समर्थकों ने मौके पर जाकर की थी गाली गलौज
- भाजपा नेता पुल पर प्रचार को बता रहे थे गलत कांग्रेस नेता प्रचार को कह रहे थे सही
- मौके पर तनाव बढ़ता देख पहुँचे थे एसडीएम मनेन्द्रगढ़, पुल पर प्रचार को ठहराया था गैर कानूनी
- पुल पर प्रचार को जुर्माने का विषय बताकर एसडीएम ने पुल पर प्रचार को बताया था अवैध
- एनएच पुल वाला पेंटिंग विवाद पर अपने ही सत्ता शासन में स्थानीय विधायक समर्थकों के अपमान को मनेन्द्रगढ़ भाजपा ने प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया
- नपा उपाध्यक्ष एक विवाद को संभाल नहीं पाए और प्रतिस्पर्धा में भाजपाइयों को नीचे दिखाने दीनदयाल उपाध्याय चौक से मूर्ति हटाने कलेक्ट्रेट को आदेशित करते दिखे
- नगर पालिका उपाध्यक्ष कलेक्टर से ऐसे बात कर रहे थे जैसे कलेक्टर वे स्वयं हो
–रवि सिंह –
मनेंद्रगढ़ 6 जनवरी 2023 (घटती-घटना)। एमसीबी नवीन जिला वर्तमान में राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है और पक्ष विपक्ष की तकरार लगातार बढ़ती जा रही है वहीं अब तकरार प्रशासन से भी हो रही है सत्ताधारी दल की जिसका नजारा देखने को मिला।प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है और कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी अभी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहें हैं और उनका दावा है की भारत अभी हाल फिलहाल के दिनों में आपसी सौहार्द के हिसाब से टूट चुका है और इसीलिए भारत के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की जरूरत है और इसीलिए उनकी यह यात्रा है। कांग्रेस के शीर्ष नेता जहां देश में सौहार्द की बात कर रहें हैं और देश को जोड़ने की बात कर रहें हैं वहीं मनेंद्रगढ़ के कांग्रेसी नेता अपने ही शहर में आपसी भाईचारा तोड़ने में लगे हुए हैं यहां तक की वह गलत के समर्थन में गालीगलौज भी करते नजर आ रहें हैं वहीं वह मारपीट तक को उतारू हैं जो वहां से वायरल हो रहे वीडियो से समझा जा सकता है। मनेंद्रगढ़ के कांग्रेस नेताओं की कार्यशैली व व्यवहार देखकर नहीं लगता की वह देश या समाज को जोड़ने की इक्षा रखते हैं वहीं उनका व्यवहार हालिया यह बताता है की वह विपक्ष सहित किसी के भी द्वारा किए जा रहे गलत चीजों का विरोध भी कुचलने को आतुर हैं तैयार हैं। अभी हाल में मनेंद्रगढ़ में दो घटनाएं घटी हैं दोनो में ही सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेताओं की करतूत सामने आई है जो साबित करती है की मनेद्रगढ़ में फिलहाल वह हर विरोध का खुद विरोध करेंगे और वह भले ही उनकी तरफ से किया गया गलत विरोध होगा कहीं न कहीं तानाशाही होगा, विरोध भी वह गालीगलौज के साथ करेंगे और गुंडागर्दी भी करेंगे यह भी उनकी तरफ से स्पष्ट किया गया है।
प्रोजेक्टर पर्दा लगाकर विधायक समर्थकों की गुण्डागर्दी के वीडियो की श्रृंखला सभा में दिखाई गई
इधर चुनाव वर्ष सामने हैं और उधर नेताजी की फजीहत को भुनाने के लिए भाजपा भी कोई कसर नहीं छोड़ रही जहां नेता जी ने हदें पार की तो उनकी यादों को लेकर सारे भाजपाई गांधी चौक में इकट्ठे हुए, बाकायदा प्रोजेक्टर पर्दा लगाकर विधायक समर्थकों की गुण्डागर्दी के वीडियो की श्रृंखला सभा में उपस्थित आमजनों को दिखाई गई। पिछले 4 वर्षों में अलग अलग गुटों में बंटे भाजपाइयों की कोशिश सत्ता से अपने हित साधने की रही है। सत्ता से अधिकांश पूर्व के भाजपाई ही लाभान्वित रहे हैं। एल्डरमैन के चयन तक में भी पार्टी और विचारधारा का कोई भेद नहीं रखा गया। इस कारण विपक्ष में रहने के बावजूद उन्होंने साा की कारगुजारियों पर मौन रहना ही उचित समझा। चुनावी वर्ष में आज स्थानीय भाजपा संगठन पहली बार एकजुट और आक्रामक नजर आया। कोयला कबाड़ अवैध शराब कारोबार सब कुछ मंच से सुना गया। भाजपा की एकजुटता और इस कार्यक्रम के लिए मनेन्द्रगढ़ विधायक के चारों अहंकारी समर्थक बधाई के पात्र बने हुए हैं। इस सराहनीय कार्य के लिए विधानसभा सत्र के बाद विधायक का आगमन होगा और हो सकता है कि यह अपने नेता जी को सम्मानित भी करें, रोचक और मजेदार तथ्य है कि उन चार में तीन का संबंध अतीत में भाजपा से ही रहा है।
नेताजी भाजपाइयों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए दीनदयाल उपाध्याय चौक से मूर्ति हटवाने कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए
देश के राष्ट्रीय राजमार्ग में जबर्दस्ती अपने सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए नियम के विरुद्ध चलने लगे और गलती मानने के बजाय अपने ही शहर के लोगों से भिड़ गए, ऐसे में खूब किरकिरी हुई क्योंकि नेताजी की अपनी जुबान पर लगाम नहीं लगा पाए और अनाप-शनाप बक दिया, अब इस फजीहत को भाजपा भी भूनाने लगी और जो बची कुची इज्जत थी उसे भाजपा चौक पर प्रोजेक्टर के माध्यम से और उतारने लगी, एक विवाद कम नहीं हुआ था कि नेताजी भाजपाइयों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए 10 साल पहले बने दीनदयाल उपाध्याय चौक से मूर्ति हटाने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए दीनदयाल उपाध्याय चौक से उनकी मूर्ति हटाने की मांग नहीं आदेश करते दिखे, ऐसा लगा कि वह स्वयं कलेक्टर है। जहां राहुल गांधी तमाम प्रधानमंत्री के समाधि स्थल पर माथा टेक कर एक अलग परिचय दिया था वहीं कांग्रेस के नेता जी मूर्ति हटाने को लेकर एक अलग ही परिचय देते हुए नए विवाद को जन्म दे रहे। एक गलती से अपनी फजीहत कराने वाले नेता जी को अपनी और फजीहत करानी पसंद है जिस वजह से हुए अब अपनी ही सरकार के कलेक्टर से मूर्ति हटाने के लिए जो जबरदस्ती करने पर उतारू हो गए।
भाजपा के द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष के कृतियों का कारनामा जनता में उजाकर
मनेंद्रगढ़-हाई वोल्टेज ड्रामा तू तू मैं मैं का वीडियो आम जनता तक। नेशनल हाईवे रोड पर बने हुए पुल में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा पुल की दीवार पर रंग रोगन कराया जा रहा था। विधायक प्रतिनिधि के द्वारा सड़क नियमों को ताक पर रखकर क्षेत्रीय विधायक का प्रचार प्रसार हेतु भड़कीले रंगों का प्रयोग कर लीपापोती कराई जा रही थी। विपक्ष की भूमिका निभाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा नियम विरुद्ध प्रचार प्रसार को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया, जिस पर कांग्रेस पार्षद व विधायक प्रतिनिधि अनिल प्रजापति तथा नगर पालिका उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी से भाजपा कार्यकर्ताओं की तू तू मैं मैं हो गई। तूल पकड़ते मामले को देखकर स्थानीय प्रशासन पुलिस वह राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा नियमों का हवाला देकर कांग्रेसी यो को रंग रोगन के लिए मना कर दिया और बताया गया कि यह सड़क नियमों के विरुद्ध लेकिन सत्ता के नशे में चूर कांग्रेसी कोई भी बात मानने को तैयार नहीं थे और गाली गलौज पर उतर गए जिसके विरोध में दिन गुरुवार शाम 5 बजे से लेकर स्थान गांधी चौक मनेंद्रगढ़ में भाजपाइयों प्रतिकार सभा का आयोजन करते हुए उक्त कृतियों को (गाली गलौज वाले वीडियो को) मंच के माध्यम से दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। उक्त गाली गलौज करते हुए का सूट वीडियो आम जनता को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। उक्त कार्यक्रम में भाजपा मंडल के पदाधिकारी धर्मेंद्र पटवा, नेता प्रतिपक्ष सरजू यादव, रामचरित द्विवेदी, आशीष सिंह, राहुल सिंह, धीरेंद्र विश्वकर्मा, पी मनी, जया कर, प्रतिमा पटवा, संजय गुप्ता, विवेक अग्रवाल, राहुल सिंह, के अलावा अन्य कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ताजा घटना,प्रतिक्रिया देने की जल्दबाजी में जिलाधीश से भी हुज्जतबाजी
जो कुछ पहले हुआ उससे कांग्रेस नेताओं को काफी हद तक बेजार होना पड़ा और उन्हें एहसास हुआ की सरकार में रहकर उनका कहीं न कहीं अपमान हुआ है भले ही वह गलत थे उनका साथ प्रशासन ने भी नहीं दिया। भाजपा को जवाब देने की कोशिश में कांग्रेस नेता जिलाधीश कार्यालय जाकर जिस प्रकार का व्यवहार करते नजर आए उससे साबित हुआ की वह बौखला गए हैं और अब उन्हें किसी भी तरह बौखलाहट बाहर निकालनी है। कांग्रेस नेताओं ने केवल भाजपा के हाथों खाई शिकस्त से उबरने के लिए नया रास्ता ढूंढा और उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन देकर राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर पूर्व से ही स्थापित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा को भी गलत जगह होना बताते हुए हटाने की माँगा।
नेता जी को खरी खोटी प्रशासन ने सुनाया और जुर्माने का भय भी दिखाया
पुल पर केवल सफेद काली पट्टी ही होगी और प्रचार मिटाया जायेगा यह तय कर एसडीएम साहब चले जाते हैं और यहीं कांग्रेस नेता शर्मशार हो जाते हैं क्यूंकि उनकी सरकार और उन्ही को खरी खोटी प्रशासन से सुनने को मिली यहां तक की जुर्माने का उन्हें भय भी दिखाया गया। कांग्रेस नेताओं के लिए मामला बेजार हो जाने जैसा हुआ और उन्हें मुंह नीचे झुकाकर लौटना पड़ गया। वहीं पूरे घटनाक्रम की वीडियो बनती रही सोशल मीडिया पर डलती रही और कांग्रेस ननेताओं की हुई फजीहत सार्वजनिक हो गई वहीं इस मामले को भाजपा ने भी भुनाया और शहर के गांधी चौक में प्रोजेक्टर के माध्यम से उन्होंने पूरे घटनाक्रम की वीडियो सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करते हुए लोगों को दिखाया और लोगों को कांग्रेसियों की गुंडागर्दी मामले में अवगत कराया। भाजपा ने आम सभा और विरोध प्रदर्शन के दौरान ऐसा किया जिससे शहर भर में कांग्रेस नेताओं की फजीहत हुई और वह जवाब देने की स्थिति में नजर नही आए।
एक झलक में सब
मौके पर तनाव बढ़ता देख पहुँचे थे एसडीएम मनेन्द्रगढ़, पुल पर प्रचार को ठहराया था गैर कानूनी। पुल पर प्रचार को जुर्माने का विषय बताकर एसडीएम ने पुल पर प्रचार को बताया था अवैध। अपनी ही सरकार मे भाजपाइयों का विरोध सफल होता देख बौखलाये एमसीबी जिले के कांग्रेसी नेता। भाजपाइयों ने भी मामले को जमकर भुनाया, शहर के गांधी चौक में घटना की वीडियो प्रोजेक्टर में लगाकर कांग्रेसियों का व्यवहार जनता को दिखाया। अपनी ही सरकार में अपनी फजीहत झेल नहीं एमसिबी जिले के चुटभैये कांग्रेसी नेता। भाजपाइयों को सबक सिखाने चुटभैए कांग्रेसी नेता पहुंचे कलेक्टर एमसीबी कार्यालय छूटभैए कांग्रेस नेताओं ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन, दीनदयाल चौक से प्रतिमा हटाने का है ज्ञापन। कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने कार्यालय में भी दिखाई दबंगई, कुछ ने इसे कहा गुंडागर्दी। मनेंद्रगढ़ विधायक का प्रचार पुल पर नहीं लिखे जाने का बदला अब दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा से लेंगे कांग्रेसी। कांग्रेसी नेताओं ने कलेक्टर से ऐसे की बात जैसे वहीं हों जिले के कलेक्टर। फजीहत पर फजीहत करा रहे हैं मनेंद्रगढ़ के कांग्रेसी नेता,हो रही उन्ही की आलोचना। सुशासन की फिर खोल दी खुद ही कांग्रेस नेताओं ने पोल,अब अधिकारियों पर बरसते दिखे कांग्रेसी।